नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज एक अनुभव हमको प्राप्त हुआ है। छत्तीसगढ़ से भेजने वाले ने अपना नाम और पता बताने से मना किया है पर वह अपने गांव में घटित हुई एक घटना के विषय में बताना चाहते हैं। चलिए पढ़ते हैं के पत्र को और जानते हैं कि कैसा है इनका अनुभव!
प्रणाम गुरु जी, मैं अपना नाम और पता आपको नहीं बताना चाहता क्योंकि ऐसी बातें लोग अक्सर छुपाते हैं। आपके चैनल में भी सारे लोग अपने नाम और पता को छुपाते हैं। शायद उनको कोई डर रहता होगा। और समाज में बदनामी की भी बातें होती हैं। इसी कारण से मैं आपको अपने बारे में कुछ भी नहीं बता रहा। सिर्फ इतना बता सकता हूं कि मैं छत्तीसगढ़ निवासी हूं। मैं आज आपको जो अनुभव बताने जा रहा हूं, यह हमारे ही गांव के एक जंगल का है।
हमारे गांव में हमारे ही पड़ोस में रहने वाली एक लड़की जो दिखने में काफी सुंदर थी। अधिकतर सभी लड़के उसके ही पीछे रहा करते थे। जब भी वह जंगल में जाती सारे लड़के उससे मिलते और उससे बातचीत करते। सभी चाहते थे कि वह उसे पसंद कर ले पर वह किसी को भी पसंद नहीं करती थी। एक बार जंगल में ही बहुत सारे लड़के उस लड़की को एक जगह पर ले गए। वहां पर जाने पर कुछ देर वह बैठे बातें ही कर रहे थे। तभी उनमें से कुछ लोगों ने जलेबी ला करके उस लड़की को खिलाई। उस जगह पर बैठकर के सभी ने मिलकर जलेबी खाई। जलेबी को सब कहते हैं, काफी स्वादिष्ट थी। इसके बाद ज्यादा जलेबी लाने की वजह से कुछ जलेबी बच गई।
वह जलेबी एक झाड़ी पर जाकर के फेंक दी गई। उस झाड़ी पर पता नहीं क्या था? तभी इस लड़की ने कहा कि मेरा पेट खराब हो गया है। मैं अभी आती हूं। सब के सब समझ गए कि जरूर इसने ज्यादा खा लिया है। वह चाहती भी यही थी कि सभी लोग उसकी सेवा इसी तरह करते रहें। क्यूंकी वह अपनी सुंदरता पर वह मरती जो थी । इसी वजह से वह अधिकतर लोगों के साथ खिलवाड़ भी किया करटी थी। जहां पर जलेबी फेंकी गई थी उसी के पीछे जाकर के शायद उसने पखाना किया होगा। उसके बाद फिर वहां से सभी लड़कों के साथ में गांव वापस आ गई। गांव में वह लड़की धीरे-धीरे बदनाम होने लगी थी। क्योंकि लोग कहते थे कि इसका कई लड़कों के साथ चक्कर है।
अब मैं आगे की बात बताता हूं। उस दिन जब वह वापस अपने घर आई तो उसका पेट खराब होना बंद नहीं हुआ। वह बार-बार! पखाने जाती और यह क्रिया लगातार चलती रही। उसकी तबीयत बहुत खराब हो गई थी। परिवार के लोगों ने जल्दी से डॉक्टर को बुलाया। कहा इसने जरूर कुछ गलत खा लिया है? सब ने कहा, इसने जलेबी खाई है पर सिर्फ इसी का पेट खराब हुआ है। बाकी लोगों ने भी जलेबी खाई थी, लेकिन उनमें से किसी का भी पेट खराब नहीं हुआ। सब लोगों ने सोचा कि जरूर इसने पहले ही कुछ खा रखा होगा। डॉक्टर ने कुछ दवाइयां लिखकर के दी। ताकि उसे कुछ आराम हो सके। पर वैसा कुछ भी नहीं हुआ।
उसकी तबीयत खराब होती चली जा रही थी। वह चीज बढ़ती जा रही थी। दो-तीन दिन के बाद में उसकी हालत इतनी खराब हो गई कि उसका चलना फिरना भी असंभव हो गया। और 3 दिन बाद उसकी मौत हो गई। सब आश्चर्य में पड़ गए। सारे लड़के एक दूसरे को दोष देने लगे। अगर वह जलेबी नहीं लाते तो शायद वह बच जाती। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था। आखिर क्या हुआ था, किसी को कुछ खबर नहीं थी? बाद में घरवाले पता लगाने की कोशिश किए कि क्या उसने कुछ गलत खाया था? पर ऐसा कुछ भी देखने में नहीं आ रहा था क्योंकि सभी भोजन, सभी लोग एक साथ ही करते थे। इसी वजह से अगर किसी एक का पेट खराब होता है तो सबका होता पर वैसा कुछ भी नहीं हुआ था।
कुछ दिनों बाद उसी जगह पर लड़के एक बार फिर से जलेबी खाने बैठे ही थे। कि अचानक से एक लड़का। जोर जोर से चिल्लाने लगा। कि वह मुझे दिखाई दे रही है। और वह इशारा करके कहने लगा। वह देखो उस झाड़ी के पीछे जा रही है। सभी ने उसको पकड़ लिया और कहा कि इसका दिमाग खराब हो गया है पर वह चिल्ला रहा था। ऐसे जैसे कि कोई व्यक्ति पागल हो जाता है। उसका चिल्लाना नहीं रुक रहा था। वह चिल्लाए ही जा रहा था। वह चिल्लाता और कहता वह देखो झाड़ी के पास जा रही है। इस प्रकार से वह लड़का वहीं पर बेहोश हो गया। सभी! परेशान हो गए कि आखिर इस लड़के को क्या हुआ? अभी कुछ दिनों पहले ही तो यहां पर उस लड़की के साथ में ऐसा हुआ था। अब इस लड़के के साथ भी ऐसा हो गया है।
यह लड़का आखिर चिल्ला क्यों रहा था और अब बेहोश क्यों हो गया है। सभी लड़के उसको उठा कर के अपने गांव में वापस ले आए। उसका भी वैसा ही हाल शुरू हो गया। शाम होते-होते उसका पेट खराब हो गया। और अब उसे भी लेट्रिन और पखाना होने लगा। वह बहुत ज्यादा! पखाना करने लगा था। लैट्रिन जाते जाते उसका शरीर एक बार से सुख सा गया। अब उसकी भी हालत खराब होती जा रही थी। अचानक से दो-तीन दिन बाद उसकी भी मौत हो गई। यह खबर अब पूरे गांव में चर्चा का विषय थी।
सब ने कहा, ऐसा क्यों हो रहा है? उस जगह जहां पर लड़की की तबीयत खराब हुई और उसका पेट खराब हुआ। इसके बाद उसकी मौत हो गई। वही हाल इस लड़के का भी हुआ और उसकी भी मौत हो गई। कुछ दिनों बाद अचानक से। कई लोगों ने कहा कि उन्होंने उसी लड़की को। टहलते हुए सा देखा है। सभी लोग कहने लगे कि जरूर मरने के बाद आत्मा बन गई है। सभी लोगों उससे डरने लगे। गांव का ही एक चरवाहा अपनी गाय चराते-चराते उसी स्थान पर पहुंच गया। जहां पर यह घटना घटित हुई थी। सभी उससे पूछते थे कि उस स्थान पर जाने पर क्या उसे कुछ दिखाई देता है? पर वह कहता है मुझे कुछ नहीं दिखाई देता है। लोगों के उकसाने पर वह ठीक उसी स्थान पर चला गया। जिस झाड़ी पर यह सारी घटनाएं घटित हुई थी। वो झाड़ी को चारों ओर से देखने लगा।
अचानक से उस जमीन से दो हाथ। निकलते हुए बाहर आए। उन्हें देख कर के वह बहुत घबरा गया। जमीन के अंदर से आवाज आ रही थी। मुझे जलेबी दो। यह बहुत ही खतरनाक घटना थी। चरवाहा अपने जानवर छोड़कर भागते हुए गांव की ओर आया। और उसने यह बात सारे गांव के लोगों को बता दी। अब तो खौफ का ऐसा माहौल कि उस तरफ जाने से ही लोग डरने लगे। गांव के बाहर एक तांत्रिक रहता था। गांव वालों ने सोचा क्यों ना यह बात उसे बताई जाए और अगर यह समस्या है तो इससे छुटकारा पाना आवश्यक है क्योंकि उस तरफ काफी मात्रा में अच्छी वनस्पतियां और खलिहान थे। लेकिन लोगों के मन में डर जब बैठ जाता है तो उस जगह जाने से हमेशा ही डरते रहते हैं। ऐसा ही हाल उस क्षेत्र के लोगों का हो गया था।
जिसके भी खेत और बाकी चीजें उधर पड़ती थी, वह लोग उधर जाना ही बंद कर दिए। डर का माहौल इतना अधिक था कि सब उस आत्मा से डरने लगे थे। आखिर उस आत्मा का रहस्य क्या था। यही जानने के लिए गांव में बैठक हुई।सब ने सोचा कि उस तांत्रिक के पास चलकर इसके बारे में हल लिया जाए। सभी लोग उस तांत्रिक के पास पहुंच गए। तांत्रिक माता काली का बड़ा भक्त था। और वह माता कालिका का दिन भर भजन किया करता था। उनके मंत्रों का जाप करता था। अभी तक उसके पास कोई नहीं जाता था लेकिन अब हर व्यक्ति उसके ही पास जाने लगा। क्योंकि जिन भी लोगों के खेत खलिहान और जानवर उस क्षेत्र में। चरा करते थे। वह सब के सब परेशान थे।
तांत्रिक ने कहा, सारे लोगों को एक साथ बुलाओ एक -एक करके आने की आवश्यकता नहीं है। उसने सभी लोगों को बुला लिया। अब सारे लोगों ने अपनी अपनी बातें उसे बताई क्योंकि उसने कहा था कि मुझे सारी घटना के बारे में विस्तार पूर्वक बताओ। उसने जो जो बातें सुनी, वह सोच में पड़ गया। उसने कहा, अगर कोई व्यक्ति उस झाड़ी की मिट्टी लाकर मुझे दे दे तो मैं आराम से जान पाऊंगा कि वहां पर आखिर हुआ क्या है? पर इस बात से सभी लोग घबरा गए। सभी लोगों ने उस तांत्रिक से ही प्रार्थना की कि हम लोग आपको दूर से उस जगह को दिखा देंगे मिट्टी आप ही उठाना। क्योंकि अगर हम में से कोई गया और हमको भी वही हो गया है तो हम बेमौत मारे जाएंगे।
यह बात गांव में फेमस हो चुकी थी कि वहां पर एक लड़की की आत्मा रहती हैं। तांत्रिक ने कहा, ठीक है। तांत्रिक ने फिर मां काली के रक्षा मंत्र का इस्तेमाल कर अपनी छाती पर फूंका। और जो जो भी तांत्रिक क्रियाएं वह जानता था वह सब अपनी सुरक्षा के लिए करने के बाद गांव वालों के साथ उस स्थान की ओर चल पड़ा। थोड़ी दूर जाने के बाद गांव वाले रुक गए। उन्होंने इशारे से उन्हें समझा दिया कि उस झाड़ी के पास ही जाना है। और वहीं पर आपको मिट्टी उठानी है। तांत्रिक अपने साथ एक मिट्टी का पात्र लेकर गया था। उस मिट्टी के पात्र में ही उसे मिट्टी को भरना था। वह वहां पर पहुंचा और चारों और मुआयना करने लगा। चारों तरफ घूमने के बाद उसने वह जगह पर ध्यान पूर्वक देखा। फिर उसने उस स्थान की मिट्टी अपने उस मिट्टी के बर्तन में भर ली। वहां से वापस आने लगा।
अभी वह वापस आ ही रहा था कि अचानक से गांव में एक सांड! उत्तेजित होकर दौड़ता हुआ उस ओर आया। उसने जोर से तांत्रिक को ही मार दिया। तांत्रिक दूर उछल कर गिरा। तांत्रिक के हाथ से वह बर्तन भी टूट कर गिर गया। अब तो गांव वालों में और भी ज्यादा खौफ पैदा हो गया। क्योंकि तांत्रिक को एक बैल ने मार दिया था। हालांकि तांत्रिक बच गया था लेकिन घायल हो गया। तांत्रिक आश्चर्य से सभी लोगों को देख रहा था और उस बैल को भी जो उछल कूद मचाता हुआ गांव में इधर उधर दौड़ रहा था। आखिर यह सब क्या हो रहा था, यह मैं आपको अगले भाग में बताऊंगा गुरुजी! अगर आपको यह घटना और अनुभव अच्छा लगे तो इस पर वीडियो जरूर बताइएगा। धन्यवाद!