होली की रात अघोरी के साथ पड़ी भारी भाग 3
नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है होली की रात अघोरी के साथ परी भारी अब आगे की कहानी के विषय में जानते हैं एक व्यक्ति जो की अपनी पत्नी को जोरदार तमाचा मारता है और उसे कहता है की कोई दूसरी औरत मेरा शरीर नहीं छू सकती
इस बात को सुनकर पर दादा की पत्नी आश्चर्य में आ गई और रोती हुए उनसे कहने लगी आप यह क्या का दूसरी औरत से आपका क्या मतलब है
मैं तो आपकी ही पत्नी हूं
फिर आप ऐसा कैसे कह सकते हैं यह बात आश्चर्य जनक थी
क्योंकि उनकी जिस स्त्री से शादी हुई हो वो इस को अगर कोई पति चुने ना दे तो यह तो एक अजीब सी बात है यह सारी बातें
अद्भुत आश्चर्य पैदा करने वाली
थी
कहा की पता नहीं इन्हें क्या हो गया
और कह रहे हैं की कोई दूसरी औरत मेरे शरीर को नहीं छू सकती है क्या मैं दूसरी औरत हो गई
और पत्नी
वहां रो रो कर कोहराम मचा दिया था यह सारी बातें सुनकर के
मेरे परिवार के बाकी सदस्य उसे वक्त आश्चर्य चकित हो गए
और उनसे कहने लगे की आप यह क्या कह रहे हैं तो उन्होंने भी बड़े जोरदार और स्पष्ट वाक्य में कहा मैं सिर्फ अपनी पत्नी के साथ रहूंगा और यह जो तुमने मेरे पल्ले बंद दी थी इसे अब मैं छोड़ता हूं
अब तो जैसे सबको सांप ही सूंघ गया हो किसी को भी यकीन नहीं हो रहा था की यह आखिर बोल क्या रहे हैं मेरे परदादा के पिताजी उन्होंने पास आकर इन्हें समझने की कोशिश की और कहा किसी दूसरी औरत के चक्कर में मत पादना अपने परिवार अपनी स्त्री की बुढ़ापे में सच्चा सहारा होती है तुम ऐसा क्यों बोल रहे हो
इस बात को गंभीरतापूर्वक सोचो
अगर कोई लड़की तुम्हारी जिंदगी में आप ही गई है तो उसे निकाल बाहर करो और ऐसी गलती अगर हो ही जाए तो अपने परिवार और अपनी पत्नी का साथ नहीं छोड़ते उन्होंने अपनी तरफ से उन्हें बहुत समझने का प्रयत्न किया पर वह कहां माने वाले थे
वह तो खाने लगे अरे तुम लोग मेरे पीछे क्यों पद गए हो
मैं एक बात स्पष्ट रूप से बता देना चाहता हूं की मैं इस औरत के साथ नहीं रहूंगा
मेरी पत्नी कोई और है और मैं बस इस के साथ रहूंगा
यह बातें सुनकर मेरे परदादा ने वहां पर हंगामा मचा दिया था पर उनके जो पिताजी थे उन्हें काफी जोर से गुस्सा आया और उन्होंने पर दादा को जोरदार तमाचा मारा और कहा यह पागल हो गया
है और यहां पर बड़ी भारी मात्रा में तमाशा हो रहा था एक तो यह बिना वेस्टन के घूम रहे द अघोरी जैसे बन गए
और वहीं यह कोई दूसरी औरत इन्हें नहीं छू सकती
सबने यह बात समझ ली की अवश्य ही इनके ऊपर कोई तंत्र प्रयोग कम कर गया
इसीलिए इन्हें कमरे के अंदर बंद करके रखा
तीसरा दिन था रात के समय में पलंग बहुत जोर से हिलने की आवाज़ है
यह आवाज़ किसी और ने तो इतने ध्यान पूर्वक नहीं सुनी लेकिन उनकी खुद की पत्नी ने
उसे कमरे की ओर जाकर देखने की कोशिश की क्योंकि उनके पति तीन दिन से वहीं बंद द और जब उन्होंने अंदर का नजर देखा तो वह चौकड़ी और बहुत जोर से चल
लाई क्योंकि उन्होंने जो देखा था वह कोई साधारण इंसानी बात नहीं की
उनके पति के ऊपर एक स्त्री बैठी हुई थी
जो उन्हें के जैसे ही अघोरी वेशभूषा में बिना कपड़ों के की और उनके साथ संबंध बना रही थी
उसके शरीर में इतनी ताकत थी की पूरा बिस्तर हिल रहा था
उसने भी घुरकर इनकी और मुस्कुराते हुए देखा
इस तरह भयानक चेहरे वाली जिसका पूरा चेहरा जला सा था
उनके पति के साथ शारीरिक संबंध बना रही थी इस तरह का दृश्य देखकर
बाहर ए गए
किसी को भी इस बात का यकीन नहीं था की वह क्या देख रहे हैं
लेकिन यह तो सच में घटित हो रहा था
इसलिए सब ने इस बात के लिए उनसे पूछा और कहां आखिर तुम इनके कमरे के बाहर क्यों आई जबकि वह पागलों वाली हरकतें आजकल कर रहा है है तो वह खाने लगी अभी जो मैंने देखा उसके बड़े में कोई
करता आप क्या बताना चाहती हो तो उन्होंने कहा मैं यह बात केवल अपनी जेठानी जी को बता शक्ति हो
तो जेठानी जी वहां पर आई और उनसे उन्होंने बात करना शुरू किया थोड़ी डर बाद कमरे से बाहर निकाल कर जेठानी आई और उनकी चेहरे पर पसीना था जैसे की उन्होंने कोई बहुत खतरनाक बात सुन ली हो और बात बिल्कुल सच भी थी कोई कैसे यकीन करेगा इसलिए उन्होंने किसी से भी बात करने से पहले चुपचाप उसे कमरे की खिड़की को खोलकर देखने की कोशिश की और जब उन्होंने अंदर का नजर देखा तो वहां पर पड़े हुए इनके पति को देखा
जो की बहुत तेजी से सो रहे द लेकिन उनके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था और इस बात से उनका अनुमान उन्होंने जो लगाया और फिर यह बात उनके जेठ जी को बधाई ऐसे करते हुए यह बात परिवार के सारे सदस्यों तक एक दूसरे के मुंह से सुनकर पहुंच गई
जब यह बात मेरे परदादा के पिताजी के पास पहुंची तो उन्होंने कहा
किसी बुरी औरत का साया मेरे पुत्र पर पद गया
वी के बाहर एक दूसरे गांव में जो की काफी प्रसिद्ध श्री कृष्णा भक्त ब्राह्मण द उनको बुलाने के लिए विचार किया वह शाम होते ही उसे स्थान पर पहुंचे क्योंकि वह भगवान श्रीकृष्ण के बहुत बड़े भक्ति थे तो दरवाजे के अंदर पर रखते ही खाने लगे यहां तो कोई बहुत ही बुरी शक्ति का वास मुझे दिखाई पड़ता है
तो ऐसा करता हूं देखा हूं तो वह अपने आप ही उसे कमरे की और चले गए जी कमरे में इनके पिताजी को यानी
की उसे व्यक्ति मेरे परदादा को कैद करके रखा गया था
वह दरवाजा खोलने हैं और वहां पर
अपनी पूजा सामग्री और
बढ़ते हुए परदादा को पाते हैं यानी की वह कोई विशेष तरह की साधना कर रहे थे
तब पंडित जी ने भगवान श्री कृष्णा के मन्त्रों का उच्चारण कर जल
उस पर फेंका और वह जोर से चिल्लाने लगे उसे वक्त उन्होंने कहा तूने गलती कर दी पंडित यहां आकर तू अब जान से जाएगा
क्योंकि मेरी पत्नी थोड़ी डर में आने वाली
है तब पंडित जी ने कहा देखा हूं कौन मेरे सामने टिकता है उन्होंने गंगाजल जो अपने कमांडल में लेकर आए थे पर दादा के ऊपर उड़ेल दिया पर दादा जोर-जोर से कांपने लगे और चिल्लाने लगे वह कहने लगे बचा लो मुझे बचा लो मुझे की तभी अचानक से वहां पर एक कल सैया प्रकट हुआ और उसने पंडित जी को उसे कमरे से उठाकर बाहर फेक दिया
पंडित जी को बहुत जोरदार चोट आई थी आगे क्या हुआ जानेंगे हम लोग अगले भाग में
तो अगर यह जानकारी और कहानी आपको पसंद आ रही है तो लाइक करें शेर करें सब्सक्राइब करें आपका दिन मंगलमय हो धन्यवाद