परी से शादी की एक सच्ची घटना
नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम एक ऐसी घटना के विषय में बात करेंगे जिससे पता चलता है कि कैसे परियां हमारे इस धरती लोक में आती हैं और? उनके साथ इंसानों के संबंध कैसे स्थापित हो जाते हैं? यह अनुभव भेजा गया है और? इस ईमेल पत्र के माध्यम से इस घटना के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे तो चलिए शुरू करते हैं। आदरणीय सर नमस्ते, मैं जो यह कहानी बता रहा हूं। यह सिर्फ आपके चैनल पर पब्लिश कर रहा हूं और भविष्य में यह कहानी किसी और चैनल पर कभी पब्लिक नहीं की जाएगी। सर मेरा नाम और ईमेल आईडी मत दिखाइएगा। सर मैं आपका चैनल 2018 से देख रहा हूं। मैंने आपकी सारी वीडियो देखी हैं। चाहे वह चुड़ैल अप्सरा यक्षिणी किसी से भी संबंधित हो। सर मुझे नहीं पता। यह कहानी कितनी वास्तविक है या कितनी काल्पनिक है, लेकिन इस कहानी पर आता हूं। यह कहानी मुझे मेरी टीचर ने बताई थी तब मैं 11वीं क्लास में पढ़ता था। मेरी आयु उस वक्त 17 वर्ष थी दिसंबर 2012 की बात है। मेरी क्लास में 59 छात्र थे पर वह टीचर 17 को ही पढ़ाती थी क्योंकि 59 में से 17 के पास इंग्लिश सब्जेक्ट था और वह इंग्लिश की टीचर थी। वह काफी इंटेलिजेंट जी और उनकी आवाज बहुत अट्रैक्टिव थी। इसीलिए सारे 59 छात्र उनसे पढ़ना चाहते थे और एक बार उन्होंने सभी स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए बुलाया था। क्लास में स्प्रिचुअल बातें होने लगी। तब टीचर ने कहा कि वह एक कहानी सुनाएंगे जो 100% ऑथेंटिक जेनुइन और वास्तविकता वाली है। यह गारंटीड है कि यह सत्य है तो फिर उन्होंने इसके बारे में बताया कि उनके गांव जो कि हरियाणा के पलवल में पड़ता है। वहां बहुत साल पहले एक घटना घटी थी जो बिल्कुल सच और प्रसिद्ध है। उस गांव में एक चोर रहता था। वह कुछ छोटी-मोटी चोरियां करता था तो गांव वालों ने तीन से चार बार उसे माफ कर दिया, लेकिन एक बार उसने किसी बड़ी चोरी को अंजाम दिया था और इस बारे में वह पकड़ा भी गया। तब गांव वालों ने उसे निष्कासित कर दिया गांव से और दुबारा गांव में कभी ना लौट कर आने के लिए कहा था। वह चोर गांव की सीमा के बाहर काफी दूर घने जंगल में एक पेड़ के नीचे रहने लगा। ऐसा करते हुए उसे 3 से 4 दिन बीत गए थे। आज! रात में उसने आसमान से पृथ्वी की तरफ आते हुए कुछ तारे नजर आए जो कि धरती के काफी नजदीक है, उसे लगा यह शायद! मैटेओराइट या जुगनू में से कोई है। उसने इन सब को इग्नोर किया और बस सो गया। पर 3- 4 दिन तक यह सब लगातार चलता रहा तब उसने एक बार फिर से जुगनू को देखा। तब उसे सोचा कि जुगनू हो या कोई भी एक ही जगह पर एक ही समय पर और रोज-रोज कैसे आ सकते हैं? इस तरह की देखे जाने की घटनाएं तो बहुत रेयर होती हैं। वह भी अलग-अलग प्लेस पर देखें जाते हैं। यहां तो रोज जुगनू या मैटेओराइट रोज देखने को मिलते हैं। वह भी एक ही समय पर तब उसने एक दिन इन जुगनू का पीछा करने की सोची। वह आधी रात होने का इंतजार कर रहा था। आधी रात हो गई तभी उसे उसी टाइम पर वह जुगनू या उल्कापिंड आसमान से जमीन की ओर आते हुए नजर आए। वह जमीन के थोड़ा करीब है। वह जल्दी उनके पीछा करने लगा और तेज भागते हुए। यह जंगल के बिल्कुल अंदर जा पहुंचा जब वह जुगनू धरती पर पहुंचे तो उस आदमी की आंखें फटी की फटी रह गई। यह कोई जुगनू या उल्कापिंड नहीं थे। यह तो परियां थी जो बहुत खूबसूरत इंटेलिजेंट और अट्रैक्टिव थी। उस आदमी की नजर उन परियों से हट ही नहीं पा रही थी क्योंकि वह सभी बहुत खूबसूरत थी और उनके पंख भी थे। वह सब आपस में बातें कर रही थी। खेल रही थी और गाने गा रही थी। यह सब वह आदमी झाड़ियों के पीछे से छुप कर देख रहा था। वह रोज इन परियों को झाड़ियों के पीछे से चुपके चुपके देखता था और जब सुबह होने वाली होती तो वह सब परियां चली जाती थी। वह आदमी सोचता था कि इनमें से किसी एक से मेरी शादी हो जाए। ऐसा करते-करते कुछ दिन गुजर गए। वह रोज उन परियों को झाड़ियों के पीछे से छुप कर देखता था। 1 दिन परियां आई और खेलने कूदने लगे। उनमें से एक परी का कोई कपड़ा झाड़ियों में उलझ कर फट गया जो की साइज में थोड़ा बड़ा था। उस आदमी ने चुपके से वह कपड़ा ले लिया और जब उन परियों के जाने का समय हुआ तो उस परी ने बोला कि मेरा कोई कपड़ा यहां रह गया है। उसके बिना मैं इस लोक से नहीं जा सकती।
सर मैंने भी आपकी चुड़ैल वाले अनुभव वाली कहानी और परी साधना वाली अनुभव कहानी मे सेम यही बात सुनी है। चुड़ैल वाले अनुभव में जो चुड़ैल उस लड़के के दादाजी से रिलेशन बनाती है तो उस लड़के के दादा चुड़ैल के बाल काट लेते हैं। ताकि वह चुड़ैल को अपनी आज्ञा अनुसार। बना सके और चुड़ैल उसे कोई हानि नहीं पहुंचा पाती। परी साधना में आपने बताया था कि परी से कोई निशानी ले लेनी चाहिए ताकि उसे जब चाहे बुलाया जा सके। यहां भी ऐसा ही हुआ था। कपड़े रह जाने के कारण परी इस लोक से नहीं जा सकती थी। उसकी सभी सहेलियां उसके साथ कपड़ा ढूंढने की हेल्प करी। उन्होंने सारी जगह वह कपड़ा ढूंढा पर वह उन्हें कहीं नहीं मिला। अब परियों के जाने का वक्त हो गया था तभी परिया जाने लगी। जिस? का कपड़ा खो गया था वह उनसे मिन्नतें करने लगी। रोने लगी। गिड़गिड़ा ने लगी कि मत जाओ। मुझे छोड़कर पर उन परियों को जाना ही था और वह सब चली गई। अब वह परी वहां अकेले बैठी रोने लगी। उस आदमी ने सोचा कि यही सही मौका है। वह उसके सामने आ गया और बोला, तुम्हारे कपड़े मेरे पास है।
मैं तुमको सबको रोज देखता था कई दिनों से, उस परी ने कहा, तुम मेरे कपड़े दे दो तुम जो चाहोगे मैं तुम्हें वह दे दूंगी। सोना चांदी हीरा जवाहरात तुम्हें कई संपत्तियां। देकर उनका मालिक बना दूंगी। तब उस आदमी ने कहा, मुझे यह सब कुछ नहीं चाहिए। तब परी ने कहा, कोई बात नहीं। तुम मुझे मेरे कपड़े दे दो। मैं तुम्हें अपनी खुशी से ही यह सब दे दूंगी। उस आदमी ने बोला, मुझे यह सब चाहिए ही नहीं। तब परी ने पूछा कि क्या चाहिए तुम्हें उसने कहा कि मैं आपसे शादी करना चाहता हूं। परी ने कहा, ऐसा नहीं हो सकता। तुम जो मांगोगे कुछ भी जो भी मैं वह दे दूंगी। तुम्हें अमीर कर दूंगी पर ऐसा नहीं हो सकता। तो उस आदमी ने कहा नहीं मुझसे तो आपको शादी करनी ही पड़ेगी। मैं आपसे बहुत प्यार करता हूं और आपसे शादी करना चाहता हूं। तब उस परी ने फिर से मना कर दिया कि ऐसा नहीं हो सकता तब उस आदमी ने कहा, ठीक है तो फिर यहां इसी वीरान जंगल में ऐसे ही रहो और भटको बिना कपड़ों के तुम यहां से कभी नहीं जा सकती। यहां ऐसे ही रहो। अगर तुम मुझसे शादी करोगी तो मैं वादा करता हूं कि सही समय आने पर मैं तुम्हें कपड़े दे दूंगा।
परी ने सोचा कि अब इसके अलावा मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं रह गया। वैसे भी इसने बोला ही है कि सही वक्त आने पर यह मेरे कपड़े वापस कर देगा। और उसने उस आदमी को शादी के लिए बोल दिया। उस परी ने अपने पंख गायब कर लिए और उन दोनों ने फिर शादी कर ली। कुछ साल बाद उनके दो बच्चे हुए और कई साल बाद वह दोनों बड़े हो गए। फिर वह दोनों बूढ़े भी हो गए। उस आदमी की आयु भी 70 साल की हो गई। वह परी भी बूढ़ी हो चुकी थी। उन दोनों के पोता पोती भी हुए। अब परी ने उस आदमी से अपने कपड़े वापिस देने के लिए कहा और बोला कि अब तो हमारे पोता पोती भी हो चुके हैं। मैं उनसे बहुत प्यार करती हूं। अब मैं क्या जाऊंगी कहीं? उस आदमी को भी यही लगा कि हम दोनों ने कई साल साथ में गुजार दिए हैं। हम दोनों के बेटा बेटी पोता पोती भी हो गए हैं। अब यह कहां जाएगी मुझे छोड़कर? मैंने यह भी फील किया की शादी के कुछ महीने बाद इस परी को भी मुझसे प्यार हो गया था जो कि अभी तक कायम है और यह मेरे प्रति काफी पतिव्रता भी है। अब यह मुझे छोड़कर नहीं जाएगी।
उस आदमी ने उस परी को जंगल लेकर गया और एक जगह गड्ढा खोदा और वहां से उसने वह कपड़े निकाले और उस परी को दे दिए। जैसे ही वह कपड़े उस परी के हाथों में आए। वैसे ही वह पहले की तरह बहुत खूबसूरत और जवान हो गई। 24-25 साल की गोरी चिट्टी लड़की और उसके पंख भी अब वापस आ गए और वह उड़ कर चली गई। वह आदमी देखता रह गया। लेकिन उसके बच्चे और पोता पोती भी यहीं रह गए। सर मुझे नहीं पता, यह कहानी सच है या झूठ मेरा आपसे यह सवाल है कि क्या यह कहानी सच्ची हो सकती है क्योंकि आप बहुत एक्सपीरियंस होल्डर हैं और इन चीजों में प्लीज सर बताइए। क्या यह कहानी सच्ची हो सकती है धन्यवाद? संदेश-तो देखें जैसा की कहानी में बताया गया है। यह कहानी पूरी तरह सत्य हो सकती है। लेकिन मैडम के माध्यम से उस परिवार के वंशज के विषय में जानना चाहिए क्योंकि वह लोग कुछ न कुछ उनका डीएनए कुछ विशेष तरह का ही होगा और वह साधारण नहीं होंगे क्योंकि! ऐसी शक्तियों के मिलन से उत्पन्न होने वाली संताने बहुत ही विचित्र और शक्तियों से भरी होती हैं। भले ही उन्हें ना पता हो लेकिन उनके अंदर कुछ विशेष शक्तियां अवश्य होती हैं। रही बात इस कहानी की सत्यता की तो यह पूरी तरह संभव है क्योंकि ऐसे एक नहीं हजारों उदाहरण मौजूद हैं। तो यह था आज का यह एक अनुभव परी की शादी के संबंधित अगर आज का यह वीडियो आप लोगों को पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। चैनल को आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद। |
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