नमस्कार दोस्तो धर्म रहस्य पर आपका एक बार फिर से स्वागत है बहुत दिनों से यह मांग हो रही थी कि विभिन्न प्रकार की जो प्रतियोगिताएं हैं जो छोटे-मोटे गेम होते हैं या यू कहिए कि हमारे देश में जुआ खेलने की परंपरा है, इन चीजों में जीतने के लिए विशेष प्रकार के तँत्रो का प्रयोग किया जाता है। खास तौर पर इनमें शाबर मंत्र का प्रयोग किया जाता है तो आज मैं जो आपको मंत्र देने जा रहा हूं । अगर आप जुआ खेलते हैं तो उसमे आपकी जीत होगी ।यह पुराने समय से चला आ रहा है क्योंकि यह परंपरा आज की नहीं है महाभारत काल से है । जुआ खेलने की परंपरा पर बहुत सारे मंत्र सिद्धों ने बनाए थे । हमारे यहां होली हो, दीपावली हो, उस समय यह खेलने की प्रतियोगिता बहुत तगडे ढंग से की जाती है गांव में तो है ही और शहरों में भी कभी-कभी देखने को मिलती है ।
जनता मे रात-रात भर जुए का खेल चलता है सभी यह चाहते हैं कि वही जीते । अगर मैंने पैसा लगाया है तो मैं ही पैसा जीतू, गांव वगैर क्षेत्रों में दिवाली पर मुझे बहुत देखने को यह मिलता है कि लोग रात भर और एक दिन पहले से ही जूए खेलने जाते हैं और रात रात भर बडे चाव से जुए खेलते हैं । उनकी पत्नी गुस्सा भी करती हैं पर जिस को जो करना है वह तो करेगा ही । इस संबंध में जीतने वाला अच्छा खासा पैसा जीतता है और हारने वाला बहुत कुछ हार जाता है । इस संबंध में बहुत सारे प्रयोग है, बहुत सारी क्रियाएं हैं इस संबंध में कहा जाता है कि एक भैरव वीर साधना है इसको कर लेने के बाद जुए जीत निश्चित हो जाती है । ऐसा मानना है कि गांव क्षेत्रों में किसी भी प्रकार इस खेल को जीत ले वो काफी मात्रा में धर कमा लेते हैं ।
इसको सिद्ध करने के लिए आपको 84 सिद्धों की कृपा और भैरव की कृपा, इन दोनों की कृपा चाहिए होती है तो सबसे पहले जान लेते हैं कि इस की विधि क्या है । जो पौराणिक ग्रंथ है उसमें इन की विधि किस प्रकार है ? इस मंत्र को सिद्ध करने से पहले एक मंत्र करना होता है । इसके लिए आपको पीपल के 21 पत्ते और इसके साथ आपको चाहिए होगा एक फीट लंबा और एक फीट चौड़ा लाल वस्त्र यह चमकीला लाल कपड़ा हो और इस बात का ध्यान रखें कि इसका किसी ने प्रयोग ना किया हो । किसी का प्रयोग किया हुआ कपड़ा नहीं लेना है, इसके लिए आपको 21 पीपल के पत्ते लेने हैं और एक फीट लंबा और एक फीट चौड़ा लाल कपड़ा लेने के बाद तेल की एक बत्ती चाहिए और जो हीरा शंख कहलाता है वह भी आपके पास होना चाहिए । यह सब चीजें इकट्ठा करके आपको साधना के लिए रखनी होगी यह सब आपके पास पहले से ही एकत्र होनी चाहिए ताकि जवाब साधना करें तो किसी चीज की कमी ना रहे है क्योंकि अगर किसी चीज की कमी रहती है तो वह साधना सही से नहीं हो पाती है ।
इसके लिए जो मंत्र होता है वह आपको ग्यारह दिनों में एक लाख पूरा करना होता है, इसको सिद्ध करके प्रयोग में लाना चाहिए । ऐसा विवरण आता है कि 11 दिन में ही आपको इसको सिद्ध करना होता है ।अब मैं आपको आगे मंत्र बताऊंगा उसको सिद्ध करके प्रयोग में लाना चाहिए । जूऐ के अलावा लॉटरी, आकस्मिक धन संबंधी चीजों में भी प्रयोग कर सकते हैं ऐसा नहीं है कि आप सिर्फ जुए में ही प्रयोग करे, यह प्रयोग आपको शुक्रवार की शाम से शुरु करना है फ्राइडे की इवनिंग से इसे हमेशा शुरू किया जाता है । भेरुजी के सामने आपको तेल और चित्र का फौहा चढाना होता है जहां वह स्थित हो । आप कोई भी इत्र प्रयोग कर सकते हैं ऐसा कुछ नहीं है कि आप एक विशेष प्रकार का ही इत्र ही लाएंगे जो मिले वही ले लीजिए । अगर आपके आसपास कहीं भी भैरव मंदिर नहीं है तो तो आप कहीं भी सुनसान जगह पर किसी पत्थर पर सिंदूर लगाकर उन्हें भैरव मान सकते हैं ।
अगर कोई काले रंग का पत्थर है तो बहुत अच्छी बात है आप उस पर सिंदूर का टीका लगा दीजिए और उनको भैरव मान लीजिए और उनका आवाहन करेंगे, जितनी भी सामग्री आप लेकर आए हैं वह सब उनके सामने रख चढ़ा देंगे और घर आ जाएंगे और जो हीरा शंख है उसको सामने रखकर ही आप मंत्र का जाप करेंगे । हीरा शंख अपने सामने स्थापित करकेजाप शुरू करे क्योंकि वह भैरव जी का प्रतीक माना जाएगा और ध्यान रखेंगे की ठीक समय पर आपका जाप पूरा हो जाए यानी कि 11 दिन में एक लाख पूरा हो जाना चाहिए । इस हिसाब से आप बाट लीजिए और जब 11 दिन में पूरा हो जाया तब उसके बाद जिस माला से आपने जाप किया है उसको संभाल कर रख लीजिए और जब कभी भी आप जुआ खेलने जाये तब उस माला को पहनकर जाएंगे तो आपकी विजय होगी । धन की प्राप्ति भी होगी ।जो माला होगी वह रुद्राक्ष की ले सकते हैं या काले हकीक की माला भी प्रयोग कर सकते हैं उसका जो मंत्र है वह इस प्रकार है आप देखिए-
मँत्रः भैरव वीर सदा सुखदायी ,अंनचिंता धन लावै भाई ,मेरा कार्य करो सुखदाई, तुमरो नाम बडो ताई, जो तू मेरा काम नहीं करे तो चौरासी सिद्वौ की दुहाई ।।
तो इसी मंत्र का आपको एक लाख जाप पूरा करना है 11 दिनों में और आप इस प्रकार से जपे की ना तो जाप ज्यादा होना पाए ना कम, अगर आप एक दिन में 10000 जपते हैं तो उतना ही रोज करे ऐसा ना हो कि एक दिन 9999 हो जाए, ऐसा नहीं होना चाहिए । रोज एक जैसा ही होना चाहिए इस हिसाब से करिए की 11 दिन में एक लाख हो । भैरव जी आपको साक्षात दर्शन भी दे सकते हैं कभी-कभी ऐसा हो जाता है कि उनका साक्षात्कार भी हो जाता है । पुराने जमाने में लोग जब इस मंत्र की अच्छी प्रकार से सिद्धि कर लेते थे तो भेरुजी उनके साथ बैठकर साक्षात रुप में आपको बताते रहते थे जी की आप अब यह पत्ता फेंकिए और ऐसे करिए जिससे आपकी जीत हो जाती थी ।पुराने जमाने में यह कहानियां बहुत ही प्रचलित थी इस मंत्र का प्रयोग करके भेरुजी वीर के रूप में आपकी जूवा जीतने में मदद करते थे । कई लोगों को वह दिखाई देते थे और कुछ लोगों को ऐसा लगता था कि अब मुझे यह पत्ता फेंकना है, उनकी आत्मा से आवाज आती थी क्यों नहीं यह पत्ता फेकना है । साधना कर लेने के बाद इस प्रकार से आपको सफलता मिलती है इस मंत्र की सिद्धि कर लेने के बाद भैरव जी का वीर मंत्र जुआरी लोग प्रयोग करते थे जीतने के लिए और धन अर्जित करने के लिए ।अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो धन्यवाद ।।