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साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 105

साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 105

१. गुरु मंत्र चुनना क्या हमारी इच्छा पर निर्भर है ?

उत्तर:- गुरु मंत्र प्राप्त करने से पूर्व आपकी इच्छा जरुरी है इसलिए गुरु पूछते है की आपको कौन सा मंत्र चाहिए | गुरु मंत्र के सम्बंद में कई लोगो के मन ये शंका रहती है की गुरु मंत्र आखिर होता क्या है| गुरु मंत्र किसी विशेष गुरु का मंत्र नहीं होता बल्कि गुरु द्वारा दिया हुआ मंत्र होता है और गुरुओ की जो परंपरा रही है उस सब को जोड़ता हुआ गुरु, गुरु मंत्र प्रदान करता है  | गुरु मंत्र किसी भी प्रकार का हो सकता है यह गुरु पर निर्भर करता है की वह कौन सा मंत्र आपको दे |मुख्यता गुरु मंत्र एक ही मंत्र होता है जो एक निश्चित गुरु प्रत्येक शिष्य को वही गुरु मंत्र प्रदान करता है |

२. भगवान शिव के मंत्र का जाप करने के लिए क्या गुरु मंत्र आवश्यक है?

उत्तर:-   देखिये गुरु मंत्र का जाप किसी भी साधना से पूर्व करना जरुरी है | अगर कभी आपकी साधना बिगड़ जाती है या उसमे किसी प्रकार का प्रकोप आता है तो गुरु मंत्र के द्वारा हमारी रक्षा हो जाती है |   शास्त्रों में भी वर्णन मिलता है, ऋषि वशिष्ठ ने कहा है की जब तक हम अपने जीवन में गुरु धारण नहीं कर लेते  तब तक साधना में सफलता मिल ही नहीं सकती |  प्रत्येक जीवन अपने आप में एक नवीन जीवन होता है क्युकी जब व्यक्ति जागता  है तो वह नया जीवन लेकर उठता है और शास्त्रों ने कहा है की जीवन का प्रारंभ और अंत गुरु स्मरण से हो और आप गुरु से केवल गुरु मंत्र के माध्यम से ही जुड़े होते है  | गुरु मंत्र एक कड़ी है जिसके माध्यम से शिष्य अपने गुरु से निरन्तर जुड़ा हुआ रहता है |  इसलिए गुरु की कृपया प्राप्त हो और साधना भी सही ढंग से सिद्ध हो इसलिए आवश्यक है की साधना से  पूर्व गुरु मंत्र का जाप किया जाए फिर उस साधना का जो मूल मंत्र है उसका जाप करना चाहिए |

३. योगिनी यक्षिणी जैसी शक्तियां मित्र रूप में सिद्ध होकर क्या देती है ?

उत्तर:- यक्षिणी की साधना विभिन्न रूप में होती है | इन्हे आप मित्र रूप में, माता के रूप में, प्रेमिका के रूप में इत्यादि इत्यादि रूपों में सिद्ध कर सकते है | अगर आप चाहते है की आप हर प्रकार की समस्या से बचे रहे और जिस शक्ति की हम साधना कर रहे है वह किसी प्रकार से कुपित न हो तो आपको सदैव मित्र के रूप में साधना  करनी चाहिए | मित्रता में अगर कोई कमी भी हो जाती है तो किसी प्रकार का कोई दोष नहीं होता है और इस रूप में आपको जल्दी सिद्धि मिल सकती है |

अधिक जानकरी के लिए नीचे का विडियो देखे –

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