साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 71
१. गुरूजी क्या हम दुर्गा सप्तशती का मानसिक पाठ कर सकते है या उच्चारण कर ही पढ़ना चाहिए ?
उत्तर :- देखिये दुर्गा सप्तशती में यह बात लिखी भी हुई है और यह अधिक प्रभावशाली भी है की सप्तशती का पाठ उच्च स्वर में करना चाहिए | क्युकी मंत्रो के जो स्वर है जब आप उच्चारण करेंगे, उस मंत्र की ध्वनि के माध्यम से दिव्या ऊर्जा बनेगी जो हर जगह फैलेगी और वो ऊर्जा अपना अदूभुत प्रभाव छोड़ेंगे | इसलिए वाचिक जाप करना अधिक उत्तम कहा गया है |
२. सप्तशती का मानसिक या वाचिक पाठ करने से कैसा प्रभाव होता है ?
उत्तर :- मानसिक जाप आपके मन के द्वारो के लिए है , मोक्ष के लिए और सिद्धि के लिए होता है | और वाचिक जाप आपके जितने भी बहारी समस्या है उनको दूर करने के लिए है तो मन के रूप में जितनी समस्या है वो मानसिक जाप से दूर होंगी और वाचिक से आपकी बहारी समस्या का समाधान होगा |
३. सप्तशती के पाठ से पूर्व हमें १ माला गुरु मंत्र की करनी चाहिए या ॐ नमः शिवाय का जाप करना चाहिए ?
उत्तर :- गुरु परंपरा से जो प्राप्त विधि है, उसके अनुसार आपको करना चाहिए | जिस प्रकार आपके गुरूजी ने सप्तशती का पाठ करने को बताया है उसके अनुसार ही चाहिए तब ही आपको उसका पूर्ण फल प्राप्त होगा | लेकिन ऐसा विधान है की किसी भी साधना से पूर्व गणपति और गुरु पूजन आवश्यक बताया है |
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