नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज का अनुभव है। यह इच्छाधारी नाग से संबंधित है तो चलिए पढ़ते हैं। इनके पत्र को और जानते हैं कि उनके जीवन में इच्छाधारी नाग से जुड़ी कौन सी घटना घटित हुई है।
पत्र – प्रणाम गुरुजी मेरा नाम जूही मेहरा है और मैं हैदराबाद की रहने वाली हूं। प्रोफेशन से एक टीचर हूं। 1 दिन ऐसे ही यूट्यूब देख रही थी तब मुझे आपके चैनल पर विडियो देखा । आपके चैनल पर लोग अपने अपने अनुभव भेजते हैं तो मैंने सोचा कि मैं भी मेरा अनुभव सेंड करूं। और आपसे जान सकूं कि यह मेरे साथ आखिर हो क्या रहा है। आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं जो लोगों का मार्गदर्शन उनके अनुभवों को शेयर कर रहे हैं।
गुरु जी बचपन से आज तक में। इच्छाधारी नाग के सपने देखती आई। साथ ही। नाग माता मनसा देवी जी की भी भक्त हूँ । मैं जब 14 साल की थी तब से उनकी भक्ति कर रही हूं। यह मेरा सच्चा अनुभव है। सपनों में मुझे नाग हर रात दिखाई देता है। प्लीज बताएं कि यह नाग माता की भक्ति करने से हो रहा है क्या क्योंकि अब? सिर्फ बात सपनों तक सीमित नहीं रही। एक रात में ऐसी जागी कि मेरे पास, मेरे बेड के साइड के पास सांप की फ़ुकार की आवाज आने लगी थी। नींद में थोड़ा थी। मैंने देखा वहां सच में सांप था। डर के जल्दी से उठ गई। ठीक से देखा है लेकिन कुछ नहीं दिखा। फिर मैं बहम समझकर भूल गई गुरु जी मेरे पापा 5 साल पहले से ही गुजर चुके हैं तब से मेरी मां बीमार रहती है। दूसरी रात ऐसा फील हुआ कि मैं किसी। जगह पर हूं और मुझे किसी ने टच किया है।
लेकिन याद आया कि मैं तो सोने से पहले नींद की गोली खाई थी और उसी में सो रही थी।
और नींद में नहीं उठती। उनकी बीमारी के चलते तभी किसी का टच फिर से फील हुआ था।
मैं उठ गई तो सामने देखा जो लड़का बचपन से मैं सपने में देखती आई हूं। यह लड़का वही था। मैं उसे ठीक से देख पाऊं। यह आंखें!
मसलती हुई उठ कर बैठ गई तो मैं उसे देख कर शौक में थी क्योंकि लड़का। उसके कमर तक तो इंसान था लेकिन कमर के नीचे साँप, गुरुजी! जो भी था उसे देख कर बहुत ज्यादा मैं डर गई क्योंकि अब तक तो मैं सिर्फ उसके सपने में ही उसे देखा करती थी। पर यहां पर तो सचमे दिख रहा था। मैं चिल्लाने लगी। उसने कहा कि मुझसे डरो मत मैं तुम्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा। लूंगा मेरा नाम। रंशा है !
और मैं इच्छाधारी नाग हूं। इतना बोला ही और उसने मनुष्य रूप ले लिया। थोड़ी सी हिम्मत कर मैंने पूछा, आप इच्छाधारी नाग है तो मेरे पास क्यों आए हैं? आपका मुझसे क्या काम है क्योंकि जहां तक मैं जानती हूँ कि इच्छाधारी नाग नागिन किसी के सामने ही नहीं आते हैं।
तुम्हारे सामने तो आना ही था क्योंकि तुम मेरे पिछले जन्म की पत्नी हो। हर जन्म में तुम मेरी ही थी और मेरी ही रहोगी। बात 90 साल पहले की है। पिछले जन्म में तुम्हारा नाम नियति था तुम मेरी नागिन थी। हम दोनों नागमणि के रक्षक थे। एक दिन तुम्हें कुछ ने धोखे से मार डाला। तब से मैं तुम्हारे लिए यह इस प्रकार से तड़प रहा हूं। दोबारा तुम्हें खोना नहीं चाहता, तुम्हारे बिना मैं नहीं जी सकता। जब तुम मेरे साथ होती हो तो मैं खुद को पूरा महसूस करता हूं। तुम्हारे बिना मैं अधूरा हूं। जब तुम नाग पंचमी के दिन नाग को दूध पिलाने के लिए आई तब मैं। वहां से तुम्हारे देख रहा था।
अब तुम्हें एक नजर में ही पहचान गया कि तुम मेरी नागिन हो। उसी दिन मैं तुम्हारे पीछे पीछे घर तक आ गया। तुम्हें याद नहीं शिव वरदानी थे। मैंने पूछा, इसका क्या मतलब उसने कहा कि मुझे शिवजी का वरदान था तो मैंने कहा कि मैं मुझे नहीं लगता है कि मैं आपकी नागिन हूं। अगर हूं तो आपके पास कोई सबूत है। तुम्हारे गर्दन के पीछे एक जन्मनिशान है जो नाग के फन जैसा है। यह सुन मैं शॉक में आ गई। मैंने पूछा, आपको कैसे बने कहा कि तुम्हारे सबूत? चाहिए था जो मैंने दे दिया है। वह पीछे जन्म का तुम्हारी गर्दन पर अभी है। मैं यह सब सुनकर चौक गई, क्योंकि मैं पिछले जन्म में विश्वास नहीं रखती हूं। मैं कंफ्यूज हो गई और समझ में नही आया कि कहां से फिलहाल यह जुड़ाव संभव हुआ है? यह सब कैसे बताऊं, समझ में नहीं आ रहा अगर किसी को बताया तो? मुझे पागल समझेगा गुरुजी यहां लोग अपने अपने अनुभव शेयर करते हैं। इसीलिए मैं यहां पर भेज रही हूं।
फिर अगले दिन शाम को वह फिर से आ गया। तब मेरे रूम में मेरी मां भी थी। उस नाग को देखकर वह बेहोश हो गई। फिर उसने उनके सर पर हाथ रखा और कुछ मैजिक़ किया और उन्हें होश दिलाया और सारी बात बताई। इस बार खाली हाथ नहीं आया था। उसके पास मणि थी और बोला है, इसमें बहुत अलौकिक दिव्य शक्तियां हैं। मैं यह तुम्हें दे रहा हूं। मैंने उस मणि को हाथ में लेकर दिखाया और उस मणि में कई हीरो की चमक थी और मणि भी मेरे पास है। पता नहीं कौन सी मणि है और यह सब क्या चल रहा है।
मैंने कहा, मैं पुनर्जन्म में विश्वास नहीं करती और अब तक इच्छाधारी नाग नागिन पर विश्वास नहीं रखती थी। सिर्फ लोगों से सुना था कि इच्छाधारी नाग नागिन होते हैं लेकिन इस बात को भी बोलती थी लेकिन आपको देखकर विश्वास हो गया कि इच्छाधारी नाग नागिन होते हैं। वह बोला। हां, यह सच है। मेरी नियति का जन्म तुम्हें इस रूप में हुआ है। तुम पिछले जन्म में इच्छाधारी नागिन थी। यह तुम्हारे सपने इसीलिए आते थे। मैंने पूछा, आपको कैसे पता बोले कि मैं एक इच्छाधारी नाग हूं और मेरे पास बहुत अलौकिक शक्तियां हैं जो तुम सच में थी।
मैंने कहा ठीक है, मान लेती हूं कि पास्ट लाइफ में मैं तुम्हारी पत्नी थी, लेकिन इस जन्म में मैं एक आम इंसान हूं और आप इच्छाधारी नाग है। मैं मनुष्य योनि से और मुझे नहीं लगता कि इंसान और इच्छाधारी नाग की शादी हो सकती है तो मैं आपको भूल जाती हूं तो उसने कहा नहीं, कभी नहीं, तुम्हें मैं भूल नहीं सकता। मेरे 100 साल का प्यार हो। मैंने पूछा, अब क्या हो सकता है तो वह बोले देखो सबसे पहले तुम और मैं।
पिछले जन्म में तुम!
मेरी थी और दूसरी बात तुम इस जमाने में नाग माता की भक्त हो, उनकी पूजा पाठ कर तुम मे अलौकिक शक्तियां पैदा हो रही हैं क्योंकि जो भी कोई उनकी पूजा पाठ साधना करता है, उनमें अपनी खुद की शक्तियां पैदा होती हैं। इसलिए यह तुम भी इच्छाधारी नागिन बन सकती हो और नाग लोक में भी रह सकती हो। मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था। क्यों कह रहा है ऐसा ? ऐसा लग रहा था कि मैं सपना देख रही हूं। कुछ खास क्रिया करके तुम्हें इच्छाधारी नागिन को बदल दूंगा। इच्छाधारी नाग में बदलने की शक्ति रखता है ऐसा वह कहा। सिर्फ महाशिवरात्रि तक रुकना होगा क्योंकि यह खास किया सिर्फ नागपंचमी या फिर महाशिवरात्रि पर ही की जा सकती है। मैं बस तुम्हें फिर से पाना चाहता हूं। बस इतना बताना। तुम्हारे कोई बॉयफ्रेंड था या नहीं, अभी या फिर है या नहीं। मैंने कहा, कोई नहीं है तो बोले तो फिर ठीक है। मैंने पूछा, अगर कोई लड़का मुझे पसंद करता है तो तुम क्या करोगे तो बोला कि फिर मैं उसे मार डालूंगा क्योंकि हम नाग नागिन अपने प्यार पर किसी की नजर बर्दाश्त नहीं कर सकते।
यह सुन मैं डर गई।
क्योंकि एक लड़का है जो मुझे पसंद करता है और उसने पूछा, क्या तुम्हें कोई पसंद करता है। मैं बोली नहीं। अच्छा ठीक है। यह नागमणि संभाल के रखना चाहिए। नागमणि तुम्हारी है। मैं कल आऊंगा। अब मैं जा रहा हूं अपना ख्याल रखना और वह कह कर चला गया।
माँ ने पूछा, अब तुम क्या करोगी मैंने कहा फिलहाल तो सोचना पड़ेगा। आगे क्या करना है यह बात तो मैं किसी को भी नहीं बता सकती गुरु जी !
मुझे अगले शिवरात्रि पर हमेशा हमेशा के लिए यह नाग लोक़ ले जाना चाहता है। पता नही यह सब अचानक कैसे हुआ है और पता भी नहीं चल रहा है क्योंकि ऐसा क्या हुआ है कुछ समझ में नहीं आ रहा। दूसरों के हाथों से मरने से जन्म होना। यह सब आज तक फिल्मों में देखा था मौत और फिर नए जन्म रियल लाइफ में ऐसा कुछ भी नहीं है और ना कभी सुना है अब तक तो रन जाने मुझे।
कहीं कोई भी कई सारी गुप्त विद्या भी सिखाई हैं मेरी लाइफ तो पूरी तरह से चेंज हो रही है। गुरु जी यह मेरे साथ हुआ है। मैं कभी सोच भी नहीं सकती थी कि पास्ट लाइफ मेरा कनेक्शन सीधा सीधा नाग लोक से होगा। कृपया बताइए? मुझे पागल मत समझना क्योंकि। दोस्तों के बीच लगता है कि मैं पागल हो गई हूं।
जिनके साथ यह सब हो रहा होता है, बस वही जान सकते हैं। यह बात सिर्फ मां को ही पता है। मैं मुझे लगा कि पहले यह किसी को नहीं मालूम होना चाहिए था। इसलिए मैंने मेरा अनुभव इस चैनल पर ही अब भेजा है। अगर आप चाहते हैं तो मेरा अनुभव अपने चैनल पर प्रकाशित कर सकते हैं। गुरु जी यह मेरा अनुभव पर प्लीज जरूर अपनी राय दीजिएगा और सभी धर्म रहस्य के दर्शकों को मेरा प्रणाम।
गुरुजी! क्या पिछले जन्म में कोई परेशानी आ सकती है और क्या अब तक? किया गया है जो पिछले जन्म का कारण हो सकता है। प्लीज इसके बारे में भी बताइएगा।
संदेश- यहां पर इनके जीवन में पिछले जन्म से जुड़े हुए कुछ कारणों का पता लगा । अगर आप पूरी तरह से सत्य बोल रही हैं तो इसका अर्थ यह हुआ कि आप पिछले जन्म में अवश्य ही सर्प योनि या नाग योनि से संबंधित हो सकती हैं। क्योंकि? कोई भी मनसा देवी की पूजा। केवल विचार मात्र से या प्रेरणा से? शुरू करता है तो इसका मतलब उसका नाग लोग से कोई ना कोई संबंध अवश्य है।
रही बात अगर आपकी अगर बातों में सत्यता है तो आप पूर्व जन्म में अवश्य ही नागिन रही होंगी। ऐसी अवस्था में नाग लोग का आपका पति अगर आपको वापस चाहता है तो वह आपको वापस ले करके ही जाएगा। अब दो ही बातें हो सकती हैं या आप बहुत ही उच्च कोटि की। साधिका बने। तभी आप निर्धारित कर सकती हैं कि आपका पति यानी नाग। आपको आपकी इच्छा के विरूद्ध ले जा सकता है अथवा नहीं।
बाकी आप उसकी इच्छा अनुसार ही चलने को मजबूर हो जाएंगे क्योंकि वह शक्तिशाली है। मनुष्य रूप धारण कर सकता है। मायावी भी है। ऐसी अवस्था में आपको मनसा देवी की संपूर्ण सिद्धि करने की आवश्यकता है।
क्योंकि किसी भी परेशानी का हल तभी संभव है जब माता मनसा देवी यानी कि नागों की सबसे बड़ी माता आपको मार्गदर्शन करें। इसके लिए या तो आप गुरु मंत्र की सिद्धि कर लीजिए और फिर माता मनसा की साधना करेंगी तो उनकी सिद्धि अवश्य हो जाएगी या माता मनसा की संपूर्ण विधि प्राप्त कर उनकी भयंकर उपासना करें और उन्हें साक्षात प्रकट होने को विवश करें। आप ऐसा इसलिए कर सकती है क्योंकि पूर्व जन्म में आप नागिन थी। और इससे आपको उनका जब मार्गदर्शन प्राप्त होगा तो वह सिर्फ आपको सिद्धियां प्रदान करेंगी बल्कि मार्ग भी बताएंगी कि अगर पूर्व जन्म में आपके साथ जो संबंध था, उसे आप को निभाना चाहिए अथवा आगे बढ़ना चाहिए और उच्च लोकों की ओर गमन करना चाहिए। यानी स्वर्ग या मुक्ति के मार्ग को खोजना।
तो आपको कौन सा मार्ग चुनना है, यह केवल माता मनसा देवी ही बता सकती हैं। उसके लिए दो मार्ग हैं माता मनसा देवी की संपूर्ण और अति भयंकर साधना अथवा गुरु मंत्र साधना करने के बाद माता मनसा देवी की साधना कर उनका आवाहन कर उन्हें सिद्ध करना। तो आपको जो उपयुक्त लगे वह कीजिए।
आज का इनका अनुभव अगर आप को ही पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।