साधू की हनुमान हाजरात सिद्धि
नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। बहुत पहले मैंने हनुमान सिद्धि की साधना अपने इंस्टामोजो अकाउंट पर डाली थी और वह साधना हाजरात सिद्धि भी करवाती है। तो इस साधना के विषय में जो कथा है आज मैं उसी के बारे में आप लोगों को बता रहा हूं और जो भी व्यक्ति हनुमान जी की इस सिद्धि को प्राप्त कर लाभ उठाना चाहे उनके लिए इंस्टामोजो में इस साधना को मैंने उपलब्ध करवा दिया है। जिसका लिंक मेरे वीडियो के नीचे डिस्क्रिप्शन बॉक्स में आपको मिल जाएगा तो चलिए आज मैं इनकी इस सिद्धि की कथा के विषय में आपको बताता हूं आज तकरीबन 1300 वर्ष पूर्व। एक व्यापारी के घर में एक लड़के का जन्म होता है। लड़के में एक समस्या थी कि उसकी आंखों से उसे दिखाई नहीं देता था। इसी कारण से उसका जीवन बहुत ही कठिनाई भरा होने वाला था। व्यापारी व्यापार में भी लाभ प्राप्त नहीं कर पा रहा था। ऐसी अवस्था में सभी लोगों का उस लड़के पर ही सबका दोषारोपण आने लगा था। तभी उसे ही मनहूस मानते थे। बचपन में जब वह पैदा हुआ था तो उसका नाम अंजनी राम रखा गया था। जब वह बड़ा हुआ तो ना तो उसका विवाह किसी से हो सकता था और ना ही कोई करना ही चाहता था। कारण था। उसका अंधापन 1 दिन उसके पिता और परिवार वालों ने उसके संबंध में कई जगह बातचीत की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उसका जीवन अर्थहीन था। एक बार वह किसी मेले में अपने सहयोगी साथियों के साथ गया हुआ था और तभी वहां पर एक सुंदर सी कन्या घूम रही थी। यह उस से जाकर टकरा गया। और उस कन्या ने गुस्से से कहा, अंधा है क्या? तुझे कुछ दिखता नहीं। तब उसके संगी और साथियों ने कहा, उस कन्या को कहा कि यह वास्तव में अंधा है। इसका नाम अंजनी है और यह बहुत अधिक परेशान रहता है। ऊपर से तुम ने भी इसे इतना भला भला बुरा कह दिया है। अब यह बहुत अधिक परेशान रहेगा। तो वह गर्वीली सुंदर कन्या ने कहा कि इसमें मेरी कोई गलती नहीं। अब अगर खुद हनुमान जी इसकी सहायता करें। तभी इसका भला हो सकता है और अगर इसे पहले से ही पता चल जाए तो यह क्यों किसी से लड़ेगा? इसने? तो भरे बाजार में मेरी बेइज्जती कर दी है। उस कन्या की इस तरह की बातें सुनकर अंजनी राम को बहुत अधिक बुरा लगा अब अंजनी राम। इस बात से बहुत अधिक व्यथित होकर सुबह सुबह अपने घर से अकेले ही अपनी लाठी लिए जिसकी सहायता से वह चलता था। घर से बाहर निकल गया। क्योंकि वह बहुत अधिक दुखी था। एक जंगल में पहुंचने पर उधर से एक साधु आता हुआ नजर आया। वह साधु दूर से ही इसे देखकर समझ गया कि यह कोई भटका हुआ इंसान है और शायद इसे दिखाई नहीं देता। उस साधु ने अंजनी राम की मदद की। उसे अपने घर पर लेकर गया जो एक kuti थी तब वहां पर उसने अंजनी राम से वार्तालाप किया। तो अंजनी राम ने कहा, मेरा जीवन तो व्यर्थ है। मैं मृत्यु की प्राप्ति के लिए घर से निकला हूं। मुझे पता है अंधा आदमी किसी की सहायता के बिना ज्यादा देर तक जीवित नहीं रह सकता। मैं चाहता हूं, मेरी मृत्यु जल्दी हो जाए क्योंकि ना देख पाने के कारण मेरा जीवन व्यर्थ है। ना तो मेरा विवाह हो सकता है और ना ही जीवन की सुंदरता mai देख सकता हूं। तब उस साधु ने अंजनी राम का नाम पूछा। फिर अंजनी ने कहा, मेरा नाम अंजनी राम है। यह सुनते ही वह साधु खुश होकर कहने लगा। अरे तुम्हें तो परेशान होने की भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि जिसके नाम में ही सारा रहस्य छिपा हो उसे कुछ और सोचने की कोई आवश्यकता ही नहीं है अंजनी! माता की कृपा स्वयं हनुमान जी पर थी और आगे जब राम है तो फिर क्या घबराना? तुम हनुमान जी की साधना करो। वह तुम्हारा जीवन बदल देंगे। तुम्हारी संसार में ख्याति हो जाएगी। यह बात सुनकर अंजनी राम ने पूछा, आप बताइए वह हनुमान जी की साधना किस प्रकार करूं। मैं van में रहकर साधना नहीं कर सकता और मुझे तो कुछ भी मालूम नहीं कैसे यह होगा? तब उस साधु ने कहा तुम मुझे गुरु स्वीकार करो। मैं स्वयं तुम्हें यह साधना अपने ही घर में करवा लूंगा और तुम्हारा निश्चित कल्याण होगा। इसमें तनिक भी संदेह नहीं है। मुझे विश्वास है कि हनुमानजी तुम्हारी प्रार्थना अवश्य सुनेंगे तब अपने ही घर के एक कक्ष में अच्छे से साफ सफाई कर उस साधु व्यक्ति ने अंजनी राम को साधु जीवन जीने की कला सिखाई। कक्ष में पूर्व दिशा की ओर एक चौकी पर केसरिया रंग का कपड़ा बिछाकर चौकी पर हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित की और। सिद्ध! यंत्र वहां पर उस साधु ने रखवाया। इसके बाद हनुमान जी के गुप्त मंत्र का उसे जाप करवाया और शुरु करवा दी हनुमान जी की वह साधना कुछ ही दिनों के बाद हनुमान जी की सिद्धि उस व्यक्ति को प्राप्त हो गई। तब उस साधु ने कहा, अब तुम इस सिद्धि का उपयोग जनकल्याण के लिए करो। मैं तो यहां से चला जाऊंगा किंतु प्रत्येक व्यक्ति तुम्हारे पास आकर अपनी समस्याएं हल करवा सकता है। तब अंजनी राम ने उसी कुटी में रहकर! आसपास के लोगों की मदद करना शुरू कर दिया। वह! जब बैठता तो गांव भर के लोग अपनी समस्याओं को लेकर उसके पास आ जाते। यद्यपि अंजनी राम देख नहीं सकता था, लेकिन उसके लिए अब पूरा संसार दिखने लगा था। वह दूसरों की समस्याएं और उनका हल देख सकता था अपनी हाजरात सिद्धि में। वह किसी छोटी कन्या अथवा बालक को बुलाकर उस पर हनुमान जी को बुला लेता था और उस के माध्यम से जो भी प्रश्न गांव वाले पूछते उनका हल उस बालक अथवा बालिका के माध्यम से जवाब देता। और सब प्रश्नों का हल हो जाता और सभी का कल्याण। उस हाजरात हनुमान सिद्धि की वजह से हो रहा था।अब स्वयं एक दिन उस व्यक्ति का पिता और परिवार के लोग उससे मिलने आए और पिता ने अब अपने पुत्र से माफी मांगी और घर चलने को कहा, तब अंजनी राम ने कहा, अब तो उसका जीवन हनुमान जी की सेवा और राम को समर्पित है। भगवान राम की सेवा करना और हनुमान जी की सिद्धि से जन कल्याण करना ही उसका उद्देश्य है। उसके इतने सारे शिष्य हैं कि उसे एक भी चीज की समस्या नहीं होती है। भोजन पानी से लेकर प्रत्येक समस्या का हल उसके शिष्य कर देते हैं और सभी कल्याण और परमार्थ के भागी हो रहे हैं। उन सभी शिष्यों पर हनुमान जी और भगवान राम की कृपा है।
तब? अंजनी राम ने कहा, तुम मेरे पास शिष्य बन कर आए हो। इसलिए मैं तुम्हें एक मार्ग व्यापार का बताता हूं और छोटे बच्चे की सिद्धि के माध्यम से अंजनी राम ने अपने पिता को व्यापार का एक मार्ग बता दिया। 1 वर्ष के भीतर ही अब उसका पिता उस क्षेत्र का धनी मान्य व्यक्ति बन गया। जो लोग अंजनी राम पर हंसते थे स्वयं वह सारे उनके शिष्य बन गए। एक दिन वह कन्या भी अपने पति के साथ आकर इनके पैरों में गिर कर माफी मांगी। तब अंजनी राम ने कहा गर्व होना अलग! है और किसी की बेइज्जती करना बहुत ही बुरी बात है किंतु यदि तुम ऐसा नहीं करती तो आज मैं यहां पर नहीं होता। तुम्हारी बातों से प्रभावित होकर ही मैंने यह मार्ग चुना था। उस कन्या को पुत्र नहीं हो रहा था। वह समस्या भी आखिरकार अंजनी राम के हाथों ही हल हुई। तो इस प्रकार अंजनी राम ने इस सिद्धि को गोपनीय बनाकर रखा। यही सिद्धि और इसका विधान मैं आपके लिए उपलब्ध करवा रहा हूं। इसे आप इंस्टामोजो अकाउंट में जाकर हनुमान सिद्धि और हाजरात साधना के रूप में प्राप्त कर सकते हैं, जिसका लिंक मैंने नीचे वीडियो के डिस्क्रिप्शन बॉक्स में दे दिया है तो यह थी वह कथा और साधना अगर आज का वीडियो आपको पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद। हनुमान सिद्धि और हाजरात साधना विधि प्राप्त करने के लिए यहाँ पर क्लिक करे
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