यमदूतों का आना और भूत का उठाकर पटकना
नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज लेंगे दो अनुभवों को एक अनुभव में जहां हम यमदूतों का आना देखते हैं और उनसे कैसे माता उनकी रक्षा करती हैं। वहीं दूसरे अनुभव में एक स्त्री को कैसे एक भूत अपनी शक्ति दिखाता है। आज के इस वीडियो के माध्यम से हम लोग जानेंगे तो चलिए शुरू करते हैं।
नमस्कार गुरु जी, मैं यूट्यूब पर देखा हूं कि लोगों के अनुभव आप दिखाते हैं। आप मेरा अनुभव शेयर करे और आप प्लीज मुझे सही रास्ता भी बताएं। गुरु जी 2008 में मेरी मम्मी की जहर खाने के कारण मौत हो गई थी और हमारे घर की हालात बहुत बेकार हो गए थे। फिर गुरुजी किसी ने मुझे बताया कि मैं गांव के खेड़ा भूमिया का शनिवार का व्रत रहूं। गुरुजी 2008 से आज तक व्रत रहता हूं। फिर भी घर के हालात वैसे ही है। गुरु जी अभी 7 अक्टूबर 2021 की नवरात्रि में मैंने दुर्गा सप्तशती का पाठ किया और 4 दिन बाद मुझे ऐसा सपना आया जिसे कभी नहीं भूल सकता। गुरु जी सुबह 3:30 के बाद मॉर्निंग में यह सपना आया कि आसमान से बिजली हमारे घर पर गिरी और उससे हमारे घर की जमीन फट गई। फिर उस जमीन में से मेरे बड़े भैया ने सोने की ईटे निकाली और मेरे हाथ में दी। गुरुजी उसी टाइम कुछ ऐसे लोग आ गए जो दूसरी दुनिया के थे और ऐसा लगा जैसे वह यमदूत हो गुरुजी। फिर उन यमदूत ने मुझे बोला कि यह सब सोना हमारा है और हम तुम सबको मार कर लेकर चले जाएंगे। फिर गुरु जी मैं रोते हुए बोला कि कोई तो हमारी मदद करो गुरु जी उसी। सोने में से मुझे एक माला मिली और उस माला में से आवाज आई कि मैं तो तुम्हारी मदद नहीं कर सकती। सिर्फ मां दुर्गा ही कर सकती हैं गुरुजी! तब? गुरुजी तब मैंने उस माला से कहा कि? मैं तो मां की पूजा करता हूं। फिर माला बोली कि बेटा तू मां की पूजा करता है तो फिर यह यमदूत तो क्या कोई भी तेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं। गुरुजी उस माला ने मुझे नर्वाण मंत्र के जाप करने के लिए बोला और कहा गुरु जी मैंने उसे फिर 3 बार मंत्र का उच्चारण किया एक सफेद और चमकदार लाइट में यानी ग्रीन रंग की साड़ी में एक औरत आई और उसके आते ही इतना प्रकाश हुआ जैसे सूर्य निकला हो। उस प्रकाश से वह सारे यमदूत भाग गए। गुरु जी उस ओर मां के हाथ में त्रिशूल था और वह बोली बेटा तूझे जो गोल्ड की ईंट तुझे चाहिए या फिर मैं, गुरु जी यह सुनकर मैं उनके पैरों में पड़ गया। मैंने बोला कि मां मुझे सिर्फ तू चाहिए। गुरुजी उसी समय मेरी आंखे खुल गई, लेकिन मैं रियल में 2 घंटे रोता रहा था। मुझे ऐसा लगा सब कुछ छोड़ के मां के पास चला जाऊं। गुरु जी यह था मेरा अनुभव प्लीज गुरु जी आप मेरा मार्गदर्शन करें और आप इस अनुभव को शेयर कर सकते हो। आज मैंने पहली बार किसी को कुछ बताया है। वह भी आपको गुरु जी हम लोग बहुत परेशान हैं। प्लीज मार्गदर्शन करें। आपकी बहुत कृपा होगी। गुरुजी अनुभव लिखते हुए भी आंखों में आंसू है और गुरुजी मेरा मन आध्यात्मिकता की ओर जा रहा है। गुरु जी मैंने m.a. फाइनल किया है। बस गुरु जी आप पर ही भरोसा है गुरु जी प्लीज अपनी बेटी पर कृपा करें। संदेश-तो देखिये इन के अनुभव से स्पष्ट है कि इनकी माता की असमय हुई मृत्यु के कारण उस घर में दोष उत्पन्न हो गया है और ऐसे में नकारात्मक शक्तियां उस घर में आकर अन्य लोगों के भी प्राणों के संकट को बनाए रखती है क्योंकि उस घर में अकाल मृत्यु हुई है और जहर खाकर मरने से विशेष पाप लगता है। ऐसे में जब आपने नवरात्रि में श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ किया तो उसके कारण नकारात्मक शक्तियों को भय उत्पन्न हुआ और माता के स्वरूप के दर्शन के कारण उन शक्तियों को वहां से जाना भी पड़ा। और आप को विशेष रूप से माता ने संदर्भित किया है और उपाय भी बताया है। अब बात सिर्फ इतनी है कि आप अगर किसी योग्य गुरु से माता के किसी गुप्त मंत्र गुरु मंत्र को धारण करते हैं तो उसका जाप अगर आप अपने घर में रोजाना करने लगे तो सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां नष्ट हो जाएंगी। आपकी माता की सद्गति होगी और उन्हें अच्छा लोक प्राप्त होगा जो कि अभी वह फंसी हुई हैं। इसीलिए आपको गुरु मंत्र माता शक्ति का अवश्य ही प्राप्त करके और उसका आजीवन जाप करना चाहिए। यह आप मुझसे भी प्राप्त कर सकते हैं या किसी अन्य गुरु से भी प्राप्त कर सकते हैं। निश्चित रूप से आपके भाग्य में इससे बदलाव होगा और जो बुरी चीजें आपके साथ घटित हो रही हैं। परिवार में नकारात्मकता फैली हुई है। वह सब नष्ट हो जाएगी क्योंकि आपकी माता की मृत्यु जहर खाने से हुई थी। अब इससे बचने का केवल यही उपाय है कि आप गुरु मंत्र लीजिए और उसका आजीवन जाप कर अपने जीवन को आध्यात्मिक बनाइए। माता को प्राप्त कीजिए और भौतिक जीवन में भी संकटों से अपनी रक्षा कर लीजिए। इसी प्रकार एक अन्य अनुभव आया है। चलिए पढ़ते हैं इस पत्र को। नमस्कार गुरु जी, मेरा नाम रीना है। कृपया मेरा पता और अन्य जानकारी साझा ना करें। सिर्फ मेरे इस अनुभव को प्रकाशित करें। गुरु जी हमारे नाना के घर भूतों का बसेरा बहुत पहले से माना जाता है। इसी कारण से वहां उनके घर में जल्दी कोई रात को ठहरता नहीं है। मैंने! एक बार वहां पर अपनी छुट्टियां बिताई थी जो अनुभव मुझे हुआ, वही मैं आपको बता रही हूं।
उस दिन मैं और मेरी सहेली दोनों ऊपर वाले कमरे में सोने चले गए। जिस कमरे में भूत के होने की आशंका है क्योंकि हमें। प्राइवेट तरीके से कुछ बातें करनी थी और इंजॉय करना था। इसलिए हम लोगों ने अलग कमरा चुना था। हालांकि घरवालों का स्पष्ट निर्देश था कि उस कमरे में ज्यादा देर रुकना ठीक नहीं है पर उस दिन घर में कोई नहीं था। सभी लोग शादी में गए थे। तब मैंने अपनी फ्रेंड को कहा, ऊपर वाले कमरे में चल कर आराम से मूवी देखेंगे और इंजॉय करेंगे। और हम लोग ऊपर वाले कमरे में चले गए। रात को थोड़ी देर मूवी देखने के बाद अचानक से हम दोनों को नींद आ गई और हम दोनों सो गए। पर पता नहीं क्या हुआ। हमने जो चादर ओढ़ रखी थी। वह चादर किसी ने उठा कर फेंक दी। मेरी आंखें खुली मैंने देखा चादर नहीं है मैंने वह चादर। नीचे पड़ी हुई देखी, मैं बिस्तर से नीचे उतरी। और फिर से वह चादर उठाई और सो गई। दोबारा से कम से कम 10 मिनट बाद फिर किसी ने हमारी चादर उठा कर फेंक दी। इस बार हम दोनों जग गए थे। यानी हमारी नींद टूट गई थी। मैंने अपनी फ्रेंड से कहा, कोई हमारी चादर खींच कर फेंक देता है। कुछ तो गड़बड़ है। उसने कहा कोई बात नहीं मन का वहम हो सकता है। हो सकता है हम लोगों ने ही अपनी टांगों से वह चादर नीचे फेंक दी हो। उसके बाद फिर हम दोनों सो गए। और उसके बाद जो हुआ वह आज तक मैं भूल नहीं पाई हूं गुरु जी! उसके बाद अचानक से ही बड़ी जोर से आवाज आई और मुझे मेरी पीठ पर चोट लगती महसूस हुई। मैं हड़बड़ा के उठी तो देखा, मैं बिस्तर से नीचे थी। मुझे किसी ने बिस्तर से उठाकर जमीन में पटक दिया था। मैं हड़बड़ा कर अपनी फ्रेंड से कही जल्दी भाग इस कमरे से और वह भी मेरे साथ उस कमरे से बाहर निकल गई। हमने उस कमरे में ताला लगा दिया और नीचे जाकर सो गए, लेकिन उस रात नींद नहीं आई और डरते रहे। बाद में यह बात हमने घर वालों को बताई तो उन्होंने कहा, उस कमरे में मत जाना। उस कमरे में गड़बड़ है और वहां सोना तो बिल्कुल नहीं। क्योंकि जो भी वहां से होता है, इसी तरह की समस्या उसके साथ हो जाती है। घरवालों ने बहुत डांट लगाई। गुरु जी सच में क्या भूत उठाकर पटक सकता है?यही मेरा एक सच्चा अनुभव है नमस्कार गुरु जी! संदेश-तो देखिए इन के अनुभव में यहां पर भूत ने इन्हें उठाकर पटक दिया।आप लोग इस बारे में क्या विचार रखते हैं? अवश्य ही नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर बताइए तो यह था आज के दो अनुभव अगर आपको पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।
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