नमस्कार दोस्तो धर्म रहस्य पर आपका एक बार फिर से स्वागत हैं आज मैं आप लोगों के लिए विशेष कुबेर यंत्र पूजन दीपावली विशेष साधना लेकर आया हूं ।इसमें जो यंत्र है उसको आप पूजा स्थल में रख सकते हैं या अपने कारोबार स्थल में भी रख सकते हैं या किसी विशेष स्थान में भी रख सकते हैं । इससे आपके धन आने के माध्यम और स्त्रोत बढ़ेंगे और कुबेर जी की आप विशेष कृपा भी होगी । कुबेर जी धन के देवता माने जाते हैं और इनके सम्बन्न्ध में जो एक बात है वह मैं आपको बता देता हूं आखिर यह है कौन ? लोग सिर्फ यह जानते हैं कि धन के देवता के रूप में और रावण के भाई माने जाते हैं । किन्तु इन्होंने भगवान शंकर की तपस्या की थी तप की अंतराल मैं इन्हें भगवान शिव माता पार्वती के दर्शन हुए थे उस समय इन्होनें अत्यंत ही सात्विक भाव से माता पार्वती को अपनी बाई आंखें से देखा था और माता के तेज से इनकी आंख भस्म हो गई थी ।
पीली हो गई थी इसलिए वह उस स्थान से उठकर दूसरे जगह पर चले गए थे और उन्होने भगवान शिव की घोर तपस्या की और लगातार करते ही चले गए और भगवान शिव उसकी घोर तपस्या से प्रसन्न हो गए और उनके सामने प्रकट होकर कहा कि तुमने मुझे अपनी तपस्या से जीत लिया है । जो तुम्हारा आंख माता के तेज से भस्म हो गया है उसकी वजह से तुम एक एकाक्षी पिगंल कहलाओगे । इसलिए भगवान कुबेर सबको अपनी एक आंख से ही देखते हैं और एक आंख से देखने के कारण उन्हें पिगल कहते है । यह भी रावण के अत्याचारों से बहुत परेशान हो गए थे ।
एक बार जब एक दूत ने आकर इनसे कहा कि रावण ने अपने अत्याचारों से सभी को त्रस्त कर रखा है और उसने स्वर्ग का नंदनवन भी उजाड़ दिया है जिससे देवता उसके शत्रु हो गए और रावण ने उस दूत को भी खड़ग से मारने का प्रयास किया इसी समय कुबेर यक्षौ के राजा थे और रावण राक्षसों का राजा था इसलिए उन दोनों में घमासान युद्ध भी हुआ था । राक्षस अपने छल से युद्ध कर रहे थे और यक्ष अपनी शक्ति से । इसलिए वह विजयी होने लगे तब राक्षसों ने छल से कुबेर के सर पर प्रहार किया और धोखा करके उनका पुष्पक विमान छीन लिया था । जैसे कि आपने रामायण में देखा ही होगा कि जिस पर बैठकर भगवान राम वापस अयोध्या जाते हैं वही है पुष्पक विमान था ।
इनकी दो माँ थी वह दोनों ऋषि विश्रवा की पत्नियां थी कुबेर सबसे बड़े थे और रावण विभीषण कुंभकरण उनकी सौतेली माता के पुत्र थे । रावण की माता के भड़काने पर रावण ने उनका पुष्पक विमान उनसे छीन लिया था । कुबेर अपने पितामह के पास गए तब उन्होंने कहा कि तुम भगवान शिव की शरण में जाओ और भगवान शिव की कृपा से उनको धन के मंत्री की पदवी और पुत्र पत्नी सब की प्राप्ति हुई । गौतमी नदी के तट पर उन्होंने भगवान शिव की तपस्या की थी उस स्थान को धनदं तीर्थ के नाम से जाना जाता है । इसके बाद भगवान शिव ने इन्हे लोकपाल बना दिया था ।लोकपाल बनने के बाद इन्हें धन के मंत्री की पदवी प्राप्त हुई । देवताओं के भी धन के स्वामी यह बन गए और उसी समय से यहां धन की देवता के रूप में पूजे जाने लगे हैं । इनकी साधना उपासना प्रारंभ हो गई । उसी समय से गुरु की कृपा से और कुबेर जी की आशीर्वाद से सोए हुए लोगों का भी भाग्य जाग जाता है । जो लोग जीवन में कठिन से कठिन काम करते हैं उनके जीवन में भी कुबेर भगवान की कृपा से सब कुछ प्राप्त हो जाता है । कुबेर जी की परीक्षा लेते हैं उनकी परीक्षा अलग तरह से होती है उस संबंध में परीक्षा लेते हैं उनकी परीक्षा किस प्रकार होती है । इसके बारे में मैं आपको ज्यादा नहीं बता सकता बस आपको उनकी परीक्षा अगर वो लेते हैं तो आपको उसमे खरा उतरना होता है ।
तो वह आपको पैसे वाला बना देते हैं माता लक्ष्मी की तरह ही यह भी बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं यह आपके मस्तिष्क में श्री शक्ति को प्रबल करते हैं ताकि आपके मन में आत्मविश्वास प्रबल हो सके जिसकी वजह से उस के मस्तिष्क में अधिक प्रबलता आती है । जिसकी वजह से वह अपनी दरिद्रता को नष्ट करता है और सफलता प्राप्ति करता हैं । कुबेर जी नौ रूपों में माने जाते हैं उनकी नौ प्रकार से साधना होती है तो यहां मैं आपको उनके 9 रुपों के बारे में नहीं बता रहा हूं मैं यहां बता रहा हूं कि उनकी जो धनतेरस के दिन यंत्र पूजा होती है उसके बारे में । इसके प्रयोग से आप अपने कारोबारी भौतिक संपन्नता को बढा सकते हैं । एक रात की छोटी सी साधना से, बहुत ही सहज तरीके से क्योंकि यह सात्विक साधना है और यह बहुत ही सरलता से हो जाती है तो अगर आप कुबेर जी की प्रसन्नता के लिए उनके यंत्र का पूजन करते हैं तो मैं आपको लिंक दे रहता हूं डिस्ट्रक्शन में वीडियो की amazon से खरीद सकते हैं वह तीन चीज़े आपको मिल जाएंगी वहां से उसे आप हमेशा अपने पास रख सकते हैं वह आपके भाग्य सौभाग्य में बढोतरी करेगा और सदैव आप उसकी पूजा करेंगे अगर आप खरीद नहीं सकते तो आप किसी भी पंसारी की दुकान पर जाकर वहां से खरीद सकते हैं ले सकते हैं अगर आप वो भी नहीं कर सकते तो आप अपने ही हाथों से यह यंत्र बना सकते हैं । उनके यंत्र बनाने के बहुत सारे तरीके होते हैं आपको अपने मन में ही मंत्र का जाप करते हुए भोजपत्र पर आपको यंत्र को बनाना है मंत्र इस प्रकार है-
मँत्रः ।।ॐ क्लीं जूं श्री वित्तेश्वाराय नमः
यंत्र स्थापित कर लेने के बाद आपको इसी मंत्र की 51 माला जाप करनी है रुद्राक्ष की माला पर । इसी मंत्र का जाप करते हुए आप भोजपत्र पर या भोजपत्र ज्यादा अच्छा होगा कागज से भोजपत्र पर अनार की कलम से जब अमृत काल हो रवि पुष्य योग गुरु पुष्य योग या कोई भी सिद्ध योग हो तब आप इस यंत्र को लिखकर बना सकते है और आपको इसका पूजन धनतेरस के दिन करना है। रात्रि के समय करेंगे तो ज्यादा अच्छा होगा आपको 51 माला इसी मंत्र की जाप करनी है अगर आपको तांबे पर बना हुआ यंत्र मिल जाता है तो तो आप ले लीजिए कई प्रकार के इनके यंत्र आते हैं या आप amazon से हैं बना बनाया खरीद लीजिए और इसी मंत्र से इसकी पूजा कर लीजिए ।डायरेक्ट इस मंत्र से आपका वह यंत्र जागृत हो जाता है । यह उस यंत्र को जगाने का तरीका होता है अगर अब चाहे तो सुनार से कहकर चांदी के पट्ठे पर भी इस यंत्र को बनवा सकते हैं पर अमृत काल होना चाहिए साधना शुरू करने से पहले आपको सबसे पहले भगवान गणेश का पूजन करना चाहिए उसके बाद गुरु पूजन फिर शिवपूजन उसके बाद यंत्र को स्थापित कर के उसका भी पूजन करना चाहिए । जब आपको यंत्र स्थापित करेंगे तब आप कुमकुम मिश्रित अक्षत इस यंत्र पर चढ़ा आएंगे 108 बार लाल रंग का फुल और दूध की बनी हुई मिठाई और एक नारियल वहां पर स्थापित करेंगे । यंत्र में प्राण ऊर्जा को संचित करने की प्रार्थना करेंगे और फिर इस मंत्र का जाप करेंगे । 51 माला जाप करने के बाद इसी यंत्र में स्वेच्छा से प्राण शक्ति आ जाएगी और यंत्र सिद्ध हो जाएगा यह एक छोटी सी सरल सात्विक साधना है। इसको कोई भी कर सकता है छोटे से छोटा बच्चा भी कर सकता है । आप इस यंत्र को अष्ट गंध कि चंदन मिश्रित कलम से भोजपत्र पर बनाकर शीशे के फ्रेम में भी रखकर स्थापित कर सकते हैं । यह भगवान कुबेर की कृपा प्राप्ति हेतु उनकी यंत्र साधना है । जिसको करके आप भगवान कुबेर की कृपा प्राप्त कर हैं और दीपावली पर तो इसका विशेष और भी महत्व बढ़ जाता है । आप इसको धनतेरस और दीपावली पर कर सकते हैं तो यही धनतेरस पर की जाने वाली भगवान कुबेर की साधना तो यत्र कि फोटो मैंने आपके नीचे वाले विडियो स्क्रीन पर डाल दी है नीचे का विडियो जरूर देखे ।धन्यवाद।।
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