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सिरदर्द के कारण लक्षण उपचार 2 अंतिम भाग

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य आयुर्वेद चैनल में आपका एक बार फिर से स्वागत है। सिर दर्द के कारण लक्षण उपचार भाग 1 में आपने इसके लक्षण और कारणों के बारे में जाना था। आज हम लोग सिर दर्द से छुटकारा पाने के घरेलू नुस्खे और सरल उपायों के बारे में जानेंगे। अगर सिर दर्द आपको होता है तो आप नींबू और गुनगुना पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं। कई बार पेट में गैस बन जाने के कारण भी सिर दर्द होता है। इससे निजात पाने के लिए एक गिलास गुनगुना पानी लेना चाहिए और उसे नींबू निचोड़ कर पी जाना चाहिए। अगर आप पानी नहीं पी पा रहे हैं तो इसमें आपको थोड़ा सा शहद भी मिला लेना चाहिए। जिन लोगों को गैस के कारण हमेशा सिर दर्द की समस्या बनी रहती है वह रोज सुबह खाली पेट इस विधि को अवश्य ही अपनाएं।

शरीर में अगर पानी की कमी के कारण सिर में दर्द होता है तो ऐसे में पानी पीने से भी यह दर्द मिट जाता है। तेल मालिश से भी आप इसे दूर कर सकते हैं। तेल की मसाज से अपने सिर की मांसपेशियों को राहत पहुंचा सकते हैं। इससे आप हल्का महसूस करेंगे। जब भी सिर दर्द हो, तुरंत ही किसी अपने व्यक्ति से सिर की मालिश करवा लेनी चाहिए। मालिश में आप नारियल का तेल बादाम तेल जैतून के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। सिर दर्द का सबसे अच्छा उपाय है नींद। सिर दर्द से निजात पाने के लिए कुछ देर सो लेना सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है। सोने से हमारे शरीर को शांति मिलती है और दिमाग स्थिर हो जाता है।

चंदन की लकड़ी को घिसकर थोड़ा सा पेस्ट बनाकर अगर आप अपने सिर में लगाते हैं तो इससे। सिर का दर्द दूर होता है अदरक भी। रक्त धमनियों की सूजन को दूर करने में मदद करता है। उसकी मदद से सिर दर्द का इलाज किया जाता है। सबसे पहले अदरक के जूस और नींबू के जूस को एक साथ बराबर मात्रा में मिला लें। अब इस मिश्रण को पूरे दिन में एक या दो बार जरूर पिएं। इसके अलावा एक चम्मच अदरक के पाउडर में दो चम्मच पानी मिला लीजिए। अब इस पेस्ट को माथे पर कुछ मिनट लगा करके रखना चाहिए। आप इसके अलावा अदरक के पाउडर एक कच्चे अदरक को भी पानी में उबाल सकते हैं। फिर इस पानी से कुछ मिनट तक भाप लेने की कोशिश करें। आप एक या दो अदरक की कैंडी भी इसमें खा सकते हैं।

मेन्थोल और मेन्थोल पुदीना। सिर दर्द में बेहद प्रभावी माने जाते हैं। पुदीने की मुट्ठी भर पत्तियों के जूस को अपने माथे पर कुछ देर लगा कर रखना चाहिए। इससे सिर का दर्द दूर होता है। पुदीने की चाय से भी आपको फायदा होता है। धनिया का जूस भी सिरदर्द में बेहद प्रभावी माना जाता है। पिपरमेंट में मेंथॉल होता है जो रुकी हुई रक्त वाहिकाओं को खोल देता है जिससे सिर के दर्द की समस्या खत्म हो जाती है। इसमें आराम देने के गुण भी मौजूद होते हैं। सबसे पहले पिपरमेंट तेल की तीन बूंदे एक चम्मच बादाम का तेल जैतून का तेल और थोड़ा सा पानी ले। अब इस मिश्रण को अच्छी तरह मिला लें। फिर इस मिश्रण को अपने माथे पर लगाएं। इसके अलावा आप पत्नियां भी माथे पर लगा सकते हैं। एक कटोरे में पिपरमेंट तेल की कुछ बूंदें डालकर पानी को गर्म करके उससे कुछ मिनट तक भाप भी आप ले सकते हैं।

तुलसी का भी बहुत अधिक महत्व है। थकी हुई मांस पेशियों के कारण होने वाले सिर दर्द में तुलसी बेहद लाभदायक मानी जाती है। इसके साथ ही इस में आराम देने वाले विभिन्न प्रकार के तत्व मौजूद होते हैं। एक कप पानी में सबसे पहले तीन से चार तुलसी की पत्तियों को कुछ मिनट तक उबालने के लिए रख दें। आप इसमें कुछ मात्रा में शहद मिलाकर चाय को पी सकते हैं। इसके अलावा आप एक कटोरे के पानी में एक चम्मच तुलसी की पत्तियां या कुछ बूंदे तुलसी की तेल की डालने और फिर उस पानी से भाप लेने की कोशिश करें। इसके अलावा कुछ तुलसी की पत्तियों को चबाने और तुलसी के तेल को किसी आवश्यक तेल के साथ मिलाकर माथे पर मसाज करना चाहिए।

बर्फ भी काफी महत्वपूर्ण होती है सिर दर्द में। बर्फ ठंडक की सूजन को दूर करती है और सिर दर्द में यह लाभ पहुंचाती है। इसके अलावा दर्द को सुन्न करने में भी यह बेहद प्रभावी मानी जाती है। सबसे पहले आइस पैक लें और उसे फिर गर्दन के पीछे लगा ले और इससे आपको माइग्रेन से राहत मिलती है। सबसे पहले साफ कपड़ा ले और फिर उसे ठंडे पानी के। मैं डालने अब कपड़े को निचोड़े और अपने माथे पर कुछ मिनट तक उसे लगा कर रखें। यह प्रक्रिया को बार-बार दोहराना चाहिए।

रोजमेरी का तेल भी। विभिन्न प्रकार के सूजन रोधी और सिर दर्द को दूर करने में सहायक माना जाता है। सबसे पहले रोजमेरी तेल को किसी आवश्यक तेल के साथ मिलाकर माथे पर मसाज करें। इसके अलावा आप हर्बल चाय भी बना सकते हैं। सबसे पहले एक चम्मच रोज मेरी की पत्तियां लें। एक चम्मच पत्तियों को एक कप पानी में डाल दें। अब 10 मिनट तक बनने के लिए इसे रखें। उबलते समय इस बर्तन को ढक कर रखते हैं। अब चाय को गुनगुना होने के लिए रख दें और फिर इसको भी जाए। आप इस चाय को पूरे दिन में दो या तीन बार जरूर कीजिए। अगर इस जड़ी बूटी आपके पास नहीं है तो आप अन्य जड़ी बूटियों की भी चाय बना सकते हैं।

लौंग का भी आप सिर दर्द में इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि यह ठंडक और दर्द से राहत दिला दी है। सबसे पहले लौंग को हल्के हल्के तोड़ लें और फिर उसे एक छोटे से पैकेट में या फिर साफ रुमाल में डालने अब जब भी आपके सिर दर्द हो तब इन लौंग को सूंघते रहे। तब तक जब तक दर्द में राहत ना मिले। इसके अलावा लौंग के तेल की दो बूंदों को आवश्यक तेलों के साथ मिलाकर अपने माथे पर भी मसाज करें। इसके अलावा आप दो चम्मच नारियल का तेल एक चम्मच समुद्री नमक और दो बूंद लौंग के तेल को एक साथ मिलाकर माथे पर लगाने लगाने के बाद माथे पर हल्का-हल्का मसाज करें।

सेब के सिरके का भी आप सिर दर्द में प्रयोग कर सकते हैं। सेब के सिरके में शरीर में एसिड और अल्कलाइन को संतुलित करने के गुण होते हैं। इससे आपको सिर दर्द में राहत मिलती है। सबसे पहले सेब को नमक लगाकर खा सकते हैं। इसके अलावा सेब के सिरके की दो चम्मच को एक गिलास पानी में मिलाकर पीने से भी सिर दर्द में फायदा होता है।

एक्यूप्रेशर विधि का भी आप इस्तेमाल कर सकते हैं। एक्यूप्रेशर पॉइंट को सिर दर्द की समस्या के लिए बेहद प्रभावी माना जाता है। सबसे पहले आप! दाहिना हाथ ले और अंगूठे और पहली उंगली के बीच के निचले स्तर को दबाए और मसाज करें। इस प्रक्रिया को एक या 2 मिनट तक करें। फिर से दूसरे हाथ से भी करें। अगली बार आपको जब भी सिर दर्द हो तो इन घरेलू इस्तेमाल किए गए प्रयोगों का अवश्य ही प्रयोग करें। इससे आपको निश्चित रूप से फायदा मिलता है। तो यह थे सिर दर्द को दूर करने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे और औषधीय प्रयोग। अगर यह आपको पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

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