मल मूत्र खाने और सम्भोग करने वाला मुसलमानी गंदा प्रेत
मल मूत्र खाने वाला मुसलमानी गंदा प्रेत-
हर हर महादेव जय हो, मेरी प्यारी माता जी की, गुरूजी जो आप यूट्यूब पर समाज सेवा कर रहे हैं, वह बहुत ही अच्छा है। कृपया आप ऐसे ही आगे बढ़ते रहिए। महाराज जी मैं आपके चैनल से 2020 से ही जुड़ा हुआ हूं। मैं आपकी हर वीडियो देखता हूं। मुझे बहुत अच्छा लगता है। आप पर माता पराशक्ति की साक्षात कृपा है। महाराज जी मैं अब आपको अपने बारे में बताता हूं। मैं बचपन से ही पढ़ाई में नंबर वन पर रहा हूं। मैंने कभी कोई पूजा नहीं की थी। 2020 तक फिर भी मुझे भगवान शिव के विराट स्वरूप में स्वप्न में दर्शन हुए थे। मेरा भगवान शिव के लिए पिता का भाव है। बचपन से मैंने उनकी कभी पूजा नहीं की थी। पर मेरे भाव के कारण उन्होंने माता के साथ भी उन्होंने एक बार मुझे स्वप्न में दर्शन दिए थे। मैं हनुमान जी को भी मानता हूं। उनके भी मुझे दर्शन हुए हैं। महाराज जी मैंने भगवान शिव से जो भी बचपन में मांगा। वह अब तक मुझे सब मिला है परंतु 2020 से मेरी जिंदगी में हुआ। वह मैं आपको बता रहा हूं। महाराज जी अप्रैल माह में मेरी तबीयत खराब होने लगी। ना तो दिन में नींद ना ही रात में नींद आती थी और जो भी मैं खाता था, वह शरीर को नहीं लगता था। मैंने पहले डॉक्टर को भी दिखाया। इधर-उधर भी दिखाया कि शायद कोई शरीर में कमी हो इसलिए मेरा वजन घट रहा है या मुझे परेशानी हो रही है, नींद नहीं आ रही है। खून की कमी होने लगी, शरीर सूखने लगा। बहुत डॉक्टर को जांच करवाई हॉस्पिटल में दिखाया गया पर कुछ भी नहीं हुआ। शरीर पर झपट्टा लगता था और मुझे चार आदमी दिखाई देते थे और एक औरत दिखाई देती। शरीर में सुइयां चुगने लगती थी और करंट के जैसे झटके भी लगते थे। मैंने 12th कर लिया था। उसके बाद मुझे यह परेशानी होने लगी थी।
सन्देश– तो देखिए जहां पर इन्होंने अपना जो अनुभव भेजा है इसमें मूल रूप से एक शैतानी आत्मा जोकि ऐसी है जो खुद ही मल मूत्र।
पसंद करती है। शारीरिक संबंध बनाना पसंद करती है और यह एक हिंदू आत्मा नहीं है। तो मैं आपको बता दूं कि यह कौन है यह?
ख़बीस शैतान या इसे हम खबीस जिन इस नाम के जिन्न नाम से जानते हैं। एक ऐसी शैतानी आत्मा होती है। जो की बहुत ही गंदी किस्म की मानी जाती है। जिसको भी यह पकड़ लेती है, उसका इलाज बहुत ही कठिन हो जाता है क्योंकि एक गंदगी में रहने वाली आत्मा है और जिन शक्तियों के माध्यम से इसका इलाज करवाया जाता है, वह गंदगी में प्रवेश नहीं करते हैं। इसी कारण से इसका इलाज भी बड़े-बड़े सिद्ध संत नहीं कर पाते हैं। यह गंदे और गंदगी में वास करने वाली शक्ति के रूप में जानते हैं। जहां पर भी शौचालय, लेट्रिन बाथरूम और इसी तरह के पखाना इत्यादि की जगह होती है उसी जगह अगर कभी किसी प्रकार से कोई तांत्रिक साधना की गई हो तो यह जाग जाते हैं।
इसका स्वरूप कैसा होता है? यह दिखने में काफी भयानक होता है। लेकिन लंबाई 4 फुट के करीब ही होती है यानी यह छोटे बच्चे के शरीर के जैसा अपने आप को बनाकर रखता है। शरीर इसका जो है ऐसा होता है कि सारे शरीर पर ही यह मल और मूत्र लगाना पसंद करता है।
और इसका पूरा शरीर ऐसा होता है जैसे कि गरल रहा हो। पूरा मल इसके शरीर पर लगा होता है। यह सिफली इल्म से सिद्ध होता है और जिस तरह से काला जादू होता है, अघोर विद्या होती है। इसीलिए मुस्लिम तंत्र में सिफली इल्म के माध्यम से इस खबीस जिन को लोग सिद्ध करते हैं।
इसका प्रयोग जिस पर कर दिया जाता है, उसका बचना बहुत कठिन होता है क्योंकि जानकारी है नहीं और अगर अच्छी और पवित्र शक्तियों के माध्यम से इसका इलाज करने की कोशिश की जाएगी तो भी। यह पीछा नहीं छोड़ता है क्योंकि गंदे स्थानों में ऐसी शक्तियां प्रवेश नहीं करती हैं।
ऐसा व्यक्ति बेवजह गुस्सा करता है, अपने कपड़े फाड़ता है।
संडास की खुशबू लेना पसंद करता है। खूबसूरत लड़कियों की तरफ आकर्षित होता है। यह बीमार और लाचार और मजबूर कर देता है और फिर अस्पताल में जाकर के व्यक्ति दम तोड़ता है। ऐसा देखा गया है इसके बारे में।
तो अगर ऐसी कोई चीज आपको लग जाती है तब आप क्या करेंगे जैसे कि आपको यहां पर पता चल रहा है कि यह एक खबीस जिन है?
ऐसी शक्तियों से बचने का जो माध्यम है वह है सबसे पहले तो आपको लगातार एक पवित्र ऊर्जा अपने शरीर में धारण करनी है। और यह सबसे उत्तम तो गुरु मंत्र ही होता है। अगर आपकी सामर्थ्य नहीं है तो एक काम कीजिए आप अगर किसी प्रकार से जहां भी माता गंगा का निवास स्थान है जैसे कि गंगोत्री, यमुनोत्री, ऋषिकेश, हरिद्वार इत्यादि ऐसे पवित्र स्थल जहां पर माता गंगा निकल रही हैं, वहां जाकर सबसे पहले स्नान कीजिए और? वहां से पानी इतनी मात्रा में लेकर अवश्य आ जाएं। किस सुबह आप अपना गला? तर कर सके।
सुबह-सुबह पवित्र ऊर्जा शरीर के अंदर जाएगी। अब दूसरी बात इस शक्ति को हटाने के लिए इसी के जैसी और इससे ज्यादा ताकतवर शक्ति चाहिए। जैसे कि मरी देवी। मसानी देवी!
ऐसी शक्तियां जो गंदगी में भी शुभता प्रदान करती हों।
ऐसी शक्तियों का उपासक और साधक आप अगर आपको मिलता है तो आप उनके पास चाहिए और उन से मदद मांगिये।
मैं आपको जो मार्ग बता रहा हूं, यह सबसे सरल और सबसे निष्कंटक वाला है। लेकिन अगर हमेशा के लिए ऐसी सभी प्रकार की शक्तियों से बचना है तो गुरु मंत्र धारण कीजिए, क्योंकि हमेशा के लिए अगर शक्ति से छुटकारा पाना है तो आपका शरीर अंदर से पवित्र और ऊर्जावान होना जरूरी है
इसके लिए गुरु मंत्र का लगातार जाप अनुष्ठान करना आवश्यक होता है।
कोई भी गंदी शक्ति तभी तक उसी स्थान पर रह सकती है जब तक गंदगी हमारे अंदर होती है। अगर गंदगी की जगह पवित्रता और शुद्धता आ जाएगी तो फिर उसे उस जगह को छोड़ना मजबूरी हो जाती है। क्योंकि जैसे स्थान में जो रहता है उसे वैसा ही स्थान पसंद होता है तो आप भी पूरी तरह शुद्धता को धारण कीजिए। घर को पवित्र रखिए। लैट्रिन और बाथरूम को पूरी तरह से खुद रखिए।
और पवित्री के लिए हमेशा! माता गंगा के जल का इस्तेमाल कीजिए। उचित रूप से आपको लाभ होगा। इसमें कोई संदेह नहीं है और शुद्ध और सात्विक भोजन ही कीजिए। खासतौर से ऐसे लोगों से दूर रहिए जो नकारात्मक प्रवृत्ति के हूं। केवल शुद्ध प्रगति को ही धारण कीजिए। पर अगर आसपास कहीं भगवान विष्णु, भगवान राम,भगवान कृष्ण का मंदिर है तो वहां सुबह-सुबह अवश्य जाइए। ताकि सात्विक शक्तियों का प्रवेश आपके अंदर हो सके।
आशा करता हूं कि आप जल्दी ही गुरु मंत्र धारण करेंगे और अपनी इस समस्या से मुक्ति पाएंगे।
तो यह था इनका अनुभव! अगर आज का वीडियो आप लोगों को पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। चैनल को आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।