नई चुड़ैल दुल्हन का मुझ पर हावी होना
नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। चुड़ैलों से संबंधित बहुत सारे अनुभव हमें प्राप्त होते रहते हैं। एक ऐसा ही अनुभव एक साधक महोदय का है जिन्होंने गुरु दीक्षा भी ली हुई है। उन्होंने कैसे? पहले एक चुड़ैल का अनुभव! स्वयं पर महसूस किया था। इसके संबंध में उन्होंने पत्र के माध्यम से यहां पर बताया है तो चलिए शुरू करते हैं। आज के इस अनुभव को और जानते हैं। इनके साथ क्या घटित हुआ था?
ईमेल पत्र -नमस्कार गुरु जी, मैं महाराष्ट्र में पुणे में रहता हूं। मैं खुद का एक अनुभव आज आपको बताता हूं जब मैं 12वीं पास हो चुका था। यह तब की बात है। 2011 कॉलेज में जब समर वेकेशन की छुट्टी रहती थी तब मैं छोटा मोटा काम करता था। जैसे गार्डन में पानी देना, स्विमिंग पूल और उसकी सफाई का काम करवाना इत्यादि। 2011 में मुझे अलग से एक जॉब मिला था और वह जॉब यह था कि हमारे घर के पीछे एक छोटा सा जंगल है। जंगल में कई लोग लकड़ी काटने के लिए आते थे। तो उनसे जंगल को बचाने का काम मुझे दिया गया था। यह एक अच्छा काम था जो मुझे करना काफी अच्छा लग रहा था। सिक्योरिटी गार्ड का जॉब मेरे लिए 1 हफ्ते तक चला और यह हफ्ता मेरे लिए काफी अच्छा बीता था। मुझे वह जगह बहुत अधिक अच्छी लगती थी। वहां पर सभी तरफ हरियाली थी। हरे पेड़ ऊंचे पर्वत। तो मैं टहलने के लिए एक रात चला गया। उस रात को तकरीबन 10:00 बज गए थे। मैं एक कच्ची सड़क से जा रहा था। वह स्थान थोड़ा डरावना भी था। वहां लाइटें भी लगी हुई थी और खंभे भी काफी लंबे वहां पर उपस्थित थे। इसलिए वहां कोई दिक्कत वाली बात तो नहीं थी? टहलने के लिए वह एक अच्छी जगह महसूस हो रही थी। मैं ऐसे चल रहा था। कि तभी अचानक से मेरे कान के बाजू में से दो बार कुछ तेजी से चलकर गया। और तीसरी बार किसी ने गाल को मेरे हाथ लगाया। मैं इस बात से आश्चर्य में आ गया था क्योंकि 2 बार किसी के गुजरने का एहसास होना और एक बार किसी के द्वारा मेरे गालों को छूना अपने आप में बड़ी ही विचित्र बात थी। तब मैंने सोचा क्या कोई भूत वगैरा तो नहीं है? फिर कानों में एक ऐसी आवाज सी आई जैसे किसी ने कुछ पुकारा हो और कुछ मेरे कान में फ़ूककर मारा हो यानी किसी ने कुछ। मंत्र तंत्र मेरे कानों में बोला हो या उसका प्रयोग किया गया हो? इस घटना से मेरे अंदर भय बन गया और मैं डर गया। इसकी वजह से मैं डर कर तुरंत ही घर की ओर चलने लगा। फिर मैं वहां से अपने घर पहुंच गया। यह कोई साधारण दिन नहीं था, उस दिन अमावस्या थी। बाद में ऐसा कुछ हुआ जिससे मेरे जीवन में काफी गड़बड़ियां शुरू हो गई थी। गुरुजी! जब से मैं वहां से आया कुछ गड़बड़ चालू हो गई। उस चुड़ैल का खेल रात में कान में चिल्लाना था। मेरे कान में जैसे कोई चिल्लाता हो। कभी गाल को कोई चूम कर जाता हो? और मेरे सीने पर सोने का एक अनुभव होना जैसे कोई मेरे सीने पर आकर कोई लड़की सो जाती हो। हमारा घर जंगल एरिया में था। फिर मेरे साथ बहुत गलत होने लगा। मुझे लगभग रोज ही स्वप्नदोष हो रहा था। इसके कारण मेरा वजन भी कम होने लगा। लगभग 10 किलो वजन मेरा घट गया था। वह अमावस्या आई तो मैं स्त्री की आवाज में रोता था। जब भी अमावस आती थी। वह! दो घुटनों में मुंडी डालकर बैठी हुई थी। मुझे दिखाई पड़ती थी। वह बहुत अधिक शक्तिशाली थी। वह चुड़ैल कभी-कभी घर की लाइट गई हो तो भी मुझे दिखाई पड़ती थी। पिताजी ने कुछ तांत्रिकों को दिखाने का विचार किया और उन्हें दिखाया भी। फिर कुछ ने उतारा किया तो वह कुछ समय के लिए चली भी गई। पर मेरे साथ ऐसा 2 बार हुआ। मैं उसके एरिया में गया यानी वह स्थान जहां पर पहली बार मेरे साथ यह सब कुछ घटित हुआ था तो वह मुझे सौ प्रतिशत पकड़ लेती थी। हमारे यहां एक माता का भक्त भी था जो देवी मां की पूजा किया करता था। उसने मुझे मार कर उसको मेरी शरीर से बाहर निकाला। यह बिल्कुल वैसा ही था जैसा हम फिल्मों में देखते हैं। वैसे ही स्त्री के जैसी आवाज निकाल कर मैं उस तांत्रिक को बोला कि मैं बहुत अधिक इसे पसंद करती हूं। मुझे इससे प्यार हुआ है फिर उस तांत्रिक ने कुछ तांत्रिक प्रयोगों को मुझ पर किया और जिससे मैं ठीक होने लगा। गुरुजी वह चुड़ैल अभी भी वहां उस सड़क के बाजू में बैठती है। रोती हुई लोगों को दिखाई पड़ती है। गुरुजी दिखने में वह बहुत ही अधिक सुंदर है और हरे रंग की साड़ी पहनी हुई दिखाई पड़ती है। उसके गले में मंगलसूत्र है ठीक वैसे ही जैसे शादी में एक दुल्हन पहनती है। यानी वह हर तरह से एक नई दुल्हन की तरह दिखाई पड़ती है। सभी लोग और वहां के तांत्रिक भी कहते हैं, उसकी शादी हुई थी। वह एक नई नवेली दुल्हन थी, पर उसको किसी ने पहले दिन ही जान से मार दिया। अब उसके साथ क्या कहानी और घटना थी। इसके विषय में मैं नहीं जानता लेकिन वह उस दिन से उसी स्थान पर बैठ कर रोया करती है। और जब? कोई नवयुवक जो कम उम्र का और कुंवारा हो उसी को वह अपना निशाना बनाती है। वह उसके साथ शारीरिक संबंध भी बनाती है। गुरु जी मुझे अभी भी वह तकलीफ होती है। इसीलिए मैंने आपसे गुरु दीक्षा ली है। गुरु दीक्षा लेने के बाद से मैं काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं और दिन प्रतिदिन ठीक भी हो रहा हूं। आपका शिष्य सैपन क्षीरसागर संदेश-तो देखे यहां पर इन्होंने अपने उस अनुभव के विषय में बताया है जिसमें हम लोग देखते हैं कि एक चुड़ैल किस प्रकार एक कुंवारे लड़के पर हावी हो जाती है। इस तरह की हमारे देश में बहुत सारी घटनाएं हैं। जब भी कोई बुरी शक्ति या अधूरी इच्छा लेकर कोई स्त्री मृत्यु को प्राप्त हो जाती है तो उसकी वही प्रबल इच्छा उसे चुड़ैल बना देती है। और इसके कारण वह एक भटकती हुई शक्तिशाली आत्मा बन जाती है। जिसका मूल उद्देश्य अपने इन्हीं उद्देश्यों को प्राप्त करना होता है जो जीवन में वह नहीं प्राप्त कर पाई यानी विवाह करना। शारीरिक संभोग करने के मूल उद्देश्य को पूरा करना और जिस प्रकार नवेली वधू अपने पति से जो जो इच्छाएं रखती है लगभग यह चुड़ैल भी वैसे ही सारी इच्छाएं अपनी। जिसको भी वह अपने वश में करती है, उससे प्राप्त करना चाहती है। ऐसी शक्तियों से बचने के लिए आपके पास गुरु मंत्र दीक्षा या फिर ईष्ट के मंत्र का जाप करने वाला और ऊर्जावान व्यक्तित्व होना आवश्यक है। और यह सब केवल साधना के माध्यम से ही प्राप्त होता है। तभी आपके अंदर इतनी ऊर्जा बनेगी कि ऐसी शक्तियां आपके ऊर्जा स्तर को देख कर के फिर आप की ओर कदम भी नहीं बढ़ा पाएंगे। आपके अंदर से आती हुई तीव्र ऊर्जा को देखकर वह दूर भाग जाएंगे। इसीलिए कहते हैं कि हमें अवश्य ही। उच्चतम मंत्रों को धारण करना चाहिए। जीवन में अगर आपने गुरु नहीं कर रखा है तो भी आप अवश्य ही पंच महा देवताओं के मंत्रों का जाप करते रहे और सर्वोत्तम तो यह होगा कि आप गुरु दीक्षा लेकर किसी महान मंत्र की उपासना आजीवन करें ताकि ऐसी नकारात्मक शक्तियों से सदैव आपकी रक्षा होती रहे और स्वाभाविक रूप से हो जिसमें आपको हर जगह अपनी सुरक्षा करने की आवश्यकता ना पड़े तो यह था एक अनुभव नई चुड़ैल दुल्हन का। अगर आपको यह वीडियो पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद। |
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