दीपक में यह दिखे तो सावधान
ईमेल पत्र-नमस्कार गुरु जी, आप को कोटि कोटि प्रणाम मैं आपका शिष्य कृपया, मेरा नाम और पता यहां पर ना दिखाएं। मैं आपको मेरी सिद्धकी हुई साधना के दौरान सिद्धि के प्रत्यक्षीकरण का एक वीडियो भेज रहा हूं। इसके माध्यम से जो नए साधक होंगे, उनका मार्गदर्शन होगा। यही मेरा उद्देश्य है। यहां पर अपना प्रचार करना मेरा उद्देश्य नहीं है और कृपया मेरी किसी भी जानकारी को किसी के साथ साझा ना करें। गुरु जी आपकी कृपा से मैंने गुरु मंत्र जब आप वीडियो बनाना शुरू किए थे, तभी ले लिया था और गुरु मंत्र का संपूर्ण अनुष्ठान कर लेने के बाद अब मेरा आगे का उद्देश्य था। सिद्धि की प्राप्ति इसके लिए मैंने कोशिश जारी रखी और मैं यहां पर यह नहीं बताऊंगा कि आपके द्वारा मार्गदर्शन में दी गई कौन सी सिद्धि मुझे प्रत्यक्ष रूप से सिद्ध हुई, लेकिन उसका एक छोटा सा प्रमाण और साधकों के लिए आवश्यक बात इस विडियो के माध्यम से अवश्य ही सभी के साथ साझा करना चाहता हूं। गुरु जी 1 वर्ष पूर्ण होने के बाद मैंने साधना शुरू की और लगभग 1 वर्ष के बाद मुझे सफलता देखने में मिली।
इस दौरान कई बार मेरा कभी ब्रह्मचर्य टूटा तो कभी किसी वजह से साधना भंग हुई, लेकिन मैंने प्रयास जारी रखा और लगातार प्रयास करता ही चला गया। इसके बाद जब पिछले कुछ सात दिनों में मैं दीपक को जलाता था तो उसमें एक विशेष तरह की आकृति प्रकट हो जाती थी। बार-बार एक ही आकृति का बनना मुझे ऐसा लगा अवश्य ही यह कोई चमत्कार होने वाला है क्योंकि जब भी हम दीपक जलाते हैं तो अगर उसकी लौ में कोई आकृति बनती है तो वह बार-बार बदल जाती है। लेकिन 7 दिन तक एक ही प्रकार की आकृति बनना कोई संकेत था। इसी संकेत को समझकर मेरे मन में यह विचार आया कि आज सातवां दिन है। तो क्यों ना मैं इस दीपक का वीडियो बना लूं और मैंने वही किया। गुरु जी यह आकृति बहुत रहस्यमई है। यह स्वरूप है शक्ति का कि आपके साथ वह शक्ति आ चुकी है और इसके माध्यम से प्रत्येक साधक को भी मैं यह बताना चाहता हूं। लेकिन मैं यह भी बता दूं कि वह ऊपर की ओर रुई का जला हुआ भाग ना उठे। अधिकतर लोग उसे भी चमत्कार के तौर पर लेते हैं बल्कि एक तरफ यह विशेष आकृति लगातार बने। तभी आप समझिए कि यह कोई चमत्कार होने वाला है।
इस वीडियो को बनाने के बाद रात्रि के समय जब तकरीबन 3 बजे के समय मैं सो रहा था और गहरी निद्रा में था। उस दौरान मेरे साथ अनुभव घटित हुआ। मैंने देखा कि मैं अपने साधना कक्ष में घर के मंदिर के दीपक को जलाकर अपने लिए उसी प्रकार मंत्रों का उच्चारण कर रहा हूं और उस शक्ति को बुला रहा हूं। तभी मैं देखता हूं कि उस दीपक की उसी प्रकार की आकृति बनती है जिसका वीडियो मैंने बनाया था और उसी के अंदर से एक शक्ति प्रकट होती है। उसका आकार शून्य से शुरू होकर आगे बढ़ता हुआ विशालकाय आकार ले लेता है और वह सामने एक प्रत्यक्ष रूप में स्त्री का आकार लेकर प्रकट हो जाती है। वह बहुत अधिक सुंदर पूर्ण गौर वदनी यानी अति श्वेत रंग की आभूषणों से सजी और धजी सिर पर मुकुट पहने। मेरे सामने लाल रंग की साड़ी में प्रकट हुई थी। मैंने जब उसे देखा तो बस देखता ही रह गया। और उसने मुझे साक्षात दर्शन दिए तब? उसने कहा अपनी आंखे खोलो अचानक से मेरी आंखे खुल गई। रात्रि का 3:45 का समय हो रहा था। सामने अभी जो मैंने सपना देखा था, उसे हकीकत बनते हुए देखा।
अब मैं बहुत प्रसन्न हूं। मुझे प्रत्यक्ष दर्शन प्राप्त हुए हैं और इस सब के लिए मैं बारंबार कोटि-कोटि अपने गुरुदेव को प्रणाम करता हूं। जिन की कृपा से आज मेरे पास ऐसी प्रत्यक्ष सिद्धि उपस्थित है। मैं यह भी अपने गुरुदेव को वचन देता हूं कि मैं इसका कोई बखान या कहीं भी इसका प्रदर्शन नहीं करूंगा। सिर्फ लोगों के कल्याण को करूंगा। वह भी गोपनीय तरीके से ताकि किसी को यह पता ही ना चले कि मेरी सिद्धि ने यह कार्य किया है। और मित्रों मैं सभी नवीन साधकों से यह कहना चाहता हूं कि आप अपने गुरु मंत्र पर अपने गुरु पर संपूर्ण विश्वास कीजिए और उसके बाद कठिन तपस्या कीजिए तभी आपको सिद्धि मिलेगी। यूं ही आसानी से सिद्धि प्राप्त नहीं होती। मैं यहां पर अपने कठिनतम 1 वर्ष की बहुत कठिन साधना के बारे में नहीं बता रहा क्योंकि इससे सिद्धि के स्वरूप का बखान होता है जो मैं उस देवी के कथन अनुसार नहीं कर सकता। लेकिन आप सभी को इस छोटे से वास्तविक और सच्चे संकेत के माध्यम से बता रहा हूं कि आपको सिद्धि अवश्य प्राप्त होगी। जय मां पराशक्ति जय गुरुदेव।
संदेश-तो देखिए यहां पर इन्होंने अपने मन की बात और उस चमत्कारिक दीपक का वीडियो भेजा है जो आप सभी के लिए एक शक्तिशाली संकेत है सिद्धि के आने का और स्वयं जब देवी ने यह बात कही है तो आपके लिए इससे अच्छा प्रत्यक्षीकरण का उदाहरण नहीं हो सकता। आप लोग भी गुरु मंत्र की सच्ची आराधना कीजिए और सिद्धि प्राप्ति के लिए कठिन तपस्या कीजिए। अवश्य ही आपको भी इन्हीं के जैसी सिद्धि अवश्य मिलेगी। आप सभी का दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।