साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 48
१. गुरु मंत्र का जाप किस माला से करना चाहिए ?
उत्तर :- गुरु मंत्र का जाप आप रुद्राक्ष की माला से कर सकते है | रुद्राक्ष की माला को लेकर आप सबसे पहले उसकी प्राण प्रतिष्ठा कर ले जिससे वो माला चैतन्य हो सके, फिर उसके बाद आप उसपे गुरु मंत्र का जप प्रारंभ कर सकते है |
२. गुरु मंत्र में ऋषि न्यास का महत्त्व क्या है ?
उत्तर :- “ऋषिन्यासः” का अर्थ है – जो उस मंत्र का ऋषि है जिसने उस मंत्र की रचना की है, जिसने उस मंत्र का जाप किया है वो उस मंत्र का ऋषि कहलाता है | जब तक उस मंत्र के ऋषि की शक्ति उस मंत्र के साथ नहीं जुड़ेंगी तब तक वो मंत्र अपना पूर्ण प्रभाव नहीं दिखाएगा | इसलिए किसी भी साधना में ऋषिन्यासः करने का बहुत अधिक महत्त्व है | अगर आपके पास समय नहीं है बाकी न्यास करने के लिए तो केवल इसी न्यास को सम्पन करके आप मंत्र जाप कर सकते है |
३. गुरु मंत्र का 9 लाख जप सम्पन करने के बाद क्या साधना कर सकते है ?
उत्तर:- हाँ! बिलकुल अगर आपने पूर्ण अनुष्ठान सम्पन कर लिया है तो आप कोई भी साधना कर सकते है| आपको इस बात का ध्यान रखना की आप जिस मंत्र का जाप कर रहे है उससे पहले गुरु पूजन और गुरु मंत्र का जाप कम से कम १ से ५ माला आवश्य करे | अगर आप कोई साधारण तांत्रिक साधना कर रहे है तो १ माला का ही जप करे और अगर आप कोई बढ़ी तामसिक साधना कर रहे है तब आप ५ माला का जप करे| क्युकी तामसिक साधनाओ में ऊर्जा की अधिक आवश्यकता होती है और गुरु मंत्र आपकी हर रूप से सहायता करे इसके आवश्यक है आप ५ माला गुरु मंत्र का जाप करे |
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