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साधना मे संभोग करने का प्रयास और कुछ प्रश्न

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज एक अनुभव हमको प्राप्त हुआ है। साधना से संबंधित जहां पर भेजने वाले साधक के जीवन में विशेष प्रकार की शक्तियां उनसे विभिन्न प्रकार के शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश कर रही हैं और बहुत ही अलग तरह का अनुभव है .. पढ़ते हैं इनके पत्र को जानते हैं कि आखिर क्या उनके प्रश्न हैं साथ ही साथ क्या उनके जीवन में अनुभव घटित हुए हैं। –

नमस्कार गुरु जी और धर्म रहस्य देखने वाले सभी दर्शकों को मेरा नमस्कार गुरु जी मेरा नाम आकाश है। मैंने आपको पहले भी पत्र भेजा था जिसका शीर्षक आपने आस्था का पैदा होना रखा था। जैसा कि गुरु जी मैंने आपको बताया था कि जो भी सपने मैं देखता हूं सुबह होते ही भूल जाता हूं गुरुजी जिस दिन मैंने आपको पत्र भेजा था। उसके अगले दिन मुझे रात को सपने में एक स्त्री दिखाई दी और उसने मेरे साथ संभोग करने की कोशिश की। ना चाहते हुए भी मेरा वीर्य क्षरण हो गया। गुरु जी मैंने अगले दिन आपकी एक वीडियो देखी तो उसमें आपने बताया था कि ऐसी जो शक्तियां होती हैं वह ऊर्जा छीनने की कोशिश करती हैं। रात को गुरु जी सोने से पहले मैं इस बारे में सोचने लगा। कोई शक्ति मेरे साथ ऐसा ही तो नहीं कर रही है। और जब मैं रात को सो गया तो मैंने सपने में एक स्त्री एक बार फिर से आई और उसने भी मेरे साथ यही करने की कोशिश की। और अचानक से गुरु जी मैंने अपने आप को एक बेड पर लेटा हुआ पाया। जैसे ही मैंने अपनी गर्दन दूसरी तरफ घुमाई मेरी दूसरी तरफ कोई और स्त्री दिखाई पड़ी। मतलब कि अब मेरे सपने में 2 स्त्रियां थी। जैसे ही मैंने गर्दन एक बार फिर से घूमाई तो वह दूसरी स्त्री देखने में बेहद ही खूबसूरत थी। वह जो थी कुछ चमकती नज़र आ रही थी। उसने मेरे साथ वही काम करने की कोशिश फिर से की। मैं भी उसकी खूबसूरती के आगे अपने आप को रोक नहीं पाया और फिर से मेरा वीर्य क्षरण हो गया। ऐसा 3 दिन तक मेरे साथ चलता रहा। गुरुजी फिर चौथे दिन रात को सोने से पहले मैं इन्हीं सब चीजों के बारे में सोच रहा था कि मेरे साथ ऐसा आखिर क्यों हो रहा है? कुछ समझ में नहीं आ रहा था फिर मैं सो गया तो इस बार सपने में कुछ और ही दिखाई दिया। मेरे दादाजी और मेरे पिताजी दोनों एक साथ घर आए हैं। मैं यह बता दूं गुरुजी कि मेरे दादा का देहांत काफी साल पहले ही हो गया था और मेरे पिताजी भी पिछले 3 – 4 साल से हमारे साथ नहीं रहते हैं। वह हमसे अलग ही रहते हैं। वह हमारे साथ रहना नहीं चाहते थे l मेरी पिताजी ने एक दिन मेरे परिवार से यानी कि हम लोगों से बोला था कि मैं आप सबके साथ गृहस्थ जीवन नहीं बता सकता हूं। इसीलिए वह हमें छोड़ कर कहीं दूसरी जगह जाकर रहने लग गए। गुरुजी सपने में पिताजी और दादाजी एक साथ आए और दोनों ने काले कपड़े पहने हुए थे। पिताजी ने काले कोट पेंट और दादाजी ने पूरे ही काले कपड़े पहने हुए थे वह दोनों घर में आए और फिर बिना घर में बैठे ही वापस चले गए। दोनों इस तरह घर के बाहर निकले जैसे कि वह दोनों कोई पुराने दोस्त हो। मतलब कि एक दूसरे के कंधे पर उन्होंने हाथ डाला हुआ था। गुरु जी मैं बता दूं कि एक बार पहले मेरे साथ एक समस्या हुई थी कि मेरा अचानक से मेरे गांव जाने का मन करने लगा था। यह काफी पुरानी बात है जब मेरे पिताजी हमारे साथ रहते थे। उस वक्त काफी ज्यादा उत्साहित था। जबकि मैं गांव जाने की बात भी नहीं करना चाहता था। रात को अजीब अजीब सपने आते थे। मेरे शरीर में दादा जी की आत्मा आकर परेशान करने लगी थी तो पिताजी ने आत्मा से पूछा तो कहा कि दादाजी मुझे गांव ले जाकर मारना चाहते हैं l गुरुजी सपने बहुत आते हैं पत्र के माध्यम से बताना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। फिर कभी और बता दूंगा अब गुरुजी मेरे कुछ सवाल है आपसे कि गुरु जी मैं पूरा दिन ओम नमः शिवाय जय माता दी का जाप करता रहता हूं। तो क्या वह ठीक है? और गुरु जी मुझे कुछ दिन पहले सपने में महादेव जी के दर्शन भी हुए थे। गुरु जी इसका क्या मतलब है? मैं आपसे गुरु मंत्र लेना चाहता हूं मगर बार-बार यह सोचने लगता हूं कि अभी मंत्र लेना ठीक है या नहीं? गुरु जी मैं जो भी काम करता हूं क्या मुझे उसे छोड़ना पड़ेगा क्योंकि मेरी दुकान है मीट मटन की और मैं मांसाहारी भी हूं। कृपया बताएं मुझे क्या करना चाहिए और हां गुरुजी। मैं आध्यात्मिक क्षेत्र में उतरना चाहता हूं। और मेरा उद्देश्य है कि मैं ऐसी साधना करूं जिससे मेरा भौतिक जीवन सुधर सके और मैं जनकल्याण कर सकूं मैं हर आदमी की मदद करना चाहता हूं। जो भी ऊपरी बाधा से ग्रसित हो ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करके मैं अपना जीवन सुधार सकूं लिखने में कुछ गलती हुई हो तो माफ करें गुरु जी नमस्कार। ओम नमः शिवाय जय माता दी। भगवान सबका कल्याण करें। कृपया करके मेरा ईमेल किसी को ना दिखाएं। और नाम भी।

उत्तर – अपने जो कुछ प्रश्न रखे हैं और साथ ही साथ कुछ अनुभव भी बताएं कि कैसा उनके साथ होना चाहिए यह भी कहा है कि वह आध्यात्मिक क्षेत्र में उतरना चाहते हैं। मैं बता दूं कि जब भी किसी भी स्त्री या पुरुष को कामुक तरह के स्वप्न आते हैं साधना के दौरान। यह मान के चलिये कि आपकी ऊर्जा को छीनने के लिए विभिन्न प्रकार की शक्तियां हैं वह कोशिश करती रहती हैं और जब उन्हें लगता है कि यह करना सबसे सरल है तो वह उसी मर्म स्थान पर हमला करते हैं। क्योंकि काम शक्ति पर अत्यधिक लोगों की हार हो जाती है और बड़े-बड़े लोग काम शक्ति के आगे हार गए हैं। पूरा इतिहास आप अगर उठा करके देखें तो यही सबसे बड़ी कमजोरी है मनुष्य की, इसलिए इस तरह की शक्तियां आ करके आप की पूजा ले जाती हैं अधिकतर जो लोग गुरु मंत्र नहीं लिए होते हैं उनके साथ में ही चीजें ज्यादातर घटित भी होती हैं। इस तरह उनकी सारी मंत्र ऊर्जा वह शक्तियां अपने आप ग्रहण कर लेती हैं और उनको कुछ भी प्राप्त नहीं होता है। जब तक कि उसे गुरु मंत्र ना मिल जाए तब तक इसी प्रकार उसकी शक्ति का क्षरण होता रहता है। कायदे से आपको गुरु मंत्र ले लेना चाहिए चाहे वह महादेव का हो या मां भगवती का दोनों में से कोई भी मंत्र आपके लिए शुभ होगा क्योंकि आप उन्हीं दोनों शक्तियों की पहले से उपासना करते रहे हैं। आपने कहा कि आपको भगवान महादेव के दर्शन भी हुए हैं। इसका मतलब यह है कि आपके ऊर्जा सही दिशा की ओर जा रही थी। लेकिन शक्तियां क्योंकि आपसे आपकी उर्जा छीन लेती हैं। तो इस कारण से आपकी कुछ भी ऊर्जा बन नहीं पाती है, वह समाप्त हो जाती है। अगर इसी की जगह अपने गुरु मंत्र लिया होता तो फिर आप अगर आपके साथ इस तरह की कोई घटना होती थी तो भी आप की ऊर्जा नष्ट नहीं होती और आपकी जो पूजा-पाठ है सारा का फल आपको मिलता है चाहे वह आपको इस प्रकार से पराजित भी कर देती तब भी। अब अगला सवाल आपने यह पूछा है कि क्या आप जो मीट मटन का कार्य करते हैं। उसके लिए आप साधना कैसे किस प्रकार से गुरु मंत्र ले? तो आपको मैं सीधे-सीधे बता दूं कि आपको राजसिक साधना का संकल्प लेना होगा। क्योंकि आप सात्विक पूजा नहीं कर पाएंगे और ना ही साथ में पूजा से जुड़ा आपका कोई व्यवसाय है। इस कारण से आपको राजसिक पूजा का संकल्प लेना होगा इसके लिए आप मेरी वेबसाइट पर जाकर के वहां के जो नियम है वह पढ़ सकते हैं और आध्यात्मिक क्षेत्र में उतरने के लिए सबसे पहले गुरु मंत्र ले लीजिए। उसका पूरा का पूरा अनुष्ठान पूरा कीजिए। दशांश हवन कीजिए उसके बाद फिर आपने पूछा है कि आप अपने भौतिक जीवन में सुधार चाहते हैं साथ ही साथ ऊपरी बाधा से ग्रसित लोगों की मदद करना चाहते हैं। ऐसी अवस्था के लिए सबसे सरल और सहज उपाय यही है कि आप पहले गुरु मंत्र लीजिए उसको सिद्ध कर लीजिए फिर मैं आपको ऐसे मंत्र दूंगा जिससे आप किसी की भी ऊपरी बाधा को पूरी तरह से नष्ट कर सकेंगे चाहे उस पर ब्रह्मराक्षस जैसी भयानक शक्ति ही क्यों न हो। इस प्रकार से अगर आप करेंगे तो निश्चित रूप से अपना कल्याण करने के साथ-साथ अपने भौतिक जीवन का कल्याण और सबसे बड़ा अपने आध्यात्मिक जीवन का कल्याण कर सकेंगे l आध्यात्मिक जीवन सबसे बड़ा है किसी भी मनुष्य के लिए लेकिन वह इस बात को नहीं समझता। यह भान उसे अपनी मृत्यु के समय ही होता है। उससे पहले तक तो केवल और शरीर की पूजा करता है और अपने शरीर की पूजा के लिए दिन-रात कर्म करता है। पर अपनी आत्मा के लिए वो एक भी कर्म नहीं करता। इसलिए आप सभी को मंत्रों को या अपने इष्ट की आराधना को जरूर स्वीकार करना चाहिए। परमात्मा की उपासना करना अनिवार्य है प्रत्येक व्यक्ति के लिए व जीवन तभी केवल कल्याणमय हो सकता है। वरना पशु समान प्रत्येक व्यक्ति का जीवन होता है। हर व्यक्ति का जीवन जानवरों की तरह होगा तो वह जानवर योनि में ही जन्म लेगा वो कभी भी देव योनी को नहीं प्राप्त कर सकता या फिर परमात्मा को भी नहीं प्राप्त कर सकता है। ऐसी स्थिति में सबसे पहले सबसे सहज रास्ता जो भगवान शिव ने बताया है वह है गुरु मंत्र का l सबसे पहले गुरु मंत्र लेना चाहिए। किसी गुरु के पास जाकर किसी योग्य गुरु से और उसके बाद फिर उस मंत्र का पूरी जिंदगी जाप करना चाहिए। इसके अतिरिक्त अगर तंत्र में उतरना चाहते हैं या आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त करना चाहते हैं तो फिर दूसरे मंत्रों की आगे चलकर सिद्धि की जाती है यही सबसे सरल सहज तरीका होता है। अपने आध्यात्मिक जीवन को ऊंचा उठाते हुए भौतिक जीवन में अपनी ऊर्जा बढ़ाने का और अपने जीवन को सुखमय बनाने का l यह अनुभव अगर आपको पसंद आया है तो शेयर करें सब्सक्राइब करें आपका दिन मंगलमय हो धन्यवाद।

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