नमस्कार दोस्तो धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है आज मैं आप लोगों के लिए लेकर आया हूं सेना स्तंभन प्रयोग इसका उपयोग पुराने समय से ही किया जाता है और पुराने जमाने में लोग इसका प्रयोग करके अपने दुश्मनों को स्तंभन कर दिया करते थे आज भी इसका प्रयोग किया जाता है मैं बात कर रहा हूं स्तंभन प्रयोग की जिससे आप अपनी शत्रु की समस्त सेना का भी स्तंभन सकते हैं ।
अगर कोई इसकी साधना करता है तो है वह अपने शत्रु कि सेना और उसके समस्त हथियार बेकार कर देता है रामायण काल के बाद राजा महाराजा इसका प्रयोग अपने राजपुरोहित से करवाते थे राजपुरोहित अपने राज्य के सबसे प्रसिद्ध तांत्रिक को बुलवा कर उससे यह साधना करवाकर इस मंत्र को सिद्ध करवा लेते थे और जब भी राजा के ऊपर कोई भी हमला करता तो राजा तांत्रिक को श्मशान में बैठकर स्तंभन प्रयोग कर देता था जिसकी वजह से दुश्मन की सेना और उसका हथियार बेकार हो जाता था ।
इसका वर्णन तांत्रिक ग्रंथों में मिलता है वही में आप लोगों के लिए लेकर आए हूं चाहे दुश्मन की सेना कितनी भी बड़ी हो इस प्रयोग से उसके सारे हथियार खराब हो जाते हैं एक बार जब भारत और पाकिस्तान का युद्ध हुआ था बाडर पर एक देवी है वहां पर भी पाकिस्तान के लोगों ने अपने बम के गोले गिराए थे वहां पर एक भी गोला नहीं फटा था और सब बेकार हो गया था ऐसे बहुत से उदाहरण है जब शत्रु सेना को बेकार कर दिया तो आज मैं वही विधि आप लोगों को बताने जा रहा हूं इसकी विधि इस प्रकार से हैं पहले आप इसका का मंत्र सुन लीजिए ।।
मँत्र: ओम नमो भगवते महा बल पराक्रमाय् शत्रुणा शस्त्र स्तंभनम कुरु कुरु स्वाहा।।
इसी मंत्र की आपको 10 लाख जाप करके सिद्धि प्राप्त कर लेनी है और कहा गया है कि जब आपको इसका प्रयोग करना हो तब आप चिता के अंगारे से मतलब जो लाश जल रही हो उसकी लाख से अंगारे लेकर मिट्टी के बने बर्तन और किसी अंगार के साथ मंत्र सहित शत्रु का नाम लिखकर किसी जल से भर कुंड में डालने से शत्रु का स्तंभन हो जाता है। इसी का दूसरा प्रयोग बताया गया है कि सफेद गोगी को श्मशान में मंत्र बोलते समय गाड देने से शत्रु कि सेना का स्तंभन हो जाता है यह पहला प्रयोग था और मैं इसी का शत्रु स्तंभन प्रयोग फिर कभी आप लोगों को बताऊंगा इस मंत्र की विधि के लिए आपको काले हकीक की माला या फिर रुद्राक्ष की माला और श्मशान में काले कंबल पर बैठकर चिता के सामने इसी मंत्र को 10 लाख बार जाप कर के सिद्ध कर लेना होगा। इस प्रयोग को आप अमावस्या की रात्रि से शुरु कर सकते हैं या फिर यह कार्य अघोरीयो से भी कर सकते हैं। 41 दिन में आपको इसकी सिद्धि मिल जाएगी और यह मंत्र हमेशा के लिए आपका कार्य करेगा और यह मंत्र पूरी सेना का स्तंभन करने कि शक्ति रखता है अगर आपको यह साधना पसंद आई हो तो धन्यवाद।।