मधुमती योगिनी साधना अनुभव
नमस्कार दोस्तों! धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम एक ऐसे अनुभव को लेने जा रहे हैं जो कि मधुमति अनुरागिनी योगिनी नाम से जाने वाले जाने वाली 1 योगिनी है। एक ऐसी योगिनी जो अपने बहुत ही सुंदर स्वरूप और शक्तियों के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है और इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह साधक के भोग तृप्ति और विभिन्न प्रकार की सिद्धियों को देने वाली बहुत ही ज्यादा शक्तिशाली योगिनी मानी जाती है। इस संबंध में एक साधक हैं जिन्होंने इनकी साधना की है। उनको इस साधना के द्वारा अभी तक जो अनुभव हुए हैं, उन्होंने वह पत्र के माध्यम से लिख करके भेजा है तो चलिए पढ़ते इनके ईमेल को और जानते हैं इस साधना के अनुभव के विषय में।
प्लीज डू नॉट शेयर माय, पर्सनल डीटेल्स, लाइक नेम ईमेल आईडी। इन्होने हिंदी अंग्रेजी में लिख कर भेजा है क्योंकि हिंदी अच्छी नहीं है और नीचे उसी को हिंदी में लिख कर भेजा है। पढ़ते हैं- प्लीज फॉरगिव मे फॉर नॉट राइटिंग इन हिंदी! आई एम नॉट गुड इन हिंदी स्टील आई एम ट्राईंग टो गिव अ समरी ऑफ द इंसिडेंट इन हिंदी मैं 26 दिन से मधुमती योगिनी के मंत्रों को जाप कर रहा हूं। मैं एक ब्राह्मण हूं और मैं वर्षों से ओम नमः शिवाय का भी माला जाप हर दिन किया करता हूं। इसके अलावा गायत्री मंत्र का जाप और गणेश जी के मंत्र का जाप करता हूं। मुझे अब तक कोई गुरु दीक्षा नहीं मिली है। मैं शिवजी को ही अपना गुरु मानकर है। साधना कर रहा हूं। मुझे कभी कोई मेरी गर्लफ्रेंड नहीं रही है और मैं कभी शादी के लिए सोचता हूं तो मैंने।
तो मैंने अनुरागिनी योगिनी को। के मंत्र को पत्नी के रूप में और स्त्री रूप से प्राप्त करने के लिए।
तो मैंने अनुरागिनी योगिनी को पत्नी रूप से स्त्री रूप से प्राप्त करने के लिए। प्रयास करता हूं। कोई पूजा पालन और बाकी सर नियमों का पालन अभी तक नहीं करता।
पर मैं ब्रह्मचर्य का पालन जरूर करता हूं। मैं कभी-कभी नॉन वेज भी खाता हूं। फैमिली के साथ रहता हूं और मैं मधुमती योगिनी के हर रोज एक साधना को जारी रखता हूं और मुझे एक बार दर्शन होने दिए हैं। मैं आपकी पूजा बाद करूंगा और जब मुझे समय मिलेगा, कल तक मुझे कोई खास अनुभव नहीं हुए हैं। पर कल पूर्णिमा का यानी कि एक 5 अप्रैल 2023 की बात कर रहे हैं।
मैंने सोचा कि कल बहुत रात में उसके मंत्र का जाप करूंगा। मैं रात को 10:30 से 11:30 बिस्तर। उसके मंत्र का जाप कर रहा था पर कल तो कल मैं रात को 2:45।
हो गया अधिक का मतलब है। तकरीबन अर्धरात्रि। मुझे पूजा करने के लिए कोई समय नहीं है तो मैंने अर्धरात्रि में ही उसके मंत्रों का जाप करता हूं। कल रात को मैंने जब मंत्र का जाप किया था तब मुझे ऐसा महसूस हुआ कि एक ठंडी हवा मेरे शरीर के ऊपर से जा रही है। मैंने आंखें खोली थी और इधर उधर देखा पर मुझे कुछ भी नहीं दिखाई दिया। हमारे अर्धरात्रि है वह बहुत। समय छोटा होता है और उस समय खिड़की और दरवाजे हमेशा बंद रहते हैं। मैंने जब बाहर देखा तो दिखाई दिया कि सब कुछ नॉर्मल और शांत है। मैंने जब खत्म किया। एक माला यानी 108 का और नीचे मेरे रूम में आकर मैं सो गया। मैंने कल रात को मेरे रूम की एक खिड़की खोल रखी थी। सोने के कुछ देर बाद मैंने एक विचित्र तरह की आवाज सुनी। ऐसा लग रहा था कि जोर से बारिश हो रही है।
और प्रबल तूफान हो रहा है। मैं नींद से उठा और बाहर देखा। मैंने देखा सब कुछ एकदम शांत है। तो आवाज में एक!
अकेलापन सा हो रहा था, पर मैं फिर सो गया। वह तूफान की आवाज मेरी कान में चलती रही। उसके कुछ देर बाद मुझे लगा कि कोई मेरी बेड के ऊपर जोर से आंखों से।
उठ उठ कर रहा था। मैं नींद में था। वैसे मेरी नींद टूट गई। कल सारी रात मुझे ऐसे अनुभव हुए हैं कि मेरे आस-पास कोई घूम रहा है। मुझे पता नहीं मैं कब बेहोश हो गया। नींद में ही अगली सुबह नींद से एक अच्छे माइंड के साथ उठा। मुझे लग रहा था कि अनुरागनी योगिनी यानी मधुमती योगिनी मुझे उसके या? उसके अस्तित्व की।
परिभाषित करते हुए बताने की कोशिश की है। मैं 26 दिनों से उसके मंत्र का थोड़ा-थोड़ा जॉप कर रहा हूं लेकिन ब्रह्मचर्य के साथ। मुझे इस बात की बहुत खुशी हो रही थी पर मैं बिल्कुल भी जब मैं शरीर में या मिरर के सामने देखा तो मुझे 1 खूब छोटी स्केच मार्क मेरे कमर के ऊपर दिखाई दिया। यह वाइट कलर का था। मैं उसको बहुत आसानी से रिमूव कर दिया और मुझे कोई दर्द भी महसूस नहीं हुआ। पर यह एक पुरानी बात मुझे याद आ गई। बहुत साल पहले की 2013-14 में एक ब्लैक मैजिशियन तांत्रिक ने हमारे घर पर आए थे और सांप पकड़ने के लिए। कोई काले जादू के जानकार थे, वह भी प्रेडिक्शन किया करते थे जिनके बारे में भी वही सच हो गया। मुझे तंत्र में इंटरेस्ट इसी वजह से हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारे घर पर छत के ऊपर कोई नेगेटिव शक्ति रहती है। मैं और मेरी माता उसका प्रमाण बहुत बार पा चुके हैं। मैं जब भी एग्जाम के पहले स्टडी करता है तो ऊपर जाकर रात में पढ़ता था। मैंने वहां पर गई रात बिताई
बड़ी स्ट्रेंज तरह की आवाज सुनाई पड़ती थी। बिल्कुल छत के ऊपर जैसे मैं जानता था कि वह किसी नेगेटिव चीज की और चिड़िया की आवाज हर रोज एक समय पर तो हो नहीं सकती। पर कभी-कभी मुझे कोई परेशानी नहीं हुयी है। पर कल रात जब मधुमति अनुरागिनी योगिनी के मंत्र जाप कर रहा था। तब भी मैं वह सुन रहा था। मैं कई बार सुन चुका हूं कि आप जब कोई देवता और देवी के मंत्रों का जाप करते हो तो उस जगह के सारी नेगेटिविटी आपके मंत्र से आकर्षित होकर के आती है। मुझे अब यह समझ में नहीं आ रहा है कि कल रात को मुझे क्या हुआ है क्या उसके पीछे या कोई चीज नेगेटिव एनर्जी तो नहीं है? मुझे यह सब जानना चाहता हूं कि क्या अनुरागिनी योगिनी रुष्ट हो गई है किसी? के कारण स्ट्रेच मार्क जो मुझे शरीर पर बना था नहीं तो जो भी मेरे कल रात एक्सपीरियंस हुआ, वह एक नकारात्मक शक्ति के लिए हुआ है। क्या मुझे मधुमती योगिनी के मंत्र का जाप कंटिन्यू करना ठीक होगा। आप मेरे अनुभव को अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर कर सकते हैं और मेरे प्रश्नों का कोई अगर आप उत्तर देते हैं तो मैं अपने आप को बहुत धन्य मानूंगा। कृपया करके मेरे पर्सनल डिटेल के बारे में कुछ भी शेयर मत कीजिएगा। हिंदी मेरी लैंग्वेज नहीं है। इसलिए मुझे क्षमा कीजिएगा। खराब हिंदी के लिए अगर आप मेरे इस अनुभव के ऊपर वीडियो बनाते हैं तो कृपया मुझे ईमेल की जगह जरूर इन्फॉर्म कर दीजिएगा। प्रणाम गुरु जी थैंक यू!
सन्देश- यहां पर इनके जो जीवन में यह मधुमति अनुरागिनी योगिनी के नाम से जो जानी जाती है। उसी योगिनी का अनुभव इनको हुआ है, स्पष्ट रूप से पता चलता है। इसमें कुछ बातें इनको महत्वपूर्ण है जो ध्यान रखनी चाहिए। सबसे पहले कि आपको गुरु मंत्र दीक्षा अवश्य लेनी चाहिए। दूसरी बात यह है कि आप इनके मंत्र के साथ में गायत्री मंत्र नहीं कर सकते हैं। ना ही हनुमान जी के मंत्रों का जाप करते तो यह जो आप गलती कर रहे हैं, यह मत कीजिए इसमें बहुत परेशानी हो जाती है यानी की सिद्धि प्राप्त होती ही नहीं। क्योंकि ऊर्जा के अलग-अलग स्तर होते हैं और उनके हिसाब से ही हमें मंत्रों का जाप करना चाहिए। इन मंत्रों को आपको छोड़ना होगा। इसके अलावा गुरु मंत्र देवी का होना चाहिए और उनकी पूर्णतः कर ली हो क्योंकि इन शक्तियों का जो ऊर्जा का स्तर होता है, वह बहुत ही अधिक शक्तिशाली होता है। और? इन शक्तियों से आकर्षित होकर या इनकी पूजा से प्रभावित होकर आसपास की प्रेत आत्मा है और विभिन्न प्रकार की शक्तियां भी साधक के साथ आने उसका ब्रह्मचर्य नष्ट करने के अलावा उसे प्रभावित करने उसे डराने। शरीर इत्यादि पर कोई निशान बनाने इत्यादि की चीजें घटित होती रहती है। ऐसे में चोट वगैरा लगने की भी उम्मीद बनती है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए ही आपको पहले गुरु मंत्र लेकर उसका अनुष्ठान करना चाहिए और फिर विधिवत तरीके से मधुमति की साधना करनी चाहिए। बहुत ही उत्तम कोटि की योगनी मानी जाती है और सारी सिद्धियां देने में समर्थशाली होती है। इनकी जीवन में किसी भी चीज का अभाव नहीं रह जाता है।
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सारी प्रकार की जो भौतिक सिद्धियां है, यह शक्ति प्रदान करती है। और कहते हैं कि किसी भी योगिनी से अधिक अगर मधुमती योगिनी प्रसन्न हो जाए तो साधक के जीवन में किसी भी प्रकार के भौतिक सुखों की कमी नहीं रह जाती है।
इसीलिए आप इनकी साधना करें तो पहले गुरु मंत्र अनुष्ठान जरूर करें और गुरु मंत्र अनुष्ठान भी देवी माता की कोई न कोई मंत्र होनी चाहिए क्योंकि योगिनी जितनी भी है, वह माता से संबंधित मानी जाती है। भगवान शिव के मंत्रों का जाप किया है। इसीलिए आपका कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि आप हमेशा बचे रहेंगे। इससे नुकसान हो सकता है क्योंकि आप विधिवत तरीके से इस कार्य को नहीं कर रहे हैं। जब इस मंत्र की उर्जा ज्यादा बढ़ जाएगी तो आपके साथ कई नुकसान देह बातें हो सकती है । इसलिए आपको जो मैंने बातें बतायी उनका ध्यान रखते हुए ही इनकी साधना को करने के बारे में सोचना चाहिए। बाकी अनुभव इन शक्तियों ने आपको करवा ही दिया है और कोई भी साधक शक्तियों का अनुभव छोटे-मोटे प्रयोग कर सकता है। लेकिन शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।