नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज एक ऐसा अनुभव हम लोगों को प्राप्त हुआ है जो कि एक आर्मी ऑफिसर का है।
इसके अलावा उन्होंने कुछ प्रश्न भी पूछे हैं। चलिए पढ़ते हैं इनके पत्र को और जानते हैं क्या है यह अनुभव?
मैं आर्मी ऑफिसर हूं मेरे घर से मेरी पोस्टिंग एक ग्लेशियर पर हुई है। 10 सितंबर 2021 को मुझे जाना है, वहां नेटवर्क नहीं होता। मैं बहुत महीनों तक वीडियो नहीं देख पाऊंगा तो यह वीडियो 10 सितंबर से पहले डालिएगा!
नमस्ते सूरज प्रताप जी, मैं एक आर्मी ऑफिसर हूं। एक अपना छोटा अनुभव और कुछ सवाल आप से पूछना चाहता हूं। मैं कुछ महीने से आपके चैनल पर वीडियो देख रहा हूं। बहुत अच्छे अनुभव है। मुझे खास तौर पर आपके सवाल जवाब की श्रंखला अच्छी लगती है। सबसे पहले मेरा अनुभव! सुने हमें गवर्नमेंट ने एक जगह पोस्टिंग पर भेजा था। मैं अपनी उस जगह का नाम नहीं बता सकता। मगर वह जगह गवर्नमेंट ने हॉन्टेड प्लेस के तौर पर बता रखी है। वहां सिर्फ इंडियन आर्मी ऑफिसर पूरी एरिया को कवर करते हैं और वह दुश्मन देश के लोगों से बचाते हैं क्योंकि वह लोग वहां से घुसपैठ भी करते हैं। यह बात है ठंडी के दिनों की है जब हम वहां थे। रात को बदन को गर्म रखने के लिए एक बड़ी सी लकड़ी जलाई हुई थी जिससे जानवर भी हमसे दूर रहते थे। जंगली सूअर अगर झुंड में आ जाएं तो दिक्कत हो जाती थी। अब उस जलती हुई। लकड़ी के पास बैठकर सभी बातें कर रहे थे कि तभी कुछ भूत की बात निकल पड़ी तो हमारे ग्रुप के एक मेंबर ने बताया कि पीछे एक तालाब है। जहां आज भी रात को 1:30 बजे के वक्त जिन्न घूमते हैं।
तब हमारी दूसरे मेंबर ने कहा तो जा उसको भी बुला कर ले या हम लोग जिनके साथ ड्रिंक करेंगे? ऐसा मजाक हो रहा था। फिर कुछ दिनों तक वह भूतिया जगह के बारे में बातें होती रही। तब किसी ने कहा कि बलि दे दो तो भूत बाहर जरूर आएंगे तब?
2 मेंबर ने सोचा कि आज हम उस तालाब पर जाएंगे और वहीं पर कोई जानवर काट करके बनी दे देंगे।
वह दो लोग वहां खरगोश को लेकर के गए थे और हमें वह गवर्नमेंट से चाकू जो मिलता है उसे चाकू से उन्होंने खरगोश की बलि दे दी। सिर के नीचे का हिस्सा पानी में फेंक दिया और मजाक करते हुए दोनों वापस आ गए। फिर हम सभी पूरी रात जगते रहे और जब दूसरे दिन शाम को। दोनों हमें मिले तो हम दोनों को एक ही सपना आया। कोई पानी से बाहर आया और वह खरगोश का सिर उनसे मांग रहा था। दोनों ने यह बात मजाक में ले ली। मगर कम से कम तीन-चार दिन तक एक ही सपना आया। उनमें से एक बहुत डर गया था। लेकिन कुछ दिनों में हमारी पोस्टिंग बदल गई थी। आज सब कुछ नॉर्मल है मगर वह बलि की रात से लेकर कुछ दिनों तक हम सबको गंदे सपने आते रहे थे और हमें ड्यूटी पर एडल्ट बातें नहीं सोचनी चाहिए। फिर भी हम सबको ज्यादातर भोग के खून से और बलि के सपने आते रहे थे। अब मेरे कुछ सवाल है। उनके जवाब आप जरूर दीजिएगा। मैंने आपके बहुत से वीडियो देखें। खास तौर पर आपके पिताजी की यक्षिणी और आपका भैरवी अनुभव और उससे संबंधित कुछ सवाल हैं, जिनका जवाब दीजिएगा। पहला। आप और आपके पापा को यक्षिणी और भैरवी की सिद्धि! जाने के बाद क्या आज भी आप लोगों के अंदर ऊर्जा होगी। अगर हां तो कैसे?
पति और पत्नी अर्धनारेश्वर हैं। यह सब जानते हैं मगर अगर आपका कोई साधक या शादी का किसी को प्रेमी और प्रेमिका के रूप में सिद्ध करे तो क्या भोग के बाद दोनों का जुड़ाव अर्धनारेश्वर जैसा होगा? पहले के वक्त में राजा ऋषि मुनि एक से ज्यादा पत्नी रखते थे तो क्या आदमी की उर्जा? उसकी सभी पत्नी में आदान-प्रदान होती थी। उसका खुद का उर्जा मेंटेन कैसे होता होगा। अगर सभी ऊर्जा पत्नी में बैठ जाती होगी। आप हमारे लिए प्रेरणा है। कृपया यह बताइए कि भैरवी आप गुरु मंत्र के अलावा कौन-कौन सी साधनाएं की है। थोड़ा विस्तार से जानकारी दें। अगर मुझे जाना है कि आपके पास कौन से सिद्धि है जो मुझे नहीं पता तो वह कैसे पता लगेगी जैसे कि आपकी भैरवी सिद्धि आधी थी। आपको आपके पापा की अच्छे से पता चला। वैसे ही कोई साधक साधिका आधी सिद्धि के साथ है। वह कैसे पता चल सकेगा? कोई शक्ति को पत्नी और प्रेमिका के रूप में सिद्ध करते हैं तो प्रेमिका और पत्नी सिद्धि में क्या अंतर है। दोनों मे समर्पण मिलता है तो उसमें अंतर क्या है। आप कोई ऐसा अनुभव बताइए जो आपके सभी साधक और सधिका के लिए प्रेरणादायक हो और आज तक आपने गुप्त रखा हो। बस प्रेरणा के लिए आप बताइए।
जय माता दी जय हिंद॥
संदेश- तो यह है इनका एक मैसेज है। चलिए अब इनके प्रश्नों के उत्तर देते हैं।
सबसे पहले प्रश्नों के उत्तर से पहले जो आपका अनुभव है उसमें आपने जो। अनुष्ठान किया अगर वह मंत्र के साथ होता तो जिन्न सिद्ध भी हो जाता। लेकिन ऐसा नहीं हुआ इसीलिए वह बार-बार भोग मांगता रहेगा क्योंकि जो भी प्रक्रियाएं होती है, सिद्धि कि वह 41 दिन या 21 दिन की होती है और लगातार बराबर उन्हें बलि देते रहना होता है। तब वह शक्ति आपसे सिद्ध हो जाती हैं। आप ने मजाक में ही लेकिन छोटी सी साधना की थी, जिसमें बिना मंत्र का आपने इस्तेमाल किए वह प्रयोग किया था इसलिए ऐसे सपने और ऐसी बातें नजर आई। वही प्रश्न की बात।
तो किसी भी सिद्धि के जाने के बाद भी ऊर्जा रहती है और वह किस रूप में रहेगी यह केवल साधक जान सकता है और कोई व्यक्ति उसको नहीं समझ सकता है? ठीक वैसे ही जैसे हवा को कोई देख नहीं सकता है लेकिन महसूस किया जा सकता है।
अर्धनारीश्वर वाली बात का जहां तक अर्थ है।
प्रेमी और प्रेमिका के रूप में अर्धनारीश्वर जैसा जुड़ा नहीं होता है।
पत्नी रूप में सिद्ध करने पर। वह शक्ति आपका शरीर धारण कर सकती है और तब आप अर्धनारीश्वर जैसे सिद्धि वान बन जाते हो, इसीलिए पत्नी रूप में कोई भी सिद्धि प्राप्त करने पर सबसे ज्यादा शक्तियां उस शक्ति की प्राप्त होती हैं।
ऋषि मुनि जब एक से अधिक पत्नियां रखते थे तो ऋषि के साथ में।
जो उनकी पत्नियां होती थी, वह ऋषि की ही पूजा करती थी। इसीलिए पुराने समय में पति को देवता माना जाता था। इसी कारण से ऊर्जा का मेंटेन रहना स्वाभाविक था, क्योंकि ऋषि की पूजा करके ऋषि की ऊर्जा में लगातार वृद्धि उसकी पत्नियां करती थी। इसी कारण से ऋषि की ऊर्जा पत्नियों में और पत्नियों की ऊर्जा ऋषि को प्राप्त होती रहती थी और सभी बराबर बराबर बढ़ती रहती थी।
जो-जो भी साधना है की गई है मेरे द्वारा या मेरे पिता के द्वारा उसके संबंध में किसी और को बताना उपयुक्त नहीं है क्योंकि ऐसी बातें छुपाई जाती है। बताने पर सिद्धियां नष्ट होती हैं। रही बात साधक की सिद्धि के विषय में कि उसके पास पूर्ण सिद्धि है या अधूरी सिद्धि है। आप अपनी खुद की सिद्धि के माध्यम से पता कर सकते हैं। आपको निश्चित रूप से ऐसा अनुभव होगा जिसके माध्यम से आप दूसरे व्यक्ति की सिद्धि और शक्तियों को जान सकते हैं। लेकिन आपका भी सिद्धि वान होना जरूरी है। जैसे पानी में खड़ा व्यक्ति और पानी से बाहर खड़ा व्यक्ति एक दूसरे को समझ नहीं सकते। उसके लिए दूसरे व्यक्ति को भी पानी में उतरना पड़ेगा। तभी वह समझ सकता है कि दूसरा व्यक्ति पानी में कितना डूबा है? और वह उस पानी से कितना अधिक प्रभावित हो रहा है?
अगर किसी शक्ति को आप? प्रेमिका के रूप में सिद्ध करते हैं तो आपको उसकी सिद्धि का अंश और भोग प्राप्त होता है। लेकिन पत्नी रूप में प्राप्त करने पर आप और वह शक्ति एक ही हो जाते हो। क्योंकि उस शक्ति को आपका शरीर धारण करने की भी छूट होती है। इसी कारण से। पत्नी रूप में किसी भी शक्ति को सिद्ध करने पर सबसे ज्यादा सिद्धियां प्राप्त होती हैं। लेकिन पत्नी रूप में सिद्ध करना सबसे कठिन है। एक अप्सरा को प्रेमिका के रूप में सरलता से सिद्ध किया जा सकता है, लेकिन उस अप्सरा को पत्नी रूप में सिद्ध करने पर कई वर्ष लग सकते हैं।
रही बात मेरे अनुभवों की तो ऐसे कई सारे अनुभव भविष्य में मैं आप सभी के लिए लाता रहूंगा जिनके माध्यम से आप गुप्त बातों और प्रेरणा को प्राप्त कर सकेंगे। तो यह था आज का इनका अनुभव और कुछ प्रश्न अगर आज का वीडियो आपको पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।