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होलिका अप्सरा साधना

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। दर्शकों की मांग पर मैं आप लोगों के लिए 1 दिन की केवल मात्र 2 घंटे में। पूर्ण सिद्धि देने वाली साधना लेकर आया हूं। वैसे तो कोई भी साधना को कम समय में उस में सिद्धि प्राप्त नहीं की जा सकती है। लेकिन कुछ ऐसे मुहूर्त और समय होते हैं। जिस वक्त तांत्रिक सिद्धियों को प्राप्त किया जा सकता है। उसी में होली दिवाली, शिवरात्रि और जन्माष्टमी की रातें मानी जाती हैं।
कालरात्रि के बाद। यानी दीपावली के बाद! होली ही एक ऐसा विशेष अवसर है जब हम कोई भी तांत्रिक सिद्धि। कर सकते हैं लेकिन अधिकतर तांत्रिक सिद्धियां ऐसे समय पर की जाती हैं जब।
ऐसे अवसर उपलब्ध नहीं होते हैं।
इस बार होलिका दहन मुहूर्त पर अगर आप इस साधना को करेंगे तो निश्चित रूप से यह अप्सरा आपको प्रत्यक्ष धन, संपदा और सभी प्रकार के सुख प्रदान करेंगी। इस साधना को कैसे करना है और किस प्रकार यह किया जाएगा। इसकी जो संपूर्ण जानकारी है। मैं अपने इंस्टामोजो अकाउंट में साधना को पीडीएफ के रूप में बना कर डाल रहा हूं। लेकिन उसके संबंध में जानकारी के विषय में मैंने यह वीडियो बनाया है ताकि आप लोग इस साधना को खरीद करके इस प्रयोग को कर सकें। जिन लोगों का गुरु मंत्र अनुष्ठान पूरा हो चुका है, वह सभी उसको कर सकते हैं। लेकिन कोई और व्यक्ति भी कर सकता है क्योंकि यह सात्विक साधना है। सिर्फ परीक्षा एक विशेष दृष्टिकोण से ली जाती है। उसका वर्णन मैं यहां पर नहीं करूंगा। वह आपको मेरे पीडीएफ में देखने को मिलेगा। मंत्र भी वही मिलेगा। बाकी साधारण तरीके से मैं यहां पर इस विषय पर आपको बता रहा हूं और इस अप्सरा के विषय में भी आपको जानकारी दे रहा हूं।
तो जैसा कि हम जानते हैं कि होली की जो रात होती है वह तांत्रिक प्रयोगों के लिए सर्वोत्तम रात बोली जाती है। इस दौरान विभिन्न प्रकार की सिद्धियां तांत्रिक लोग कर सकते हैं।
ऐसे में अगर हम होलिका अप्सरा! कि साधना करें तो इसे मात्र 2 घंटे में ही प्रत्यक्ष सिद्ध किया जा सकता है क्योंकि यह एक तो शुभ मुहूर्त होता है और वर्ष में एक बार इसका मौका मिलता है। यह अप्सरा बहुत ही अधिक सुंदर है।
गुलाबी रंग के होठ, लाल गाल चमकते हुए, आंखें बड़ी बड़ी और अपने सम्मोहन में भर देने वाली होती हैं।
यह अप्सरा साधक के मंत्र जाप शुरू करने के कुछ देर बाद ही चारों तरफ मंडराने लगती है।
मतलब चारों तरफ घूमती हुई , आपको नजर आएगी।
साधना सिद्धि साधक को प्राप्त ना हो जाए इसलिए यह साधक की साधना उस दौरान भंग करने की कोशिश करती है। साधक को चाहिए कि वह अपनी साधना में आंखें किसी भी प्रकार से 2 घंटे तक ना खोलें। क्योंकि अगर उसने आंखें खोल दी तो साधना भंग हो जाती है। साधना जितनी आसान दिखती है, उतनी होती नहीं है। यह सभी लोग जानते हैं लेकिन मात्र एक ऐसी साधना है जिसमें आपको तनिक भी नुकसान नहीं होता है।
सिर्फ आपकी साधना भंग हो जाती है। अगर आप सावधान नहीं रहे तो? इस साधना को करके आप होलिका अप्सरा को सिद्ध कर सकते हैं और? उस से! प्रेमिका पत्नी बहन। या माता के रूप में अपना संबंध स्थापित कर सकते हैं जैसा आप की उम्र और जैसा आपका व्यवहार होगा उसी अनुसार आप उस से संबंध स्थापित करके। अपने जीवन को लाभप्रद बना सकते हैं। कहते हैं इस अप्सरा की सिद्धि होने पर माता लक्ष्मी प्रसन्न अवश्य होती हैं। इसलिए साधक के धन संपत्ति और भंडारे वह भर देती हैं।
इस साधना को करने के लिए आपको होली वाली रात को जिस दिन होलिका दहन होता है उस दिन किसी गुप्त स्थान पर।.. अब गुप्त स्थान कोई भी हो सकता है। चाहे वह आपका खुद का घर हो। कोई जंगल वीराना, यह कोई ऐसा स्थान जहां पर आप पर किसी की नजर ए ना गड़ी हो।
यानी किसी की भी निगाहें आप को ना देखें। इसका आपको विशेष ध्यान रखना है। अब! करना क्या है आपको? कि आप नहा धोकर साफ स्वच्छ लाल रंग के कपड़े पहन लेंगे?
अगर ठंड नहीं लगती है तो केवल धोती समान नीचे के वस्त्र ही पहने ऊपर कोई वस्त्र धारण ना करें, लेकिन अगर आपको ठंड लगती है। या कोई ऐसा वातावरण है तो फिर आप ऊपर भी लाल वस्त्र पहन सकते हैं।
रुद्राक्ष की माला ले लेनी है और उसको पहले से ही आपको शुद्ध कर लेना है।
इसके लिए आप मेरे कई सारे वीडियो! और विधियों के माध्यम से ऐसा कर सकते हैं।
यह सब तैयारी कर लेने के बाद आपको स्वयं अपने लिए एक विशेष तरह की। होलिका दहन की एक स्थिति निर्मित करनी है।
जहां हम लोग होली के लिए रात के समय दहन व्यवस्था करते हैं, ऐसे ही आपको लकड़ियों से निर्मित करके एक होलिका दहन का स्थान बनाना है। लकड़ियां इकट्ठा करके उस पर आप को आग लगा देनी है। और उसके ही सामने रात्रि के ठीक 12:00 बजे से और 2:00 बजे तक अखंड जाप करना है।
इस जाप के दौरान याद रखिए नेत्र नहीं खोलने हैं।
मैं पहले ही बता दूं कि इसमें आप को डरने की भी कोई आवश्यकता नहीं है। इस साधना में सिर्फ नेत्र खोलने और साधना भंग होने से बचाना आपके लिए आवश्यक है।
यह अप्सरा बहुत ही अधिक मनोरम होती है। आकर के आपके गले लग जाती है जैसे ही इसकी सिद्धि होती है इसके बाद आप! जब यह आपके गले लग जाए तो आप अपने जो मंत्र जाप हैं, उनको पूर्ण कर लीजिए। तभी अपनी आंखों को खोलिए।
उसके बाद! आप इन को हाथ जोड़कर प्रणाम करते हुए।
अपने उस रिश्ते में बांधे जिस रिश्ते में आप इन्हें चाहते हैं। इनसे आपको कहना है कि आप मुझे वचन दीजिए। और इस प्रकार आपको तीन वचन इन से मांगने हैं। 1-मैं आपके मंत्रों से जब भी आपको बुला लूंगा, आपको आना होगा।
2-आप मुझसे बिना पूछे कोई कार्य नहीं करेंगी?
3- जब भी मैं आपको आज्ञा दूंगा, आपको वह कार्य करना होगा और मुझे कभी कोई नुकसान नहीं पहुंचने देना होगा।
इस प्रकार से साधारण 3 वचनों में आपको इनको बांध लेना है। अब आप जब भी लकड़ी जलाकर।
गोपनीय तरीके से इनके मंत्रों का उच्चारण कर इन्हें बुलाएंगे तो यह अग्नि में से प्रकट होकर आपको साक्षात दर्शन देंगी और आपकी मनोवांछित सभी कामनाओं को पूरा करेंगी।
आप इनसे जो चाहे वह करवा सकते हैं? और सभी प्रकार के कार्यों को यह कर सकती हैं।
हर व्यक्ति इस साधना को कर सकता है जिसकी उम्र! 14 वर्ष से ऊपर है। लेकिन? मैं आखरी बार वही बात कहना चाहता हूं कि इसके लिए आपको अपनी साधना को भंग नहीं होने देना है। 2 घंटे तक आपको अपनी आंखें नहीं खोलनी है। अगर आपकी आंखें खुल जाती हैं तो आपकी साधना भंग हो जाएगी और दोबारा करने पर कोई सफलता नहीं मिलेगी। इस साधना का लिंक इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन बॉक्स में नीचे है। वहां से आप क्लिक करके मेरे इंस्टामोजो में जाकर ऑनलाइन स्क्रिप्ट पीडीएफ को खरीद सकते हैं।
इस साधना को आप लोग अवश्य करें। अगर कर पाए तो आपको अवश्य ही सिद्धि की प्राप्ति होगी और यह अप्सरा आपके सभी मनोरथ को पूर्ण करेगी।
आशा करता हूं कि आपको यह साधना अवश्य पसंद आई होगी जो केवल होली की रात में ही होती है। तो अगर आपको यह वीडियो पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। चैनल को आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

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