नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत आज मैं आप लोगो के लेकर आया हूं मनोहरी यक्षिणी की साधना। आपको इनकी साधना स्वाति नक्षत्र में रात के ठीक 12 बजे से शुरु करनी है इस साधना को शुरू करने से पहले आप छोटे बच्चों को मिठाई और दही खिलाईए और उनसे प्रार्थना करिए कि आप मुझे आशीर्वाद और वरदान दीजिए कि मैं जो काम करने जा रहा हूं उसने मुझे सफलता प्राप्त हो वह भी निर्विघ्नं होकर मुझे सफलता की प्राप्ति हो सके।
उसके बाद आप निर्जन वन में जाकर वट वृक्ष के नीचे काल भैरव की मूर्ति की स्थापना करें। उनको स्नान करा कर उनकी पूजा करके आप रोज 2000 मंत्रों का जाप करें वही बैठ कर। और काले धागे में बनाई गयी रुद्राक्ष की माला से आपको जाप करना होगा । 2000 मंत्र के जाप पूरा होने के बाद आपको आटे का एक पुतला बनाना होगा और उस दिन की साधना की समाप्ति पर अपने इस पुतले को अपने मकान के पीछे गाड दीजिए।
यह देवी सौलह वर्ष की कन्या के रूप में आपको तीन महीने के अंदर दर्शन देती है। यह अत्यंत ही सुंदर चार शंखो के सिंहासन पर बैठी हुई आती दिखाई देती है फूलों के सुगंध के साथ यह देवी आती है और इनके साथ बाघ शेर चीता आदि आपको आते दिखाई देंगे किसी किसी पशु पर आपको दैत्य भी बैठे दिखाई देंगे। खुले बाल वाली, माथे पर सिंदूर, हाथों में कमल का फूल की माला पहने हुए आपको यह 3 प्रकार से आपको अपना परिचय देती है धन जन और मानस ।
यदि आप मानस रुप में आप इनको स्वीकार करेंगे तो या आपके साथ संभोग करेंगी और आपको धन प्रदान करेंगी लेकिन अगर आप किसी और स्त्री के साथ संबंध बनाते हैं तो लाइलाज बीमारी हो जाएगी । धन रूप में अगर आप स्वीकार करेंगे तो यह आपको इस अथाह रुपया देंगी पर आपको उस पैसे को अच्छे कामों में लगाना होगा नहीं तो आपका सर्वनाश हो जाएगा । जन रूप मे अधिकारी बनाती हैं बहुत सारी प्रसिद्धि आपको देंगी आपको मंत्री तक बना देंगी अगर आप गलत काम करेंगे तब आपका विनाश कर देंगी ।
यह देवी जब सिद्ध हो जाती हैं तो आपको किसी भी प्रकार की चिंता करने की आवश्यकता नहीं होगी जो भी आप सोचेंगे मन में वह तुरंत ही पूरा कर देंगी आपका सारा काम कर देंगी। इसकी साधना में आपको भय नहीं करना चाहिए यानि बिलकुल भी नहीं । अब मैं आप लोगों को इनके मंत्र को बता देता हूं मँत्र इस इस प्रकार से हैं
मँत्रः उपरोक्त चित्र मे है
अगर आपको यह साधना पसंद आई है तो धन्यवाद।।