साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 52
१. नवार्ण मंत्र सिद्ध होने के लक्षण क्या है ?
उत्तर :- जब कोई भी मंत्र सिद्ध होने की अवस्था में आता है तो कई प्रकार से विशेष लक्षण देखने को मिलते है | इसमें आपको कुछ ऐसे अनुभव करने लग जाते है जिसका अपने अभी तक अनुभव नहीं किया था यह मंत्र का सबसे पहला लक्षण होता है | अगर आप स्त्री वर्ग की कोई साधना करते है तो उसमे आपको पायलो कीझंकार, खुशबू का आभास, इस प्रकार के कई सारे लक्षण देखने को मिलते है | पहला लक्षण होता है किसी के आस पास होने का आभास | दुसरा जब आप ध्यान लगाते है तो आप ऐसी दुनिया में पहुँच जाते है जो आज तक आपने देखी नहीं होती है, ऐसा अनुभव ध्यान के माध्यम से भी हो सकता है और स्वप्न के माध्यम से भी हो सकता है | लेकिन इस प्रकार का अनुभव आपको पहले नहीं होता है जब आप साधना में रत होंगे तभी ऐसे अनुभव होंगे अन्यथा नहीं | जिस मंत्र का आप जाप कर रहे उसकी सिद्धि के कारण ही आपका सूक्ष्म शरीर स्वप्न के माध्यम से विभिन लोको में प्रवेश करने में सफल हो पता है | इस प्रकार साधना सिद्ध होने के कई सारे लक्षण होते है जिसका वर्णन करना संभव नहीं यह आप स्वयं अनुभव कर सकते है साधना के अंतर्गत |
२. साधना में नवार्ण मंत्र से सुरक्षा घेरा लगा सकते है क्या ?
उत्तर :- सुरक्षा मंत्र के रूप में अगर नवार्ण मंत्र का प्रयोग करते है तो ये बहुत उत्तम है| इससे माता की शक्तिया, योगिनिया, भैरव आपकी रक्षा सुरक्षा करेंगे | सुरक्षा घेरा का तात्पर्य है किसी चीज़ से या कील से अपने चारो और घेरा बना लेना या अपनी छाती पर मंत्र फूंक के रक्षा स्वरुप में ले आना लेकिन इससे पूर्व आपको उस मंत्र की साधना कर उसको चैतन्य करना पड़ेगा तब ही आप ऐसा प्रयोग कर पाएंगे |
३. अप्सरा साधना में हनुमान रक्षा मंत्र इस्तेमाल करना सही है क्या ?
उत्तर : – अगर आप अप्सरा साधना कर रहे है तो आपको हनुमान जी की रक्षा मंत्र की आवश्यकता ही क्यों है, ऐसा बिलकुल भी नहीं करना चाहिए क्युकी २ भिन्न प्रकार की शक्तियों को एक साथ आप कैसे लेके आ सकते है? जहाँ अप्सरा सौन्दर्य की देवी है वही हनुमान इन चीज़ो से दूर रहते है, हनुमान जी पूर्ण रूप से ब्रम्हचारी है | वो आपको जीवन के गुण सिखाएँगे लेकिन आपको प्रेम सौंदर्य ये सब शक्तियों से दूर रखेंगे | आप हनुमान जी का मंत्र इस्तेमाल करते है तो निश्चित है की अप्सरा आपके सम्मुख नहीं आएगी इसलिए इन साधनाओ में हनुमान जी का मंत्र प्रयोग नहीं करना चाहिए |