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साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 91

साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 91

१. काम भावना पर किस प्रकार से नियंत्रण प्राप्त कर सकते है ?

उत्तर:- जब कोई व्यक्ति  साधना करता है तो निश्चित रूप से उसके अंदर काम भावना जागृत होती है| इसका कारण  यह है की  काम भाव मूलाधार चक्र से जुड़ी  होने के कारण जब इस केंद्र में ऊर्जा एकत्रित होती  है तो उसके कारण काम भाव उत्तेजित हो जाती  है | काम भाव पर विजय प्राप्त करने के लिए आपको लम्बे समय तक मंत्र जाप करना होगा और साथ में मन में वैराग्य भाव रखने का प्रयास करना चाहिए |  काम भाव पर नियंत्रण प्राप्त करने के लिए आप योग की सहायता भी ले सकते है, आप प्राणायाम आदि का अभ्यास कर अपने चंचल चित्त को वश में लाना का प्रयास कर सकते है, इसलिए अगर आप कुछ समय प्राणायाम करते है और इसके साथ में त्रिबंध लगा कर प्राणायाम का अभ्यास करते है तो निश्चित रूप से धीरे धीरे करके आप अपने मन को अपने वश में करने में सफता प्राप्त कर पायेंगें |

२. गुरु मंत्र साधना के दौरान घर में मृत्यु हो जाने पर क्या करना चाहिए ?

उत्तर :- गुरु मंत्र जाप को कभी नहीं छोड़ा जाता है यह आपका व्यक्तिगत मंत्र होता है|  जब किसी के घर में किसी परिजन की मृत्यु हो जाती है तो उस घर को १३ दिनों के लिए अपवित्र माना जाता है जब तेरवी क्रिया सम्पन हो जाती है तब उस घर में साधना पूजा पाठ किया जा सकता है लेकिन इस स्थिति में गुरु मंत्र का जप किया जा सकता है | गुरु मंत्र में कोई बंधन या सूतक नहीं होता अगर आपके घर वाले  इस बात को नहीं मानते है  या जाप नही करने देते है तो आप इस स्थिति में मानसिक जाप भी कर सकते है |

३. गुरु मंत्र हवन में किस प्रकार सामग्री का प्रयोग करना चाहिए ?

उतार :-  गुरु मंत्र के हवन में निश्चित रूप से सबसे पवित्र सामग्री गाय का शुद्ध घी कहलाती है | आप चाहे तो हवन सामग्री में घी मिला कर हवन कर सकते है और साथ में केवल घी से भी हवन सम्पन कर सकते है|

अधिक जानकरी के लिए नीचे का विडियो जरूर देखे –

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