आप जितनी भी कहानियाँ बताते है वो सब झूठी है ?
पहले तो जान लीजिये ३ तरह के व्यक्ति है
१. वो लोग जो कहेंगे कहानिया सच्ची है|
२. वो लोग जो कहेंगे की कहानिया ठीक तो है लेकिन वो कहेंगे की ये कहानी कही से ली गई है|
३. वो लोग जो सीधा सीधा कहेंगे की ये झूठ है|
अब जो बोलते है की कहानिया झूठी है| उन्होंने कभी भी साधना नहीं की है ,वो सिर्फ यूट्यूब पर मनोरंजन के लिए देख रहे है, तो वो लोग ऐसा ही कहेंगे क्युकी उन्होंने जीवन में कोई अनुभव लिया नहीं है ।इस तरह का तो उनको क्या विश्वास होगा जैसे कोई उत्तर भारत का रहने वाला व्यक्ति को कहे समुद्र में बढ़ी बढ़ी मछलिया होती है जो आदमी से भी बढ़ी होती है उसने अगर ये चीज़ नहीं देखी है तो वो कहेगा की झूठ है | ऐसा कुछ भी नहीं होता है |
खैर दूसरी तरह के लोग है वो मॉडिफिकेशन की बात करते हैं तो कुछ तो उसमे youtubers है हो सकता है वो वीडियो में कमेंट करते हो की ऐसा नहीं वैसा होना चाहिए मै तो इससे अच्छा बता सकता था और कुछ लोग उसमे जिज्ञासु होते है जिनके लिए जानना जरुरी है, तो वो कहेंगे ये कहानी मैंने कही पढ़ी है ,सुनी है, ये जो दूसरे प्रकार के लोग है यही जिज्ञासु लोग होते है और यही ओरिजिनल बात को जानते भी हैं और उसी में तर्क वितर्क करते है ।
वो ये नहीं कहते कहानी बुरी है वो ये कहते है कहानी झूठी नहीं है, ऐसी ही सोच आपको भी पैदा करनी है कोई भी चीज़ को जिसे कोई बताए वो सीधा नहीं मान लेना है, बल्कि उसपे रिसर्च करना है । तीसरे तरह के वो लोग होते है जो इन सब को सच्चा मान लेते है |
देखिये अगर आप सही आदमी से ये सब जान रहे है तब तो अब मान लीजिये वो सच्ची है लेकिन आप सही आदमी से नहीं जान रहे हो सकता है कोई झूठे व्यक्ति की कहानी सुन रहे है या कोई ऐसे व्यक्ति से सुन रहे है जिससे कल को चल के आपका नुक्सान हो जाए तो थोड़ा बहुत अपना दिमाग भी लगाए और चीज़ो को समझे हलाकि इस तरह के अनुभव इसलिए लेकर आ रहा हूँ ताकि आपको साधनाओ को समझने में आसानी हो साथ ही साथ उनकी ऊच-नीच मालूम हो सके ।
क्या साधनाए झूठी है ?
जो लोग बोलते है साधना झूठी है | वो एक दिन की साधना किये होंगे या फिर २ दिनों की कोई साधना किये होंगे | इससे बड़ी साधना उन्होंने अपने जीवन में कभी की नहीं होगी ,जो भी साधना एक दिन वाली , दो दिन वाली , तीन दिनों वाली होगी उन्होंने वही साधना की होगी और उन्हें कुछ भी अनुभव नहीं हुआ होगा ।
पहली बात उन्होंने गुरु नहीं किया होगा अब जब गुरु को ही धारण नहीं किया है आपने और अपने एक मंत्र पढ़ा, एक दिन की साधना करने के बाद, तो देखिये साधना शक्तिया ऐसे ही किसी को नहीं मिल जाती है। वो आपके मन को परख लेती है उसे मालूम है की ये मुर्ख है इसे तो कुछ नहीं मालूम है तो वो क्यों आपके सामने प्रकट होगी और एक दिन में आप किसी को वश में भी नहीं कर पाओगे बड़ी- बड़ी साधनाए करनी होती तब कही जाकर सिद्धि प्राप्त होती है |
घर पे साधना कर सकते है ?
अगर आप घर से बहार ही नहीं जा सकते तो साधनाओ को क्या साधेंगे , दूसरी बात घर का वातावरण साधना के लिए बिलकुल भी उपयुक्त नहीं है | उसी कमरे में खाना बन रहा है ,उसी कमरे में दैनिक क्रियाए की जा रही है , साधक को हर व्यक्ति छूता रहता है, जब मंत्र जाप करते है तो शरीर में एक तरंग बनती है और वो तरंग शरीर में लगातार स्थापित रहती है | इस वजह से आपका जो शरीर है मंत्र के माध्यम से देवता से जुड़ जाता है |
कोई व्यक्ति आ रहा है आपका शरीर छू रहा है बार बार और आपसे बात चित कर रहा है ,आपको देख रहा है आपकी साधना देख रहा है तो देवता ये सब नहीं पसंद करता, उसे चाहिए की वो उससे जुड़े तब जा कर उसे सिद्धि मिलेगी देवता की, इसलिए प्राचीन गुफाओ में, कन्दराओ में ,प्राचीन जंगलो में साधनाए सफल होती थी और कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं जो कहे मै इतने साल जाप किया मुझे सिद्धि नहीं मिली ऐसा कहने वाला कोई नहीं मिलेगा ।बल्कि ये कहेंगे की मुझे सिद्धि प्राप्त हो गई विशेष स्थानों में साधना करने से। लेकिन घर में साधना करने वालो का कोई भरोसा नहीं है की उन्हें सिद्धि मिलेगी की नहीं |
ब्रम्हचर्य पालन नहीं हो पा रहा है ?
अगर ब्रम्हचर्य पालन नहीं कर पा रहे है तो साधना सिद्धि तो मिलेगी ही नहीं, क्युकी सारी शक्ति तो वीर्य के माध्यम से निकल गई तो आप कैसे सफल सकते हैं आपको ब्रम्हचर्य का पालन करना होगा । ब्रम्हचर्य का पालन सिर्फ वीर्य तक नही है मानसिक वाचिक कायिक प्रकार का ब्रम्हचर्य का पालन करना चाहिए मतलब न तो आप झूठ बोलेंगे, न किसी को गाली देंगे, न किसी के बारे में गलत विचार करेंगे, बिलकुल शांत मन से बिलकुल संत के सामान हो जाएंगे तब जा कर सिद्धि प्राप्त होती है । शक्तिया मन पढ़ लेती है आप इस बात को जान ले कोई भी शक्ति पहले देखती है की ये साधक मेरे लिए उपयुक्त है की नहीं है इस प्रकार अगर आप गलत है तो सिद्ध नहीं होगी और बिना तप के कुछ भी प्राप्त नहीं होगा जितना आप अपने आप को तपायेंगे उतना ही सिद्धि मिलने की संभावनाए बढ़ती जाएगी |