साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 33
१. गुरु मंत्र जपने से पहले जो न्यास हैै और जो पूजा पद्धति है उसको करने के बाद ही क्या गुरु मंत्र का जप करना है ?
उत्तर :- जब आप पहली बार जाप करेंगे तो निश्चित ही आपको पूरी विधि सहित करना होगा | आपको न्यास और आवरण पूजा भी सम्पन करनी होगी इससे आपकी पूजा सम्पूर्ण हो जाएगी फिर बाद में आप केवल ऋषिदिन्यासः का पाठ करके गुरु मंत्र का जाप कर सकते है | लेकिन आपके पास समय हो तो आप पूर्ण न्यास करे इससे आपकी शक्तिया बढ़ती चली जाएगी |
२. क्या गुरु मंत्र का जाप कही भी किया जा सकता है ?
उत्तर :- हां बिलकुल आप गुरु मंत्र का जाप कही भी कर सकते है | गुरु मंत्र कोई तांत्रिक मंत्र नहीं होता है | गुरु मंत्र का अर्थ होता है आध्यात्मिक ऊर्जा मूल रूप से बढ़ाना जिससे आप कोई भी साधना सके | गुरु मंत्र के जाप से आपके अंदर ऐसी ऊर्जा बनेगी जिसके माध्यम से इस शरीर का त्याग करने के बाद ये ऊर्जा जो अपने साधना के माध्यम से इकठी की है वो आपके साथ रहेगी और उच्च लोको की ओर आपको ले जाएगी |
३. जब गुरु मंत्र का 9 लाख जाप हो जाएगा तो क्या हवन भी करना होगा ?
उत्तर :- आपको 9 लाख जाप गुरु मंत्र का निश्चित करना ही करना है| और ये भी नहीं है की आप ये संख्या एक वर्ष में पूर्ण करे आप इसको २ या ३ वर्षो में कर सकते है | आपने पूछा की क्या हवन भी करना है? तो हाँ जब आपका ९ लाख जप सम्पन हो जाएगा तो आपको इसका दशांस हवन भी करना होगा यानि ९० हज़ार का हवन करना होगा | अगर आप हवन करना नहीं चाहते तो आपको 9 लाख का अलग से जप करना होगा यानि आपको पूर्ण 18 लाख मंत्रो का जप करना होगा अगर आप हवन नहीं करते है तो |
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