Table of Contents

साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरुरी जानकारी 29

साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरुरी जानकारी 29

१. साधना में वीर्य रक्षण कैसे करे ? स्वप्न दोष से कैसे बचे ?

उत्तर :- एक सबसे बढ़ी समस्या आज के समय में स्वप्न दोष बन गया है |  हम साधना करने बैठते है या जीवन में कुछ भी कार्य करते है तो सबसे बढ़ा वीर्य रक्षण की जो समस्या है ये सबसे बढ़ी समस्या है|  चाहे वो स्वप्न दोष के माध्यम से हो या अपनी सोच के माध्यम से हो साधना में भी इसका बहुत ज़ादा महत्त्व होता है और इसी की वजह से हम साधनाओ में पराजित हो जाते है|  ये साधारण लोगो के लिए बहुत ही मुश्किल कार्य होता है | मूलाधार चक्र से सम्बंद रखने के कारन ये शक्ति निश्चित रूप से नष्ट हो जाती है और कोई भी शक्ति जो आपसे जुड़ती है वे हमेशा वीर्य छरण करने में लगी रहती है जिससे आप उन्हें न सिद्ध कर सके और इससे आपकी शक्ति उसे प्राप्त हो जाती है और आपकी साधना निष्फल हो जाती है| 

तो आज जानने की कोशिश करते है की इस चीज़ से कैसे  बचे? कैसे इस चीज़ से बचने के लिए क्या क्या हमारे ऋषियों ने बताया है 

सबसे पहले वीर्य होता  क्या है ?

आयुर्वेद के अनुसार मनुष्य में ७ घातु होती है | जिसमे से अंतिम घातु वीर्य है | पुरे शरीर का निचोड़ इसे कहते है |  40 बूंद की रक्त से १ बूंद वीर्य का निर्माण होता है | मन वचन कर्म तीनो प्रकार से मैथुन व्यक्ति त्याग देता है किसी प्रकार से तो उसे ब्रम्हचारी कहा जाता है | 

स्वपन दोष से बचने के लिए सबसे पहले तो आसन का अभ्यास करना चाहिए जैसे अश्विनी मुद्रा है उसको आप ३० से ३५ बार अभ्यास करे और श्वास को रोक कर करे इसके सहायता से आपका वीर्य नाश नहीं हो पता है | अगर प्रतिदिन इसका अभ्यास करे तो इस चीज़ को सिखने के लिए किसी योग्य गुरु के सामने जाना चाहिए और इसको सीखना चाहिए | 

वीर्य रक्षा में  मन को साधना बहुत ही आवश्यक चीज़ है | अगर आप अपने मन को साध  लेंगे फिर निश्चित रूप से आप ब्रम्हचर्य का पालन कर सकेंगे | 

अब कुछ साधारण बातो को ले लेते है जिसकी वजह से हम इस समस्या से बच सकते है | 

१. भोजन :- भोजन सात्विक लेनी चाहिए | ज़ादा मिर्च मसाला, खट्टा, मीठा चीज़, मांस आदि का सेवन करने से बचे 

२. रात्रि में जल्दी सो जाना चाहिए और सुबह भी जल्दी उठने का प्रयास करना चाहिए इस तरह से आपको निश्चित रूप से लाभ मिलेगा | 

३. जहा तक हो सके आपको सदाचारी, ईश्वर भक्त होना चाहिए और अच्छे लोगो की संगत करना चाहिए क्युकी बुरे लोग हास्य मजाक में भी उसी टॉपिक पर आ जाते है इसलिए ऐसे संगती से बचे | 

४. प्रातः काल अगर आप पैदल चलते है तो भी इसमें बहुत सहायता मिलता है और मन को हमेशा अच्छे कार्यो में ही लगाना चाहिए | 

५. कभी भी उत्तेजित करने वाले दृस्य न देखिये और न ही ऐसी बाते सुने नहीं तो अपना मन फिर भटक जाएंगे और आप वीर्य रक्षण करने में सफल नहीं हो पीएंगे | 

और प्रतिदिन योग करे प्राणायाम करे इससे भी काफी असर पढ़ेगा और बहुत सहायता आपको प्राप्त होगी केवल इसी चीज़ को करने से इसलिए नियम रूप से प्राणायाम का अभ्यास और मुद्राओ को जरूर करे | 

अधिक जानकारी के लिए नीचे का विडियो देखे –

error: Content is protected !!
Scroll to Top