साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 152
प्रश्न १. भैरवी साधना धन में सहायक होगा या धन के लिए कुछ शक्ति प्रदान कर सकता है? (अन्य लक्ष्मी या धन साधना से अधिक)?
उत्तर :- जब भैरवी पूर्ण रूप से सिद्ध होती है तो साधक को स्वयं भैरव बना देती है और भैरव का एक स्वरूप जिनको स्वर्णाकर्षण भैरव के नाम से जाना जाता है यानी कहने का अर्थ यह की जब शिव के साथ शक्ति जैसा स्वरूप धारण करती है वैसा ही स्वरूप साधक के सोच के हिसाब से भैरवी भी धारण कर लेती है| साधक जिस उद्देश्य के लिए उस शक्ति का आवाहन करता है वह उसी स्वरूप में अपने आप को ढाल लेती है अगर वह धन के उद्देश्य के साधना करता है तो वो भैरवी पूर्ण रूप उस साधक को धन प्रदान करती है |
प्रश्न २. क्या भैरवी साधना घर में शाम 7 बजे से शुरू कर सकते है?
उत्तर:- हाँ, आप ऐसा कर सकते है| जैसे ही सूर्य का प्रकाश ढलता है आप भैरवी साधना को शुरू कर सकते है और जहाँ पर भी साधना करें वह स्थान गुप्त और गोपनीय होनी चाहिए जिससे आपको कोई देख नहीं पाए इस बात का ध्यान रखना चाहिए |
प्रश्न ३. अप्सरा साधना की तरह भैरवी देवी से वचन ले सकते हैं?
उत्तर:- हाँ, आप भैरवी से वचन ले सकते है | इष्ट साधना या परमेश्वरि साधना को छोड़ कर किसी भी देवी या देवता से आप वचन माँग सकते है |