ग्रहण दुर्गा साधना अनुभव और गुरु मंत्र पिशाचिनी
नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम लोग दो अनुभवों को लेंगे जहां पहला अनुभव एक साधक महोदय का है जिन्होंने मेरे द्वारा दी गई अत्यंत गोपनीय मां दुर्गा की ग्रहण साधना की थी और उन्हें क्या अनुभव हुए। इसके विषय में उन्होंने बताया है। वही दूसरे अनुभव में गुरु मंत्र साधना का अनुभव हमें प्राप्त होता है तो चलिए शुरू करते हैं आज के इन अनुभव के रहस्यों को जानना।
ईमेल पत्र-नमस्कार गुरु जी, धर्म रहस्य से जुड़े सभी साधक एवं साधिकाओ को मेरा प्रणाम गुरुजी मैं महाराष्ट्र से हूं और मेरा नाम राजा है। गुरु जी आज मैं आप सभी को आपके द्वारा ही दी गई। दुर्गा ग्रहण साधना के अनुभव को बताना चाहता हूं। गुरु जी यह साधना मैंने 19 नवंबर शुक्रवार के दिन 11:34 से शुरू की थी। जिस दिन चंद्रग्रहण था। और यह चंद्रग्रहण इस वर्ष का आखिरी ग्रहण था। साथ ही साथ इस ग्रहण की जो अवधि थी वह 6 घंटे और 2 मिनट की बताई गई थी। इसमें सबसे अच्छी बात यह थी कि इस दिन पूर्णिमा थी और गुरु गोविंद जयंती भी थी। इसलिए यह समय काफी अच्छे योगों से संबंधित था मैंने 2 दिन पहले ही साधना की सारी सामग्री इकट्ठा कर ली थी और फिर जिस दिन साधना करना था उस दिन सारी सामग्री को इकट्ठा कर साधना से जुड़ गया था। मैंने ठीक सब कुछ वैसा ही किया जैसा कि आपने श्री दुर्गा ग्रहण साधना। इंस्टामोजो पर पीडीएफ के रूप में दिया है। सर्व प्रथम गुरु मंत्र, गणेश मंत्र और भैरव मंत्र का जाप किया। उसके तत्काल बाद ग्रहण दुर्गा न्यास विधि करना शुरू कर दिया फिर। ग्रहण दुर्गा माता के मूल मंत्र का जाप करना शुरू किया। मंत्र का जाप मैं अपने पूजा कक्ष में ही कर रहा था। मेरे रूम में पूरी तरह से लाइट जल रही थी और पूरा कमरा रोशनी से। उजाला भर रहा था। जॉप करते हुए करीब 1 घंटा हो गया। तब मैंने अपनी आंखें धीरे धीरे खोलना शुरू कर दिया। मेरे रूम में केवल जहां ज्योति जल रही थी, केवल उतने ही हिस्से में रोशनी थी। बाकी पूरे कमरे में एकदम अंधेरा हो गया था। धीरे-धीरे जाप करता चला गया। थोड़ी ही समय में मेरे स्वर मुझे ही समझ में नहीं आ रहे थे। यानी कि मैं कौन से मंत्र का जाप कर रहा हूं। यह! अजीब सी माया मेरे साथ घटित हो रही थी। फिर उसके थोड़ी ही देर बाद मेरे रूम पर अचानक जोर से हवा चलने लगी, जबकि गुरुजी मेरे रूम के खिड़की एवं दरवाजे सभी बंद थे। तेज हवा के साथ ठंड भी काफी ज्यादा होने लग गई थी। कुछ ही देर में ऐसे ही माहौल चलता रहा। करीब 3 घंटे के बाद मेरे दोनों आंखों के बीच एक तेज रोशनी जलने लगी। और आंखों के सामने पूरी तरह से एक प्रकाश झलकने लगा। जब मैंने अपनी आंखें खोली तो मेरे सामने इतनी तेज रोशनी! आने लगी कि रूम में फिर से उजाला आ गया था। गुरुजी जितने समय मैंने आंखें बंद कर रखी थी, मुझे सारा चंद्रग्रहण दिव्य दृष्टि के माध्यम से भी देखने को मिला था। साधना के अंतिम समय में मुझे मां दुर्गा के पूर्ण प्रकाश में दर्शन हुए। आपको मैं वह फोटो भी भेज रहा हूं जो साधना मैंने की है और किस प्रकार मैंने उसे स्थापित किया था। यह मैं आपको फोटो के माध्यम से दिखा कर भेज रहा हूं। इस प्रकार साधना सफल रही।
संदेश-तो देखे यहां पर इन्होंने। माता के ग्रहण स्वरूप की साधना की इस साधना का फायदा यह है कि अब ग्रहण काल में। माता इन पर प्रसन्न रहेंगी और? अलग तरह की जो तांत्रिक साधनाएं जब यह करेंगे ग्रहण के समय तो इनकी ग्रहण साधना वाले मंत्र का जाप करके जब यह कोई और साधना करेंगे तो उसमें सिद्धि इन्हें प्राप्त होगी। इसीलिए कोई भी व्यक्ति। जिसने ग्रहण काल में साधना करने के विषय में सोचा है, अवश्य ही उसे यह कार्य करना चाहिए यानी माता के। इस ग्रहण दुर्गा स्वरूप की साधना ग्रहण काल में जब भी वर्ष में उसे समय मिले अवश्य ही करें। निश्चित रूप से उसके अंदर दिव्य शक्तियां स्थापित होने लग जाएंगी और मां के प्रकाश रूप में दर्शन होना अपने आप में बहुत ही दुर्लभ है। जन्मों के पाप कट जाते हैं मात्र इनके स्वरूप के दर्शन के कारण। और साधक महोदय भाग्यशाली हैं कि माता ने इन्हें प्रकाश रूप में दर्शन दिए और साथ ही अपने ग्रहण स्वरूप के दर्शन भी करवाएं। चलिए अब पढ़ते हैं अगले पत्र को और जानते हैं कि गुरु मंत्र साधना का इनका अनुभव कैसा रहा? ईमेल पत्र-नमस्ते गुरुजी! मेरा नाम और कृपया मेरे पत्र को ना दिखाइए। क्योंकि मैं अपने अनुभव को सिर्फ यहां पर लोगों के सम्मुख दर्शना चाहता हूं, लेकिन अपनी कोई जानकारी साझा नहीं करना चाहता। गुरु जी मैंने आपके बताए गए तरीके से 1 वर्ष के अंदर गुरु मंत्र के नौ लाख जाप दशांश हवन। अर्पण तर्पण मार्जन कन्या भोज सहित सारी प्रक्रिया है। पूर्ण विधि-विधान से पूरी कर ली। इस दौरान जो मुझे अनुभव हुए और माता की कृपा प्राप्त हुई, वही मैं आपको दर्शाना चाहता हूं। कोई अगर यह सोचता है कि गुरु मंत्र ना ले और जीवन में तंत्र में कामयाब हो जाए तो यह असंभव बात है। मैंने इससे पहले बहुत सारी साधनाएं की हुई है। किंतु जब से गुरु मंत्र लिया तब से साधनों में ऊर्जा को प्राप्त करने की शक्ति मेरे अंदर आ गई है! जो असंभव कार्य इस दौरान हुए, वह मैं आपको बताता हूं। गुरु जी मेरी सरकारी नौकरी लग जाना। मेरे अस्वस्थ पिता जो कि कैंसर की बीमारी से पीड़ित है। वह पूरी तरह ठीक हो गए। परिवार में सुख और शांति का माहौल स्थापित हो गया। मेरी भाभी जो घर से लड़ाई करके मायके में बैठ गई थी, वह भी वापस आ गई हैं और अब हमारा सारा परिवार आपसे दीक्षित हो चुका है। इसीलिए मैं कहता हूं। प्रत्येक व्यक्ति को गुरुजी से गुरु मंत्र अवश्य ही प्राप्त कर लेना चाहिए। ऐसा सौभाग्य शायद जीवन में आपको दोबारा ना मिले क्योंकि एक तो यूट्यूब और अन्य। माध्यमों में केवल फर्जीवाड़ा बहुत ज्यादा है और केवल आपको ठगने के लिए लोग बैठे हुए हैं। हालांकि गुरु जी ऑनलाइन दीक्षा ही देते हैं लेकिन? मैं अकेला नहीं हूं क्योंकि मैंने अन्य साधक भाई बहनों से भी बातचीत की थी और पता चला था कि इनके पास 300 से 400 की संख्या में शिष्य हो चुके हैं जिन्होंने ऑनलाइन दीक्षा ली थी। और सभी संतुष्ट हैं कि इन्हें एक संतुष्ट करने वाला और बहुत ही उत्तम गुरु प्राप्त हुआ है। और मैं तो स्वयं इसका एक उदाहरण हूं। मुझे कामयाबी भी मिल रही है और जीवन की परेशानियां समाप्त हो चुकी हैं और सबसे बड़ी बात आध्यात्मिक यात्रा मे मुझे मोक्ष मिलना तय है जब ऐसा गुरु मेरे साथ हो। गुरु जी इसके अलावा एक विशेष बात मैं आपको बताना चाहता हूं। मेरे एक मित्र ने! मुझे चैलेंज किया कि तुम मे अगर क्षमता है और तुम्हारे गुरु में क्षमता है तो पिशाचिनी सिद्ध करके दिखाओ। मैंने उसके चैलेंज को स्वीकार किया और मैंने पिशाचिनी की सिद्धि की, किंतु गुरु जी ऐसा अनुभव शायद ही किसी साधक को हुआ होगा। साधना के दौरान साक्षात मेरे सामने जब पिशाचीनी आकर खड़ी हो गई तो उसने मुझे प्रणाम किया और कहा सिर्फ एक बार अपने गुरु मंत्र का एक बार उच्चारण कर मुझे अर्पित कर दो।
मैंने उसकी बात मान ली और वह पिशाचिनी तुरंत ही एक दिव्य शक्ति में बदल गई। उसके सिर पर मुकुट आ गया और उसने मेरे पैर छुए और वहां से अदृश्य हो गई। लेकिन इससे पहले! उसने मुझसे कहा कि आपके सामने? खड़े होने की सामर्थ मेरी नहीं है। आपके अंदर इतनी भयंकर ऊर्जा भरी हुई है जो तीनों लोकों को अपने नियंत्रण में रखती है। इसीलिए आप सिर्फ एक बार मेरे लिए इस मंत्र का उच्चारण कर दीजिए। और मेरे! उच्चारण मात्र से। उसकी मुक्ति हो गई, उसे देवी का पद प्राप्त हो गया। इससे अनुमान लगाइए साधक भाइयों और बहनों की गुरुजी जो मंत्र हमें प्रदान करते हैं, उसकी सामर्थ्य और शक्ति क्या है? भले ही लौकिक जीवन में इतना प्रभाव उसका ना दिखाई दे लेकिन अलौकिक जीवन में उसकी शक्ति मैं जान चुका हूं और मृत्यु पर्यंत आप निश्चित मोक्ष प्राप्त करेंगे। इसमें तनिक भी संदेह नहीं है। उस पिशाचिनी ने जाने से पहले उस व्यक्ति को रात में बहुत डराया और जो कुछ मेरे साथ घटित हुआ था, वह सारी बातें उसे स्वप्न के माध्यम से डराकर बताई जो मैंने देखा। वह सारी बातें जब मैंने अपने मित्र के मुख से सुनी तो मुझे बहुत संतोष हुआ। उसने मेरे पैर पकड़ लिए और कहा मुझे माफ कर। मुझे नहीं पता था कि तेरे गुरु और गुरु मंत्र में अत्यंत ही अधिक शक्ति है। और गुरु जी अब वह आपसे गुरु दीक्षा लेना चाहता है तो क्या मैं? उसे इस बात के लिए कहूं कि आप उसे गुरु दीक्षा अवश्य देंगे। नमस्कार गुरु जी!
संदेश-तो देखिए अगर आपके उन? मित्र महोदय को ऐसा लगता है कि उन्हें भी माता की शरण में आना चाहिए और उन्हें मुझ पर विश्वास है तो अवश्य ही आप उन्हें गुरु दीक्षा के लिए प्रेरित कर सकते हैं। रही बात गुरु मंत्र के चमत्कारिक अनुभव की तो माता की कृपा तो उस व्यक्ति पर हो ही जाती है जो रोज गुरु मंत्र का जाप करता है और उसके लिए फिर तीनों लोकों में कुछ भी असंभव नहीं है। केवल सच्ची श्रद्धा गुरु पर पूर्ण विश्वास और हृदय से लगातार जप और तप में लगे रहना व्यक्ति को लौकिक और अलौकिक दोनों ही सुख प्रदान अवश्य ही करती है। इसलिए अवश्य ही व्यक्ति को गुरु मंत्र की साधना आजीवन करनी चाहिए और तंत्र शक्ति। जो प्राप्त करना चाहते हैं उनके लिए भी गुरु मंत्र का संपूर्ण अनुष्ठान करके ही साधना में बैठना चाहिए क्योंकि ऐसे भी कई अनुभव मेरे सामने आए हैं, जिसमें लोगों ने भैरवी साधना की, गुरु मंत्र के बाद और उन्हें कोई भय का सामना नहीं करना पड़ा है। इसी से अनुमान लगा लीजिए कि गुरु मंत्र की शक्ति के कारण कोई भी तांत्रिक शक्ति अपने भयंकर स्वरूप को छोड़ देती है और वह शांत और सौम्य बनकर आपके सामने अपनी ऊर्जा के साथ प्रकट होने लगती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को रोजाना गुरु मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए और संपूर्ण परिवार को गुरु मंत्र अवश्य ही ले लेना चाहिए तो यह थे आज के दो अनुभव अगर आपको पसंद आए हैं तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद। |
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