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बिस्तर हिलाने वाली आत्मा का सच्चा अनुभव-true experience of soul shaking the bed

true experience of soul shaking the bed

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसे अनुभव के विषय में जिसमें व्यक्ति को कैसे ऊपरी, हवा, भूत, प्रेत इत्यादि के अनुभव साथ में एक तंत्र क्रिया का जो उनके जीवन में अनुभव हुआ है और इससे उन्हें क्या प्रभाव देखने को मिला। आज के इस अनुभव के माध्यम से हम लोग जानेंगे। भेजने वाले हैं कल्याण दास। उन्होंने कहा है गुरु जी आप मेरा अनुभव वीडियो जरूर बनाएगा। आप मेरा सिर्फ नाम बताइएगा और कुछ भी नहीं तो आज हम लोग इसी अनुभव पर बात करते हैं।

तो वह लिखते हैं गुरुजी मेरा एक अनुभव है। गुरुजी में एक जगह काम पर गया था और वहां पर एक रूम में सोता था। गुरुजी वहां अच्छा नहीं लगता था क्योंकि वह रूम थोड़ा गंदा था और डरावना भी था। गुरुजी उस रूम पर हम तीन लड़के थे। रूम पर मुझे डर लगता था। ऐसा लगता था कि मेरे आस-पास कोई है। 1 दिन की बात है। गुरु जी मैं उस रूम पर अकेला था। रात की 1:00 बज रही थी और मैं तब नींद में था। अचानक से मेरी पीठ में किसी ने मारा तो मेरी नींद खुल गई। मैं घबरा कर उठा तो देखा कोई भी नहीं है। पूरा रूम देख लिया, कोई भी नहीं था तो गुरु जी मैं फिर से सोने की कोशिश करने लगा। कि तभी मेरा बिस्तर हिलने लगा। मैं सोच रहा था कि भूकंप आ गया है। फिर मैंने देखा कि सिर्फ मेरा ही बिस्तर हिल रहा है। मैं बिस्तर से उतरा बिस्तर के नीचे देखा तो भी वहां कोई नहीं था। फिर से पूरा रूम देखा, वहां कोई नहीं था।

गुरु जी मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था और डर भी लग रहा था। गुरुजी कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा। बिस्तरों का हिलना ज्यादातर जब मैं नींद में होता था और बीच में किसी का धक्का लगना गुरुजी यहां तक ही नहीं रुका। फिर मेरा नाम लेकर कोई मुझे पुकारने लगा। एकदम धीरे-धीरे कोई पुकारता था। गुरु जी जैसे मेरा नाम जपता रहता था जैसे कोई मंत्र का जाप कर रहा हो। गुरु जी एक दिन रात में मैं पेशाब करने निकला समय रात के 3:00 बज रहा था। मैंने देखा कि कोई ब्लैक शैडो गेट के पास घूम रहा है। मैं डर के मारे आधा पेशाब करके ही रूम पर वापस आ गया। गुरु जी मैं जहां पर रहता हूं, वह जगह बहुत बड़ी है। मेरे रूम के ऊपर पांच माले वाली बिल्डिंग है जिस पर मेरा मालिक रहता है। और काफी जगह खाली पड़ी है। गुरुजी ऐसा चलता रहा कि अचानक सब कुछ ठीक हो गया। अब कोई मुझे परेशान नहीं करता है। मैं आराम से सोता हूं ना ही अब कोई मेरा नाम लेकर मुझे बुलाता है। ना ही कोई मेरा बिस्तर हिलाता है । यहां पर मुझे साल भर हो गया है। गुरु जी अभी तक कोई परेशानी भी नहीं हुई है। गुरु जी मेरा प्रश्न यह है कि मेरा बिस्तर आखिर कौन हिलाता था। मुझे नींद में धक्का कौन मारता था और मेरा नाम लेकर कौन बुलाता था। वह ब्लैक शैडो कौन था? कृपया बताइएगा गुरुजी जय माता पराशक्ति गुरुजी मेरा एक दूसरा भी अनुभव है जो मेरी माता जी का है।

गुरुजी मेरी मां पहले काफी स्वस्थ थी। अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। उनके पेट में हमेशा दर्द रहता था। हम लोगों ने सोचा यह गैस का दर्द है तो गुरुजी गैस की दवा उनको खिलाते रहे। गुरुजी कभी दर्द कम होता तो कभी नहीं होता। अचानक दर्द करता ऐसे लगभग 2 साल तक चला डॉक्टर सिर्फ गैस की दवाई दे देते थे। 1 दिन की बात है। हम लोगों ने सोचा क्यों ना डॉक्टर को ना दिखा कर किसी को ओझा तांत्रिक के पास ले जाया जाए तो गुरु जी हम लोग जहां पर गए थे, वह महिला थी। वह माता मनसा जी की साधिका थी। उनको माता की सिद्धि प्राप्त थी। उनके पास हम लोग गए। उनको दिखाया तो उन्होंने बताया तो हम सबके होश उड़ गए और उन्होंने कहा कि तुम्हारी माता पर तंत्र क्रिया की गई है। वह भी तुम्हारे रिश्तेदार ने ही की है और यह मामला काफी पुराना हो गया है। यह करीब 2 साल पुराना है। गुरुजी उन्होंने नाम तो नहीं बताया फिर उन्होंने कहा कि तुम मंगलवार को आना मैं तुम्हें ताबीज बना कर दूंगी क्योंकि तुम्हारे माता की पेट में तंत्र क्रिया की गई है। तुम्हारी माता के खाने में कुछ मिलाकर खिला दिया गया है। जो तुम्हारी माता के पेट में है। गुरुजी फिर हम मंगलवार को आए उनसे ताबीज को ले लिया और माला को।

पहनाकर माता जी से कहा गुरु जी ताबीज पहनने के कुछ देर बाद उनकी पेट में इतना तेज दर्द हुआ कि क्या बताऊं उनको लेकर हमको मेडिकल हॉस्पिटल जाना पड़ा। डॉक्टर ने कहा, इनका ऑपरेशन करना पड़ेगा। पेट में कोई पत्थर है? गुरुजी ऑपरेशन करना चालू हो गया और वहां ऑपरेशन सक्सेसफुल रहा। उनके पेट में से ब्लैक कलर की पत्थर निकला जो काफी बड़ा था। गुरु जी अभी मेरी मां पूरी तरह स्वस्थ है। आपकी कृपा है गुरुजी जय मां पराशक्ति जय गुरुदेव।

सन्देश- देखिए यहां पर इनके जीवन में दो तरह की घटनाएं घटी पहली घटना की अगर बात की जाए तो या तो वह जगह या वह रूम भूतिया रहा होगा पहले से और हो सकता है किसी ने वहां पर कोई मारण क्रिया कभी की हो। या फिर जो उस मकान का मालिक है उसने ऐसा कुछ किया या करवाया हो जिसकी वजह से वह शक्ति वहां पर रह गई हो। इसके अलावा ऐसा भी हो सकता है। कि कभी-कभी जब साधक के जीवन में अचानक से अप्रत्याशित रूप से कुछ होने लगता है। तो उसके पूर्व जन्म का कोई सिद्धि कोई विशेष प्रकार की साधना उसका असर अचानक से उस अवस्था में या उस आयु में वापस लौटे। जिस समय में उसने कभी पिछले जन्म में उस शक्ति की साधना या आराधना की होती है तब वह शक्ति जुड़ना चाहती है। हर प्रकार से वह संकेत देती है, उसे उठाने की कोशिश करती है। उसे अपने बारे में समझाने और बताने की कोशिश करती है। यह मनुष्यों की तरह नहीं होता है। इसलिए अधिकतर साधक डर जाता है और नहीं समझ पाता कि इसका मूल उद्देश्य क्या है? कुछ समय तक यह चीजें होती हैं जब तक कि आपने उसकी आराधना की होती है पूर्व जन्म में। और उसका प्रभाव देखने को मिलता है। उसके बाद वह शक्ति वहां से चली जाती है। तब सब कुछ सामान्य हो जाता है तो इन दोनों बातों में से कोई भी एक बात हो सकती है। यह गहराई से केवल साधक समझ सकता है। क्योंकि? अनुभव में कुछ ऐसी बातें होती हैं जो साधक लोग भूल जाते हैं। इससे? साधक अच्छी तरह समझ सकता है कि वह पूर्व जन्म की कोई सिद्धि थी या फिर वहां पर किया गया कोई तंत्र प्रयोग या वहां पर पहले से विद्यमान कोई आत्मा रही हो?

रही बात इनकी माताजी वाली तो वह उस तांत्रिका की शक्ति और साधना के प्रभाव। दिए गए ताबीज के माध्यम से अच्छी प्रकार से उनके पेट से जो पथरी है, वह निकालने में वह सहायक बनी और इसकी वजह से अगर उनके ऊपर कोई किया कराया कुछ भी था। वह ऑपरेशन के माध्यम से सक्सेसफुल रहा।तो यह था आज का इनका अनुभव अगर आज का वीडियो आप लोगों को पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

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