नमस्कार दोस्तो धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है आज मैं आप लोगों के लिए लेकर आया हूं नथिया देवी साधना आप लोगों की डिमांड पर मैं साधना लाता हूं और आपको जानकारियां प्रदान करता हूं इस साधना के लिए भी डिमांड की गई थी कि आपके पास अगर नथिया माई की साधना की जानकारी हो तो कृपया उस पर प्रकाश डालिए तो आज मैं आप लोगों के लिए उन्हीं की साधना लेकर आया हूं ।
बिना गुरु के यह साधना नहीं की जाती यह माया शक्ति का प्रतीक है माया शक्ति के प्रयोग के लिए साधना की जाती है माया कई प्रकार की होती है बंगाल की जादूगरी और कई प्रकार की माया की शक्तियां होती है । नथिया देवी को नथिया चौकी के नाम से भी जाना जाता है जो 5 बावरी कहलाते है यह उनकी बहन हैं जादूगरनी के रूप में भी बहुत प्रसिद्ध है और इनका वर्णन बहुत ही कम मिलता है । यह कंजर समाज की अधिष्ठात्री देवी और उनकी ही शक्तियों के रूप में मानी जाती हैं सभी भक्तों और साधकों को यह माया शक्ति के रूप में नथिया सवरुप में मानी जाती हैं क्योंकि नथ पहनती है जो इनके भक्त होते हैं या उनके ऊपर सवारी के रूप में आ जाती हैं माया के रूप में आ जाती है ।
हालाकि लोग जल्दी नहीं समझ पाते कि कौन सी शक्ति है और कौन से क्षेत्र है उनका। यह अपने काम सेवक से करवा लेती हैं और सेवक भी अपने काम इनसे करवा लेते हैं ये मनचाहा काम कर देती हैं देवी यह माया शक्ति का स्वरुप मानी जाती हैं 36 प्रकार की शक्तियां और चालें इनसे आती है और प्रकट होती है 36 प्रकार की शक्तियां है । साधक जल्दी ईन्हे पहचान नहीं पाता कहा जाता है की देवी बहतर कोस की शक्तियो को भी सिखा सकती हैं अगर 72 कोस की किसी भी शक्ति का प्रयोग है या अगर वहां से कोई कर रहा है तो यह उसे समझ जाती हैं और उसका काट भी कर सकती है यह इतनी सामर्थ्यवान देवी है।
यह सेवक के सेवा भाव से बहुत ही जल्दी खुश हो जाती हैं पर कहते हैं कि बिना गुरु के इनकी साधना नहीं की जानी चाहिए क्योंकि इनका जो चक्र है उसको सेवक साध नहीं पाता इसलिए गुरु करना आवश्यक है । गुरु परंपरा से जो भी साधक साधना करता रहे हैं उसी में से आपको किसी को गुरु चुनना है और आप उनसे यह साधना कर सकते हैं । यह बंगाल की शक्ति ढाका माई के नाम से भी जानी जाती हैं । इनके जो गुरु नथिया माई के उनका नाम नत्थु सपेरा था उनसे इन्होंने शक्तियों के सीखने की शुरुआत की थी । ज्ञान बंधन शक्ति बंधन और सवारी करना और बहुत कुछ इन्होने अपने गुरु से सीखा था तो जो भी 36 प्रकार की चालो होती है यह सब सिखा देती है अपने सेवक को आप गुरु के मार्गदर्शन में इनकी सेवा कर सकते हैं ।
इनको सात्विक भोग भी दिया जाता है और तामसिक भोग भी दिया जाता है सात्विक भोग इनको बूंदी बताशा लड्डू आदि आप इनको दे सकते हैं और तामसिक पद्धति के लोग इनको मछली मुर्गा वगैरा दे सकते हैं और सिंगार का सामान मिठाइयां वगैरा अगर आप इनको समर्पित करते हैं तो यह आपको बहुत सारी शक्तियां सिखाती हैं । इनकी साधना और सेवा विधि सरल है यह बहुत प्रकार के शक्तियां सिखाती हैं तो चलिए मैं आपको इनका मंत्र बता देता हूं इनका मंत्र इस प्रकार से हैं।।
मँत्रः ओम सतनाम आदेश गुरु को का काली हाडी। काली माया नथिया जादू की छाया पांचबावरीयो की बहना कहलाओ गुरु शब्द का मान बढाओ। पाच बावरी ने भेजा न्योवता धर्म का बेटा मा की राह मे रोता नाचती झुमती शीश पर आओबजा बज चुटकी माया के बंधन हटाओ शक्ति धर्म के। बेटे भाईयो कि कसम निभाओ सौप दिया भोग भेट काज अगर ना कर वचन कुवाचा चौक। पुजवाया थान जगाया गूरु कि आन मे भर वचन साचा देखुगा तेरी नथिया माई तेरी शक्ति का। तमाशा आदेश गुरु जी को।।
इस मंत्र का आपको रोज 21 माला का जाप करना होगा यह साधना आपकी 41 दिनों की होगी इसमें आपको काले रंग के वस्त्र धारण करने होंगे और काले रंग का ही आसन प्रयोग करना होगा सामने माता की प्रतिमा या चित्र को स्थापित कर लेंगे । नथिया देवी की सरसो के तेल का दीपक जलाकर चौक में स्थापित करें। आप इनकी साधना घर में भी कर सकते हैं और घर के बाहर भी कर सकते हैं इनकी साधना रात्रि में करनी चाहिए यह एक गोपनीय साधना की तरह आपको करनी चाहिए । गुरु के निर्देशानुसार आपको साधना करनी है और अपने चारों तरफ सुरक्षा घेरा वगैरा बना लीजिए कवच लगा लीजिए उसके बाद ही आप साधना करिएगा ।
इसमें आप माला रुद्राक्ष की प्रयोग कर सकते हैं आखिरी दिन आप चाहें तो पूर्णाहुति भी कर सकते हैं कन्याओं को भोज भी करा सकते हैं इससे शक्ति और भी खुश होती है क्योंकि समस्त शक्तियां माता आदिशक्ति का ही स्वरुप है । साधना के अंत में कन्याओं को भोजन करना बहुत ही शुभ माना जाता है जो भी आप इनको प्रसाद चढ़ाएंगे उसका आप स्वयं यानी कि ग्रहण कर लेंगे, अगर आपको यह साधना पसंद आई हो तो धन्यवाद।।।