साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 217
प्रश्न १ :- आठ यक्षिणी सुर सुन्दरी, अनुरागिनी, रतिप्रिया, पद्मिनी, नती आदि आठ यक्षिणी के स्वभाव के बारे में बताएं |
उत्तर:- आप यक्षिणी, अप्सरा, योगिनी, भैरवी इत्यादि से संबंधित जानकारी धर्म रहस्य मेंबर्स वीडियो के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि वहाँ पर पहले से ही गोपनीय साधनाओं की जानकारी उपलब्ध है। इसलिए, जो भी लोग धर्म रहस्य मेंबर्स नहीं बने हैं, वे सभी लोग धर्म रहस्य के मेंबर बन सकते है क्योंकि वहाँ की जानकारी सार्वजनिक रूप से दी जाने वाली जानकारी से बिल्कुल अलग और उत्तम है। वहाँ की जो जानकारी है, वह आपके कल्याण के लिए है और इसलिए आप वहाँ इन यक्षिणियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अन्य प्रकार की गोपनीय साधनाओं के विषय में भी जानकारी ले सकते हैं।”
२. साधक अगर किसी यक्षिणी को जैसे सुर सुन्दरी या अनुरागिनी यक्षिणी को बहन के रूप में आह्वाहन करे तो साधक के खुद की बहन को कोई खतरा तो नही है ?
उत्तर – देखिए, जब भी इस तरह की साधनाएं की जाती हैं, तो ऐसी साधना घर पर नहीं करनी चाहिए क्योंकि घर पर करने से जब वह शक्ति आपके घर में प्रवेश करती है, तो वह अन्य लोगों के साथ भी जुड़ने का प्रयास करती है। जैसे कि आपने उसे बहन के रूप में पुकारा, तो वह आपकी बहन के पास जाने की कोशिश करेगी। लेकिन वही साधना अगर कोई व्यक्ति जंगल में या घर से बाहर, या ऐसी जगह कर रहा है जहां आपका परिवार नहीं रहता है, तो उसे आपकी बहन से कोई मतलब नहीं होता।
कोई भी स्त्री अपने रिश्ते को सबसे ऊंचा बनाना चाहती है, इसलिए आपकी बहन में अगर आध्यात्मिक ऊर्जा नहीं है, तो वह जब आपकी बहन की परीक्षा लेती है और उसके साथ जुड़ने की कोशिश करती है, तो वह कुछ हल्की-फुल्की परीक्षा लेती है, जिसको ज्यादातर लोगों ने खतरनाक बताया है, जबकि ऐसा नहीं होता है। उन परीक्षाओं का प्रभाव और उनका असर बहुत कम पड़ता है।”
३. साधक यक्षिणी को बहन के रूप में आह्वाहन करे तो साधक को किस तरह की परीक्षा से गुजरना पड़ता है ?
उत्तर:- सिद्ध देने से पहले कोई भी शक्ति आपकी हर प्रकार से परीक्षा लेती है। यक्षिणी अपने साधक की परीक्षा प्रेमिका स्वरूप में या उसकी कामुकता की परीक्षा अवश्य ही लेती है, साथ ही साथ वह साधक के निडरता की भी परीक्षा लेती है कि आप निडर हैं या नहीं, और आपके अंदर कितनी सामर्थ्य है। इसलिए, जो सामान्य परीक्षाएं लगभग होती हैं, उन सबसे आपको गुजरना पड़ता है, फिर ही आपको सिद्धि मिलती है।
अधिक जानकारी के लिए नीचे का youtube विडियो अवश्य देखे –