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करवा चौथ पर प्रेतात्मा बनी पति

करवा चौथ पर प्रेतात्मा बनी पति

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम आपके लिए एक ऐसा अनुभव लेकर आए हैं जो कि त्योहार के रूप में आने वाले कुछ दिनों में आने वाला है। यानी मैं बात कर रहा हूं, करवा चौथ के विषय में। यह अनुभव हमें पत्र के रूप में भेजा गया है तो चलिए पढ़ते हैं इनके पत्र को और जानते हैं इस अनुभव के विषय में।

नमस्ते गुरुजी, मैं आपका चैनल कई वर्षों से देख रही हूं। गुरु जी आप अध्यात्म के क्षेत्र में और भौतिक जीवन से संबंधित तांत्रिक क्रियाओं के संबंध में अच्छे वीडियो बनाते हैं और हर प्रकार से आपका उद्देश्य मुझे पवित्र लगता है। इसलिए मैं आपको हमेशा से फॉलो करती आ रही हूं। गुरु जी कृपया मेरा नाम पता और जिसकी यह कहानी है उसके विषय में कोई जानकारी साझा ना करें। अति कृपा होगी गुरु जी, क्योंकि यह एक सत्य घटना है जो कि। इस त्यौहार से जुड़ी हुई है इसीलिए मैं आपको यहां पर इसके विषय में बता रही हूं और कहानी के रूप में प्रकाशित करके लोगों को सावधान भी करना चाहती हूं। करवा चौथ आते ही मेरे मन में यह प्रश्न उठा कि मुझे यह बात जो सन 2019 की है, आपको बता देनी चाहिए। उस वर्ष करवा चौथ के समय मेरी ननंद जिसके पति दुबई में रहते हैं। उनसे दूर थी अधिकतर। स्त्रियों के मन में जब उनके पति उनसे दूर होते हैं तो चलनी के माध्यम से उनका फोटो या वीडियो कॉल करके उन्हें देखती हैं। लेकिन क्या होगा अगर पति की जगह किसी और ही शक्ति से पाला पड़ जाए? ऐसा ही कुछ उस दिन हो गया। इसकी सारी बात मैं आपको बताती हूं। उस रात जब हम सारी स्त्रियां छत पर खड़े होकर चांद को देखने की कोशिश कर रही थी तभी मेरी ननद ने भी आकाश में चांद को देखने के लिए जैसे ही चलनी का इस्तेमाल किया। तो उसे कुछ साफ दिखाई नहीं दिया इसलिए वह सामने वाले घर में चढ़कर देखने के लिए उतावली हो गई। मैंने यह सोचा नहीं था। ऐसा भी कुछ गलत उसके साथ में घटित हो सकता है। मैंने दूसरे मकान की छत जो हमारे मकान से जुड़ी हुई है जाने के लिए उसे मना किया था। क्योंकि हमारे यहां यह माना जाता है कि उस मकान में कुछ गड़बड़ी तो जरूर है। कई वर्षों से वह मकान बिकता है और जो इसे खरीदना है, बाद में उसे फिर से बेच कर चला जाता है। आत्माओं का वास है ऐसा सब लोग मानते हैं लेकिन क्योंकि वह हमारी छत से जुड़ा है और वहां से ऊंचाई बढ़ जाती है। इसलिए वह चांद देखने के लिए उस मकान पर जल्दबाजी में चली गई। इससे पहले कि मैं उसे रोक पाता वह ऊपर पहुंच कर कहने लगी कि देखो चांद दिख रहा है। आप लोग यहां से आकर देख ले।

तभी उसने चलनी को ऊपर किया और उसी के बाद हमने जो देखा वह आश्चर्यचकित करने वाला था और भयानक था। वह चिल्ला कर बोली। यह क्या है? और फिर वह बेहोश होकर गिर पड़ी। हम लोग भागते हुए उस और दौड़ कर पहुंचे। हमने उसे वहां से उठाया और नीचे लेकर आ गए। सब ने अपनी पूजा जैसे तैसे संपन्न की और फिर? हमने उसे जगाया तो वह बड़बड़ाने लगी। तब हमने घरवालों से सारी बात बताई तब तक मेरी ननद ने भी सारी बात हम लोगों को बता दी थी। उसने कहा कि वह जैसे ही वीडियो कॉल करके अपने पति को मोबाइल के माध्यम से देखने के लिए चलनी को ऊपर करी। तभी उसे सामने एक भयानक राक्षस जैसा व्यक्ति दिखाई दिया जो उसे देख कर मुस्कुरा रहा था। चलनी में चांद के सामने वही दिखा था। उसने इस प्रकार से देखा कि? इसकी डर के मारे चीख निकल गई और इसके बाद यह बेहोश हो गई।

हम लोग अब अपनी पूजा संपन्न कर चुके थे। मेरी ननद अपने कमरे में सोने के लिए चली गई। सबने कहा, कभी कभी ऐसा हो जाता है क्योंकि वह घर तो पहले से ही भूतिया कहा जाता है लेकिन कोई बात इतनी बिगड़ सकती है। किसी ने भी नहीं सोचा था। जब वह रात को सो रही थी तभी एक बार फिर से उसके चिल्लाने की आवाज बहुत जोर से आई। सभी एक बार फिर से घबरा गए और फिर दौड़े उस और जिस कमरे में मेरी ननद थी।

उसने कहा, मेरे सारे कपड़े अस्त-व्यस्त हो गए हैं। ऐसा लगा है जैसे कि मेरी इज्जत लूटने की कोशिश किसी ने की है। घर में कौन है? सब ने उसे ऐसे देखा जैसे कि यह कैसी बातें कर रही है, लेकिन उसने कहा, मैं सच बोल रही हूं। किसी ने मेरी इज्जत लूटने की कोशिश की। आप लोगों को यकीन नहीं आ रहा है। आप लोग देखें कि यहां इस कमरे में अभी कौन आया था। उसने मेरा मुंह दबा दिया था। मेरे हाथ बुरी तरह दबाए थे और मेरे शरीर के साथ छेड़खानी कर रहा था।

सब एक बार फिर से स्तब्ध रह गए। किसी को भी यकीन नहीं हो रहा था औरतो वाले घर में केवल दो-तीन ही पुरुष थे और सभी अपने अपने कमरों में थे। ऐसे में कोई बाहर से आकर ऐसी हरकत कैसे कर सकता है। जब से यह उस मकान में गई है तभी से ही है, सारी बातें हो रही थी। इसलिए देर न करते हुए सुबह ही मेरे ससुर जी। एक तांत्रिक को बुला कर ले आए। वह एक भक्त भी हैं और कोई ढकोसला नहीं करते हैं। उन्होंने आकर मेरी ननद को देखा।

ननद से कहा कि सुनो तुम्हें क्या नजर आता है। सारी बात बताओ। उसने कहा, मुझे एक काला राक्षस जैसा दिखने वाला इंसान दिखा था जिसने अपने शक्तिशाली हाथों में मुझे जकड़ लिया था और मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश कर रहा था

तब तांत्रिक महोदय ने एक विशेष तरह की जड़ी बूटी मेरी ननंद को खाने के लिए दी और कहा, इसे खा लो। उन्होंने उसे खाया तो कहने लगी। मुझे ऐसा लगा जैसे शरीर को कुछ शांति मिली हो। तब तांत्रिक महोदय ने मेरे ससुर से कहा, इस पर एक प्रेत आत्मा का साया आ चुका है और क्योंकि इसने चलनी के माध्यम से उस प्रेतात्मा को देखा है। इसलिए वह यह समझ रही है कि यह मेरी पत्नी हो चुकी है। और इसका पति भी विदेश में है इसलिए वह आत्मा अब इसे अपनी पत्नी समझ कर इसके साथ वह करना चाहती है। अब यह जल्दी इसे नहीं छोड़ने वाली है। इसलिए अब एक ही तरीका है। सबसे पहले हमें यह जानना होगा कि गलती आखिर हुई कहां पर तब यह सब बातें सुनकर मैंने अपने ससुर जी से कहा, इसका उस घर में जाना ही सबसे बड़ी गलती है। लेकिन यह बात तांत्रिक को समझ में नहीं आई। उसने कहा, किसी प्रेतात्मा वाले घर में अगर कोई चला भी जाए तो भी ऐसा नहीं हो सकता। कोई ना कोई गलती तो अवश्य ही की होगी तभी एक बहुत बड़ी गलती हो गई थी और वह थी कि सुहागन वाले सामान इसमें चूड़ियां, सिंदूर, मांग, टीका इत्यादि वह गलती से मेरी ननंद ने कूड़ेदान में डाल दिया था ।

इसी वजह से ऐसा हुआ कि जो पवित्र शक्तियां रक्षा करती हैं, वह भी साथ छोड़ दी। इसके अलावा फैंसी दिखने के चक्कर में इन्होंने काली रंग की साड़ी दिन भर पहनी हुई थी। इस दिन काले रंग की साड़ी भी नहीं पहननी चाहिए थी। इसीलिए यह सारी बातें घटित हो गए। तब तांत्रिक ने कहा, इसका एक ही विकल्प है। आप इन्हें मां दुर्गा के मंदिर में जाकर हवन करने के लिए प्रेरित कीजिए। मैं इनके साथ बैठकर हवन करवा दूंगा और इसके बाद वह प्रेतात्मा हमेशा के लिए इनके शरीर को छोड़ देगी। इसके बाद उन्हें लेकर वही जाया गया और उन्होंने दुर्गा मंदिर में बैठकर उनके साथ हवन किया। तभी एकदम से वह बेहोश हो गई और जब वह उठी तो खुशी से कहने लगी ऐसा। जैसे मेरे सिर का 2 दिन से बना हुआ भारीपन पूरी तरह हट चुका है। सच में उस दिन के बाद से वह पूरी तरह स्वस्थ हैं। मैं बस गुरु जी यहां पर यही कहना चाहती हूं कि सुहागन का सारा साजो सामान बहुत ही पवित्र होता है। उसे कभी भी गंदी जगह या कूड़ेदान इत्यादि में फेंकने की गलती ना करें। इस दिन काले रंग का प्रयोग बिल्कुल भी ना करें अन्यथा ऐसे ही कोई आत्मा आप को अपने वश में ले सकती है और ऐसी जगह से चंद्रमा का दर्शन ना करें जो प्रेत ग्रसित जगह हो।

आपको यह सच्चा अनुभव भेजने का वास्तविक तात्पर्य यही है कि इन सब बातों का पूरी तरह ख्याल रखा जाए तो ऐसी आत्माएं खुद ही सुहागन से दूर भागती हैं क्योंकि यह तो पवित्र त्यौहार है। इस दिन सुहागन की शक्ति सबसे ज्यादा शक्तिशाली होती है। आपको प्रणाम, गुरुजी और दर्शकों का दिल से धन्यवाद ।

संदेश-तो देखिए यहां पर इन्होंने यह अनुभव भेजा है। यह एक सत्य और अच्छी प्रेरणा देने वाला अनुभव है। सभी सुहागिन स्त्रियों को इन बातों का ख्याल रखना चाहिए ताकि ऐसी कोई गड़बड़ी उनके साथ कभी ना हो।

तो यह था करवा चौथ से संबंधित एक सत्य अनुभव अगर आपको यह वीडियो पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

https://youtu.be/9XDKWyC5m0o

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