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स्त्री वशीकरण का दुष्प्रभाव

स्त्री वशीकरण का दुष्प्रभाव

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम लेंगे एक ऐसे अनुभव को जिसमें हमें यह ज्ञान प्राप्त होता है कि कोई भी वशीकरण प्रयोग उसका असर घातक भी हो सकता है और उसका दुष्प्रभाव भी देखने को मिल सकता है तो चलिए पढ़ते हैं साधक महोदय के पत्र को और जानते हैं क्या है यह अनुभव? प्रणाम गुरुदेव कोटि कोटि नमन आपके चरणो में गुरुदेव एवं धर्म रहस्य के सभी दर्शकों को मेरा सादर प्रणाम है। गुरुदेव आप बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। धर्म रहस्य चैनल के माध्यम से सनातन धर्म को उजागर कर रहे हैं। भगवान आपको लंबी आयु प्रदान करें। मैं इस बात की पुष्टि करता हूं। मेरा यह अनुभव केवल धर्म रहस्य चैनल पर ही प्रकाशित किया जा रहा है। गुरुदेव मैं अपना नाम और ईमेल आईडी पूरी तरह गुप्त रखना चाहता हूं और मैं रूद्र काशी।

रुद्रा की ऋषिकेश का रहने वाला हूं। मैं आपके चैनल से पिछले 4 वर्षों से जुड़ा हुआ हूं। मैं एक सिद्ध पुरुष साधक हूं। मैं मंगलवार और शनिवार गद्दी भी लगाता हूं। लोगों का भला करने के लिए लोग मेरे पास अपनी परेशानियां लेकर आते हैं। मैं उनको उपाय बताता हूं और अर्जी लगवाता हूं। अपने मंदिर स्थल पर मेरे पास सबसे ज्यादा लड़के आते हैं। अपनी प्रेमिका पर वशीकरण करवाने के लिए जो कि बिल्कुल गलत मानता हूं। मैं इस चीज को आज की युवा पीढ़ी प्रेमिका को पाने की जिद में इस कदर पागल है कि वह वशीकरण से लेकर किसी की जान लेने तक को पागल है जो मेरी नजरों में एक महापाप है। मैं ऐसे वशीकरण के लिए बिल्कुल ही खिलाफ हूं। गुरुदेव मैं सब का भला करता हूं, लेकिन मैं प्रेमी या प्रेमिका पर वशीकरण नहीं करता क्योंकि यह महापाप होता है। पाप क्यों है आप सभी साधकों को आगे के अनुभव में मालूम पड़ जाएगा और आपको एक अच्छी सीख मिलेगी और जब कोई दूसरे आपके सामने वशीकरण की बात करेगा तो आप उनको भी मना करोगे और वशीकरण जैसी चीज नहीं करवानी चाहिए। इसका जवाब मैं देता हूं। इस प्रमाण के साथ अब मैं आपको बताता हूं। मेरे पास एक युवा लड़का आया रोते हुए अपनी प्रेमिका पर वशीकरण करवाने के लिए मैंने उससे पूछा, क्या समस्या है बोलो उसने कहा गुरु जी मैं एक लड़की से प्यार करता हूं। उसके बिना मैं जी नहीं सकता। मर जाऊंगा। मैंने उससे कहा चुप हो जा।

पहले और मेरी बात सुन ध्यान से उसने कहा, हां जी गुरु जी आपको कहोगे, मैं वह करूंगा लेकिन मैं उससे हर हाल में पाना चाहता हूं। बोलो गुरु जी मैंने कहा ध्यान से सुन मेरी बात मेरे पास एक लड़का आया था। 6 महीने पहले तुम्हारी तरह रोते और बिलखते हुए मैंने उस लड़के से पूछा, क्यों रो रहे हो उसने कहा गुरु जी मैं एक लड़की से प्यार करता था। मैंने उस पर वशीकरण करवाया और शादी कर ली। हम 5 महीने हंसी खुशी रहे। उसके बाद हमारे बीच में मतभेद और लड़ाई झगड़े होने लगे। मैं नशे करता था। उससे लव मैरिज करने के बाद भी दूसरी लड़कियों और औरतों से बात करता था। उसके बारे में उसे पता चला। उसने मुझसे पूछा तो मैंने इसे मारा। तो तबसे घर से घर छोड़कर चली गई और मेरी दी गई और पैदा की गई टेंशन से उसकी मौत हो गई। गुरु जी अब मैं क्या करूं, मैं ऐसा क्या हुआ गुरुजी हमारे 4 साल का बच्चा भी है। वह भी मेरे पास आने को तैयार नहीं। मैं टूट गया हूं। गुरु जी मैं मरना चाहता हूं, उसकी यह बात सुनकर मुझे अत्यधिक क्रोध आया और जो बाद उसने छुपाई मुझसे वह सब। उसके सामने ही मैंने खोली, जब उसने पूछा कि ऐसा मेरे साथ क्यों हुआ तब मेरा क्रोध में जवाब था कि तुमने अपने बुरे कर्मों की सजा दो मासूम लोगों को दी। एक तुम्हारी प्रेमिका और दूसरी तुम्हारे 4 साल का बच्चा दरअसल गुरुदेव बात यह थी कि यह लड़का एक बहुत गरीब परिवार से था और ज्यादा बड़े मेंबर का परिवार से आप तो जिस लड़की से यह प्रेम करता था, वह अमीर घर से थी।

लड़की के प्रेम में यह पागल था। लड़की के लाख मना करने के बावजूद उसने लड़की पर वशीकरण करवा ही दिया और शादी हो गई हंसी खुशी, बता दूं मैं आप सभी को वशीकरण का एक सीमित समय निर्धारित होता है। 3 से 6 महीने तक का इससे ज्यादा वशीकरण नहीं चल सकता क्योंकि। वशीकरण का असर धीरे-धीरे समाप्त होता चला जाता है जब उसकी प्रेमिका का। वशीकरण का असर समाप्त हुआ और वह पूरे अपने होश में आई। तब उसे एहसास हुआ कि अरे यह शादी मैंने कैसे कर ली। इस लड़के से मैं तो इसके साथ खुश नहीं रह पा रही। मेरी जरूरतें पूरी नहीं हो रही है। कहां मैं अपने माता-पिता के घर रानी की तरह रहती थी और कहां यह में गरीबी में मुझे रहना पड़ रहा है। यह उस लड़की को एहसास होने लगा। धीरे-धीरे और उसे लगने लगा कि यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी गलती है। मैंने इस से विवाह किया। जाहिर सी बात है कि कोई शहरी अंदाज में रहने वाली लड़की की जरूरतें पूरी ना हो तो। खाना टाइम से ना मिले जरूरतें पूरी ना हो तो वह पति को ही बोलेगी जिसकी वजह से लड़ाई होने लगी। दूसरी बात जिससे लव विवाह किया, वह सबसे बड़ा आया तो यह सब बातें बताकर उसकी पोल खोली। वह डूब गया और मैं हर बात बताई। तो गुरु जी हां, यह कहकर स्वीकार करता रहा। मैंने क्रोध में आकर उससे बहुत धमकाया और उससे कहा कि किसी का क्या गया। तेरा गलत वशीकरण के कारण तेरी पत्नी की मौत हो गई और तेरा मासूम सा बच्चा। आज ऐसा है उस मासूम की क्या गलती थी इसकी सजा तेरी पत्नी और बच्चे को मिली।

गुरुदेव में क्रोध में था। उससे यही कहा, तेरा कुछ नहीं हो सकता तुझे तेरे कर्मों की सजा निश्चित रूप में मिलेगी। इस जन्म में नहीं तो अगले जन्म में जरुर मिलेगी और उससे मैंने एक सवाल पूछा कि क्या कभी किसी हीरे को लोहे के धातु में जड़ा हुआ दिखता है, उसने कहा नहीं। गुरु जी मैंने कहा कि हीरा केवल स्वर्ण यानी सोने में सुसज्जित होता है। ठीक उसी प्रकार एक अमीर इंसान बड़े और अच्छे खान-पान में ही सुसज्जित होता है। किसी झोपड़िया गरीबी में नहीं रह सकता। ऐ इंसान तूने उसके साथ धोखा किया था और अपने स्वार्थ और पैसों की जरूरत की लालच में तूने उससे विवाह किया वशीकरण करवा लिया। इसकी सजा दो मासूमों को मिली। मैंने उससे जाते-जाते यह भी कहा कि यदि तुम उससे। सच्चा प्रेम करते हो तो खुद को सबसे पहले उसके काबिल बनाते। उससे अच्छा जीवन और सुख प्रदान करते खुद की औकात उसके बराबर लाते ना कि अपने स्वार्थ के चक्कर में उस पर वशीकरण कर उसके साथ छल करते। फिर वह वहां से चला गया। गुरुदेव मेरी बात तुमको को बताने का सिर्फ एक मात्र मकसद यही है कि वशीकरण करना इतना आसान भी नहीं है और अगर वशीकरण कोई करवाता है तो उसके दुष्परिणाम देखने को।

जैसे कि आज के अनुभव में मैंने बताया क्योंकि वशीकरण का एक सीमित समय होता है। 3 से 6 महीने तक का उसके बाद वशीकरण का असर धीरे-धीरे खत्म होने लगता है। वशीकरण सदा जीवन भर किसी भी मनुष्य पर इसका असर नहीं रहता। जब असर समाप्त होने लगता है तब धीरे-धीरे लड़ाई झगड़े होने लगते हैं। मतभेद पैदा होते हैं। सिर्फ शुरुआत में सब कुछ अच्छा लगता है। हंसी खुशी लगता है क्योंकि प्रेमिका या प्रेमी को वशीकरण जैसे मायाजाल में भ्रमित कर दिया जाता है। जब इसका असर पड़ता है तो जिंदगी तबाह हो जाती है। आपके साथ-साथ मासूम बच्चों की भी जिंदगी तबाह हो जाती है। भला उन बच्चों का इसमें क्या दोष है? वशीकरण का असली प्रयोग सरकारी कार्यों की पूर्ति के लिए किया जाता है यह किसी? कोर्ट कचहरी के मामले को अपने पक्ष में करने के लिए किया जाता है। वशीकरण का यह उपयोग है कि किसी ना किसी बॉस परेशान कर रहा है और उस अवस्था में वशीकरण सबसे उत्तम है ताकि बॉस तंग ना करें। यह वशीकरण का उत्तम प्रयोग ना कि यह है प्रेमिका पर वशीकरण में दुष्कर्म को महापाप मानता हूं और ना ही मैं यह काम करता हूं। मैं केवल लोगों का भला करता हूं। गद्दी लगाकर पूरा नहीं करता। जब यह पूरा वाक्य मैंने दूसरे लड़के को बताया जो मेरे पास वशीकरण करवाने आया था। उसे अपने सारे सवालों के जवाब मिल गए थे। उसने कहा गुरु जी मैं अपने आप को इस काबिल बना लूंगा कि मैं उसे उसकी जरूरतें पूरी कर सकूं। उसके लायक खुद को बना लूंगा। अगर उसकी रजामंदी होगी तो ही उससे शादी करूंगा वरना जबरदस्ती वशीकरण करवा कर। उसे धोखे से शादी नहीं करूंगा। फिर वह लड़का आंख में स्वास्थ शांति की प्रतिज्ञा लेकर वहां से चला गया। इस अनुभव से सभी युवा पीढ़ी को आशा करता हूं तो एक सबक मिला होगा कि खुद भी कभी किसी लड़के या लड़की पर वशीकरण ना करवाएं और दूसरों को भी ऐसा करने से रोकेंगे। आशा करता हूं कि आप सभी को मेरा यहां अनुभव अच्छा लगा होगा और आप सभी को एक बहुत बड़ी सीख मिली होगी। धन्यवाद!

सन्देश-तो देखिए यहां पर इन्होंने बहुत सही बात कही है। इसीलिए डायरेक्ट जो वशीकरण है, मारण प्रयोग है। स्तंभन, उच्चाटन इत्यादि सभी प्रयोगों को मैं नहीं देता हूं क्योंकि मैं जानता हूं कि कौन किस तरह उसे लेगा। इसके बारे में हम नहीं जानते हैं। आपका शिष्य राम भी हो सकता है और रावण भी ऐसे में आपने अगर आप काम किया तो उसके कर्म मे आपने भी सहयोग किया है। इसलिए आप भी पाप के भागीदार बन जाते हो। अगर आप पाप के भागीदार बनते हो तो उसके कर्मों के साथ आपको भी दंड मिलेगा। इसीलिए तांत्रिक साधना में देवी शक्तियों की उपासना उत्तम है। उनको सिद्ध करके आप षटकर्म कर सकते हैं और इसका प्रभाव गुरु के ऊपर भी नहीं पड़ता है। शिष्य के अपने कर्म है कि उसे वहां लोगों का भला करेगा या फिर उसका खुद ही विनाश को कर लेगा इसीलिए। चाहे यक्षिणी अप्सरा, योगिनी, भैरवी इत्यादि की साधना उत्तम मानी जाती है क्योंकि इसमें आप न सिर्फ उस शक्ति को सिद्ध करते हैं बल्कि। षट्कर्म करने योग्य भी हो जाते हैं और उस के माध्यम से कोई भी तांत्रिक प्रयोग कर सकते हैं। तो यह था आज का इनका अनुभव अगर आपको आज का वीडियो पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

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