Q. साधना करने के बाद या सम्पन करने के बाद उस साधना से सम्बंधित जो मंत्र है उसका नित्य कितना बार जाप करना चाहिए?
-> मंत्र ३ प्रकार के होते है
१ शाबर मंत्र
२. वैदिक मंत्र
३. तांत्रिक मंत्र
शाबर मंत्रो के बारे में सीधा सीधा ये कहा गया है की उन्हें वर्ष में एक बार जगाने की आवश्यकता जरूर होती है| क्युकी एक वर्ष बाद वो मंत्र पूरी तरह से समाप्त हो जाता है| इसलिए आपको ग्रहण काल में विशेष रूप से एक बार इन मंत्रो को जगा लेना चाहिए उसी विधि से जिस विधि से अपने उस मंत्र की साधना की थी|
तांत्रिक मंत्रो के विषय में कहा गया है की इन्हे कम से कम ७ बार प्रतिदिन जपना आवश्यक है|
वैदिक मंत्र सदैव बने रहते है उनको जगाने की आवश्यकता नहीं होती है| एक बार अगर ये सिद्ध हो जाए तो कभी भी ये आपका साथ नहीं छोड़ते है लेकिन एक प्रक्रिया है वो आवश्यक है इसलिए इनको भी प्रतिदिन ७ बार उच्चारण करना चाहिए|
Q. आप माता दुर्गा के कवच के बारे में बताये
कवच के सम्बंध में मै ये कहूंगा की अभी कवच की साधना मै नहीं बता रहा हूँ| वो मै आपको अक्टूबर के बाद बताऊंगा दुर्गा सप्तशती में जो भी मंत्र है, जो भी प्रयोग है वो सब अक्टूबर के बाद बताऊंगा| इतना अवश्य कहूंगा की अगर माता के इस कवच का पाठ किया जाए तो फिर वो कोई भी साधना उपासना वो व्यक्ति कर सकता है| उसपे कोई संकट नहीं आता है अगर आपने कोई कमजोर साधना में इस कवच का प्रयोग किया है तो आप साधना करते रह जाएंगे लेकिन सफलता सिद्धि प्राप्त नहीं होगी कभी क्युकी वो शक्ति आपसे भय खाने लगेगी इस कवच की वजह से इसलिए बड़ी साधना में ही इस प्रकार के कवच का प्रयोग करना चाहिए |
Q. अप्सरा योगिनी और यक्षिणी में सबसे ज़ादा शक्तिशाली कौन है?
तंत्र के मामले में सबसे ज्यादा शक्तिशाली भैरवी शक्ति होती है फिर योगिनी को माना जाता है फिर यक्षिणी होता है और उसके बाद अप्सरा होती है | तो यही मान के चलिए सबसे शक्तिशाली भैरवी शक्ति होती है | आपको जो उपयुक्त लगे आप उसकी साधना सम्पन्न कर सकते है |
बाकी बातों के लिए नीचे का विडियो देखे –