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लीलावती अप्सरा साधना

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य से चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है ।आज मैं आप लोगों के लिए लेकर आया हूं लीलावती अप्सरा साधना ।

इसकी साधना से आपको सुख संपन्नता भौतिकता ऐश्वर्य समृद्धि की प्राप्ति होती है और आपके जीवन में मधुरता आती है ।अगर किसी व्यक्ति के जीवन में विवाह के बाद भी सुख समृद्धि संतुष्टि और वैवाहिक सुख संपन्नता नहीं है, हमेशा घर में कलेश लड़ाई झगड़ा होता रहता है। वो दुखी और अपने परेशान रहता है तो एक बार वह अपनी जीवन में यह साधना अवश्य तेरे ताकि उसका जीवन सुख में व्यतीत हो सके ।

उसके समस्त कष्टों का नाश का हो सके पर इस साधना को करते के लिए आपको एक विशेष मुहूर्त की आवश्यकता होगी उसके अलावा आप इसको शुरू नहीं कर सकते तो चलिए जानते हैं कि वह विशेष मुहूर्त कौन सा होता है । यह विशेष मुहूर्त चंद्र ग्रहण का होता है । आप सिर्फ इसी समय से यह साधना शुरू कर सकते हैं ।

प्राचीन काल से ही राजा महाराजा ऋषि मुनि साधक लोग इसकी साधना करते आ रहे हैं और संपन्नता और सिद्धि भी प्राप्त करते हैं ।आपको इसकी साधना के लिए सर्वप्रथम गुलाब के फूल की दो माला, शुद्ध देसी घी से बनी दूध की मिठाई, फल, फूल,  नैवैद्य से अप्सरा के चित्र की पूजा करें और रोज 21 दिन तक लगातार आपको उसके मंत्र का जाप करना होगा । आपको 10,000 लगातार जप करना होगा । 21 दिन तक और 21 वे दिन आपकी साधना पूर्ण हो जाएगी तो चलिए जान लेते हैं कि इनका मंत्र किस प्रकार से हैं तो इनका मंत्र यह है-

  मँत्र:  ।।ॐ हूं हूं लीलावती कामेश्वरी अप्सरा प्रत्यक्ष सिद्धि  हूं हूं फट।। 

 जब आपको इसकी सिद्धि हो जाएगी तब आपको जब भी बुलाना होगा तो आपको इसके मंत्र को मन में या बोलकर सात बार 21 बार 11 बार या 108 बार अगर आप जाप करेंगे और इसको बुलाएंगे तो या तुरंत आपके सामने प्रस्तुत हो जाएगी । सिद्धि के बाद अगर आप इसकी साधना चंद्र ग्रहण शुरू होते समय करते हैं तो चंद्र ग्रहण खत्म होते होते आपके सामने प्रत्यक्ष होकर दर्शन देगी । आपकी मनोकामना सिद्ध करेगी ।

यह साधना आपको शुभ मुहूर्त मे शुक्रवार की रात के 10:00 बजे से शुरु करनी होगी और रुद्राक्ष की माला से आपको इसका जाप करना होगा या हकीक की माला का भी प्रयोग कर सकते हैं ।आपको 10,000 बार इसका जाप करना होगा और 21 वे दिन आपको मंत्रों का जाप पूरा करके एक घंटे तक ध्यान भी करना होगा ताकि आपको इसके दर्शन हो सके ।

जब लीलावती अप्सरा आपके सामने प्रत्यक्ष रुप से आ जाए तब उसको आप गुलाब के फूलों की माला अर्पित करेंगे और उससे 3 वचन मांगेंगे तो इस प्रकार से साधना संपन्न की जाती है ।अगर आपको यह जानकारी और साधना पसंद आई हो तो धन्यवाद।।

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