नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है ।जैसा कि मैंने प्रेत सिद्धि पर दो वीडियो पहले से ही डाल रखे हैं पर आज मैं आप लोगों के लिए लेकर आया हूं एक और प्रेत सिद्धि का विधान और साधना । जिससे कि आप अपना कोई भी कार्य संपन्न करवा सकते हैं । वह आपके कार्यों का संपादन करता रहेगा तो चलिये शुरू करते हैं और जानते हैं कि इसमें आपको क्या-क्या करना होगा और इसकी विधि किस प्रकार से होगी।
यह एक अत्यंत ही शक्तिशाली प्रेत माना जाता है जो स्वयं भगवान शिव भोले नाथ भूतेश्वर भूतनाथ का गण माना जाता है यानि भगवान शिव का यह एक गण है । यह अत्यंत ही शक्तिशाली है और हर कार्य का संपादन करने की छमता रखता है तो चलिए बात करते हैं कि इसका मंत्र कैसा हैं –
।।मंत्र: ॐ क्षां क्षां ह्रीं ह्रीं फट्।।
यह एक बहुत ही छोटा सा मंत्र है मगर इसका प्रेत अत्यंत ही शक्तिशाली होता है और अगर आपको इसकी सिद्धि हो जाती है तो आप सब कुछ इससे करवा सकते हैं । परन्तु इसमें सावधानियां भी आती है अगर आप कमजोर दिल वाले हैं और आपको इन चीजों से डर लगता है या आपका दिल कमजोर है तो आप कभी भी इस साधना को मत करिए, क्योंकि इस साधना को आपको जाकर रात्रि के समय श्मशान में बैठकर ही करना होता है और अत्यंत ही भयंकर परीक्षा होती जाएगी ।
इसलिए पहले सोच समझ लीजिए उसके बाद ही आप इस साधना में उतरे क्योंकि अगर आप इस साधना को बीच में छोड़कर भागते हैं या नहीं पूरा कर पाते तो आप पागल भी हो सकते हैं । इसकी जिम्मेदारी आपको खुद ही लेनी होगी तभी आप इस साधना में उतरेंगे अन्यथा नहीं । इससे पहले आपको भगवान शिव की पूरी साधना भी कर लेनी चाहिए क्योंकि यह भगवान शिव का गण हैं ।
इसलिए आपको उनकी कृपा प्राप्त करना अवश्यक है ताकि वह आपको सफलता प्रदान करें या अगर आपसे सिद्ध ना हो तब भी आपका बुरा ना करें । श्मशान भूमि में बैठकर आपको इसके मंत्रों का जाप करना होगा और वहां पर अत्यंत भयंकर से भयंकर उत्पात होंगे । आपको 40 दिन में दो लाख जाप संपूर्ण करना होगा ।
आपको इसमें कम से कम 5000 रोज जाप करना होगा और जब प्रेत प्रकट हो जाए तब आप उससे 3 वचन मांग ले जैसा कि मैंने पहले ही बताया था और उसके बाद ही आप इसे मांस और मदिरा का भोग देंगे । यह शक्तिशाली प्रेत है और आपका सब कुछ काम कर सकता है जो भी आप कहेंगे । क्योंकि यह भगवान शिव का गण है इसलिए आप इससे गलत काम मत करवाईए अन्यथा आपका बुरा भी हो सकता है । अगर आपको साधना पसंद आई है तो आपका धन्यवाद।।