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जिन्न ने गुंडों से इज्जत बचाई

नमस्कागुरु जी प्रणाम मेरा नाम अंजू शर्मा है। मैं नई दिल्ली में रहती हूं। गुरु जी 5 महीनों से आपके चैनल से जुड़ी हुई हूं। आपको और धर्म रहस्य के दर्शकों को मेरा प्रणाम मैं शिव जी की भक्त हूं। रोज उनकी पूजा और पाठ करती हूं। लगभग आपकी सारी वीडियो देखी है। गुरु जी मैं जिन्नों में थोड़ी ज्यादा दिलचस्पी लेती हूं। आपकी वीडियो देखते देखते मुझे नेक जिन साधना मिली जो आपके चैनल पर डाली गई है। साथ ही बता दो कि मुझे आईने के सामने सजने और सवरने का बड़ा शौक है।

मजे मजे में सोचा कि इस चीज को करूँ । वह वीडियो डाउनलोड कर अच्छे से मैंने देखी और शाम को नहा धोकर ऐसे ही मंत्र हाथों से जगने लगी। सबसे पहले मैंने आपको अपना गुरु माना। शिव जी से कहा है शिव जी मैं जिन साधना शुरू करने जा रही हूं। और मेरा कोई गुरु नहीं है इसलिए मैं श्री सूरज प्रताप जी को अपना गुरु मानकर साधना शुरू करने जा रही हूं क्योंकि मेरा कोई गुरु नहीं है और मुझे ज्यादा कुछ साधना क्षेत्र के बारे में पता नहीं है।

आपके पास बहुत ज्ञान है और आप लोगों का मार्गदर्शन भी कर रहे हैं। मैंने यह मार्ग चुना आध्यात्मिक दुनिया में।

क्योंकि आप ही मेरे आइडल हो।

ऐसे ही साधना करते 15 दिन हो गए थे। कोई अनुभव नहीं हो रहा था। इससे मैं बहुत निराश हुई थी। लेकिन मुझे इतना तो पता था कि जो काम हाथ में ले लो चाहे कितनी भी परेशानी आए, हार नहीं मानी चाहिए। चाहे वह साधना में ही क्यों ना हो? फिर एक दिन रात को मुझे ऐसा महसूस हुआ कि मुझे कोई देख रहा है। अगले ही पल किसी के चलने की आवाज भी आने लगी। यह सब देख कर मैं डर गई। और कमरे से बाहर निकल गई। अगले दिन जब मंत्र जाप करना शुरू किया थोड़ी देर में वहां खुशबू फैल गई। मेरे आस-पास किसी के चलने का भी। एहसास और आवाजें आने लगी। मुझे तो कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था कि यह क्या हो रहा है। मंत्र जाप पूरा होते-होते मुझे किसी ने छुआ। जप तो पूरा हो चुका था तो डर के एकदम में खड़ी हुई पर आसपास देखा तो वहां कोई नहीं था। फिर रात को मुझे एक सपना आया। मैंने देखा कि मैं कहीं जा रही थी। तभी मेरे सामने एक लड़का आया और मुझसे दोस्ती के लिए पूछने लगा। मेरी बहुत तारीफ भी की उसने अपना नाम आरिफ। बताया। और कहने लगा आज से आगे तुम्हारे साथ। मैं रहूंगा। कुछ भी हो डरना मत मैं तुम्हारे साथ हमेशा हूं।

यह कहकर वह गायब हो गया। और मैं डर के उठ गई। फिर सुबह यह सपने को मैंने अपनी मां को बताया। उन्होंने मेरी बातों को यूं ही लिया, फिर शाम को साधना कर अपने रूम में गई तो रूम में एक सफेद साया सा दिखाई दिया और सीधा में नीचे हॉल में आ गई। कमरे में जाने की तो मेरी हिम्मत ही नहीं हो रही थी। फिर सीधा रात को रूम में गई तब वह शायद नहीं था, इसलिए मुझे अपना वहम लगा लेकिन शीशे पर उर्दू में कुछ लिखा था। मुझे समझ में नहीं आया कि यह क्या लिखा है लेकिन इतना पता चल गया कि वह मेरा वहम नहीं। यह काम पक्का जिन्न का था तभी मुझे एक आवाज आई। डरो मत भले ही तुमने साधना ठीक से नहीं की, लेकिन मुझे तुमसे प्यार हो गया है। इसलिए मैं तुम्हें कुछ नहीं कर रहा हूं। यह सुनकर डर के मारे मैं वहां से भाग गई। मुझे समझ में आया कि यह सब उस साधना की वजह से ही हो रहा है। अब मैं रिस्क नहीं ले सकती थी। सच में मेरे पास कोई आ गया था क्योंकि वह शाबर मंत्र था। उस रात में मां के साथ सोई हुई थी। यह बात घर में किसी को नहीं बता सकती थी। क्योंकि जिन आने की वजह से मैंने ठान लिया था कि अब मंत्र जाप नहीं करूंगी। कुछ दिनों बाद मुझे जॉब भी मिल गई।

जॉब मिलने की खुशी में मेरे दोस्तों को क्लब में मैंने पार्टी दी थी।

चरण नाम का एक लड़का जो मुझे पसंद करता था वह मैं और मेरी एक दोस्त रानी आ रहे थे। रानी को घर छोड़कर उसने मुझे प्रपोज कर दिया तभी उस पर आसमान से।

ओले जैसे पत्थर गिरने लगे। चारों और डरावनी आवाजें आने लगी। वह पत्थर सिर्फ उसी को लग रहे थे। वह वहां से डर कर भाग गया। मैं घर में आई और सोचने लगी कि मुझे यह सब क्या अनुभव हुए हैं। मेरी आंखों पर मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा था। रात को मैं ऐसे ही टेरिस पर टहल रही थी तब शायद रात के 11:55 हो रहे थे। तभी मुझे नीचे से आवाज आई। कोई मुझे बुला रही थी। तो मैंने ऊपर से ही नीचे की तरफ झांक के देखा, मुझे दिखा मेरी दोस्त मीना है। वह मुझे नीचे बुला रही थी। मुझसे मदद मांग रही थी। मुझे बिल्कुल भी विश्वास नहीं हुआ कि मीना 1 महीने पहले ही कार एक्सीडेंट में मारी गई थी। वह लगातार मुझे नीचे से बुला रही थी। मुझे पता था वह मेरी दोस्त की आत्मा है। लेकिन थी तो मेरी दोस्त, चाहे वह मर ही क्यों ना गई हो तो मैंने सोचा एक बार जाकर देख लूं। आखिर मीना मुझसे चाहती क्या है?

मैं नीचे जाने के लिए पलटी तभी मुझे फिर से आवाज आई। इस बार उस सफेद देखा, गैलरी के कोने पर खड़ा था। गुरुजी वह बोल रहा था। नीचे मत जाना खतरा है। नीचे गई तो मारी जाओगी। वह एक छलावा है। मैंने डरते डरते पूछा, कौन हो तुम मेरे पीछे क्यों पड़े हो, उसने प्यार से जवाब दिया। मैं वही हूं जो उस रात तुम्हारे सपने में आया था। मैंने पूछा आरिफ!

हां सच्ची! सही पहचाना है। देखो तुम नीचे घर के बाहर मत जाओ। वह तुम्हारी दोस्त नहीं है। मैंने कहा, साफ साफ दिख रहा है। वह सच में मेरी ही दोस्त है। देखो मैंने साधना सिर्फ टेस्ट करने के लिए की थी। मुझे तुम्हारी जरूरत नहीं है मैं इंसान ही हूं कोई जिनी नहीं जो तुम मुझसे प्यार करने लगे हो। तुम नेक हो तो तुम जानते ही होगे। कुरान में अल्लाह ने साफ-साफ फरमाया है कि जिन आग से बना है और हम इंसान।

मिट्टी से। हम दोनों का कोई मेल नहीं है।

तो उसने कहा, मैं तुम्हारे साथ रह सकता हूं। मैंने कहा पता नहीं मैंने यह साधना क्यों कि। और यह बोलकर नीचे चली गई। दरवाजा खोल बाहर गई। मीना के सामने जाते हैं, वह हंसने लगी और कहने लगी। पागल लड़की तेरे आशिक ने तुम्हें इतना समझाया लेकिन तू फिर भी आ गई। वाह रे तेरी दोस्ती! यह बोलकर अगले ही पल किसी आदमी में आत्मा बदल गई। यह देख मुझे बहुत डर लग गया और मैं भागते वक्त नीचे गिर पड़ी। वह बोली अभी तुझे मार कर मैं अपना गुलाम बना लूंगा। मुझे लगा कि मेरा आज आखिरी दिन है। उसने मुझ पर अटैक किया था तभी उसे किसी ने मुझसे दूर किया। मैं हैरान हो गई। वह भी मेरे ऊपर हमला करने लगा, लेकिन उसका हमला मुझ तक पहुंच ही नहीं रहा था। ऐसा फील हो रहा था जैसे आजू बाजू कोई प्रोटेक्शन है। वह मुझे मारने की कोशिश कर रहा था। तभी मेरे और उसके बीच आरिफ आ गया। दोनों में बहुत लड़ाई हुई आखिर में वह छलावा गायब हो गया।

मेरे पास आकर उसने कहा, यह छलावा बहुत दिनों से तुम्हारे पीछे था। तुम्हें मार कर तुम्हारी ऊर्जा पाना चाहता था लेकिन तुम्हारा! अटल भाव मेहनत और भक्ति भाव बड़ा मजबूत था, इसलिए वह ऐसा नहीं कर पाया। तब मैंने कहा ठीक है तुम्हारी मदद के लिए बहुत शुक्रिया। तुम किसी जिन्नी को पकड़ो मैं इंसान हूं। मुझे बख्श दो। उसने कहा यार दिल तो तुम्हारे पास है और अरेबिक में कुछ कहा थोड़ी मुझे भी आती है। आखिर में उसने कहा।

मैं तुमसे प्यार करता हूं। अगले दिन ऑफिस से आने में मुझे थोड़ी देर हो गई थी। मैं आ ही रही थी कि मैं सुनसान गली में पहुंच गई। तभी मुझे कुछ शराबी मिल गए। वह पूरे नशे में थे। मुझे उन्होंने अकेला देखा तो चारों ने मुझे घेर लिया। एक ने मेरा हाथ पकड़ कर मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। गुरुजी आपको यकीन नहीं होगा पर यह मेरे साथ हुआ था। किसी अदृश्य शक्ति ने उन्हें मारना शुरू कर दिया। और कईयों को उठाकर हवा में दूर फेंका। मैं घर आ गई। इन सब से मैं बहुत डर गई थी। आते ही अपने रूम में आ गई और अगले ही पल वहां आरिफ आ गया था और उसने कहा। डरो मत मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं। मैंने कहा मेरी इज्जत बचाने के लिए तुम्हारा शुक्रिया, लेकिन तुम्हारा और मेरा मेल नहीं है। प्लीज मेरी खुशी इस तरह नहीं है। मैं नहीं चाहती कि मुझ पर किसी जिन का साया हो, हम सिर्फ अच्छे दोस्त बन कर रह सकते हैं।

उसने कहा, मैं तुम्हें नहीं भुला सकता। तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकता हूं। मैंने कहा, अगर तुम मुझसे सच में प्यार करते हो तो मैंने जिंदगी से चले जाओ। गुरु जी उसने ठीक है जैसा तुम चाहो लेकिन कभी अगर मेरी मदद की जरूरत पड़े तो मेरा मंत्र पढ़ लेना। मैं जरूर आऊंगा और यह बोलकर वह चला गया।

आज भी आरिफ मेरी मदद के लिए आता है। वह मेरा अच्छा और अनेक जिन साथी है अगर वह इंसान होता तो उसी से शादी करती। मेरा आपसे एक सवाल है। गुरु जी क्या साधना के दौरान लड़कियों पर जिन आशिक हो सकता है और क्या जिन और इंसान की शादी हो सकती है। क्या बच्चे भी पैदा हो सकते हैं क्योंकि यह बड़े बड़े। पीर बाबा कहते हैं कि कुछ लोगों से मिले हैं जो जिनी जिनी से शादी कर उनके बच्चे भी हैं। क्या ऐसा हो सकता है। लिखने में कोई गलती हुई हो तो माफ कीजिएगा। प्रणाम!

संदेश- यहां पर जो अनुभव के साथ घटित हुआ यह साधना का प्रतिफल था। रही बात जिन से शादी की तो। ऐसा देखने में आता है कि जब शादियां हुई और उनसे संतानों की प्राप्ति भी हुई है।

ठीक वैसे ही जैसे किसी यक्ष यक्षिणी से भी शादी हो सकती है। अप्सरा से हो सकती है उसी तरह यहां पर साधना जो है कर सकते हैं।

और शादी करके फिर आप पुत्र की उत्पत्ति भी कर सकते हैं। यह संतान भी पैदा हो सकती है। ऐसी उनके अंदर शक्तियां होती हैं। वह वीर्य का निर्माण कर सकते हैं। इसी कारण से आप को संतान भी हो सकती है। लेकिन अधिकतर ऐसी संताने किसी एक दुनिया में ही रह सकती हैं या तो वह अपनी दुनिया में चला जाएगा या फिर ईसी में ही रह जाएगा। जिस दुनिया में रहेगा उसमें शक्तियां भी उसी दुनिया की होंगी क्योंकि ऐसी संताने। ज्यादा दिनों तक जीवित नहीं रहती हैं या फिर? उनके अंदर वह शक्तियां किसी माध्यम से आती है और फिर चली भी जाती हैं। क्योंकि प्रकृति ऐसा नहीं चाहती कि दो दुनिया एक साथ जुड़ जाए।

यह आज का अनुभव! अगर आपको पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। चैनल को आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

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