माता श्मशान काली सिद्धि अनुभव
नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम श्मशान काली सिद्धि के बारे में जानेंगे और इनकी सिद्धि से हुए एक लाभ को एक साधक के माध्यम से और उनके पत्र के माध्यम से समझने की चेष्टा करेंगे तो चलिए शुरू करते हैं आज के इस अनुभव को।
नमस्कार गुरु जी आपका कोटि कोटि नमन मैं सुमित आपसे इस विषय में एक रहस्यमई बात बताना चाहता हूं। आपकी आज्ञा और कृपा से मैंने गुरु मंत्र का जप अनुष्ठान पूरा कर लिया था तो उसके बाद इच्छा हुई कि मैं श्मशान काली साधना करूँ क्योंकि तांत्रिक साधनाओं मैं यह बहुत ही प्रबल और सभी कार्य करने की क्षमता देने वाली साधना थी। इसीलिए मैंने सोचा कि मैं इस साधना को करूं और इस साधना से मै विभिन्न प्रकार के प्रयोग भी कर पाऊंगा तो मैंने गुरु मंत्र पूरा करते ही इस साधना को शुरू कर दिया था। क्योंकि इसमें आपने विधान दिया हुआ है। सिर्फ साधना में आपने यंत्र नहीं दिया था, लेकिन माता का यंत्र सभी जगह उपलब्ध है। इसलिए मुझे कोई समस्या नहीं हुई। मैंने सभी प्रकार से जैसा कि आप के पीडीएफ में बताया गया है। इस साधना को किया लेकिन भटकटैया के फूल मिलना थोड़ा कठिन था, लेकिन फिर भी मैंने उनकी व्यवस्था कर ली। बाकी चीजें तो बड़े आराम से ही मिल जाती थी। सिर्फ मैंने साधना के लिए माता काली के एक मंदिर को देखा। लेकिन वहां भीड़ बहुत थी तो मैंने स्वयं ही शमशान में जाकर माता की एक प्रतिमा स्थापित की और वहीं बैठ कर रोज साधना करने लगा। फिर मैंने पूरे विधि विधान से पंचोपचार जैसा कि आप के पीडीएफ में बताया गया है और इंस्टामोजो पर यह साधना दी गई है। उसी तरह मैंने लगभग सारे कार्य किए और गणेश जी गुरु मंत्र और आत्म रक्षा मंत्र आदि सभी का पूजन अच्छी प्रकार से किया। फिर मैंने जो तांत्रिक विधान आपने बताया वह भी किया और ब्राह्मण को भोजन भी करवाया। इस प्रकार से अब सबसे पहली समस्या जो मेरे जीवन में थी। वह एक शत्रु की बाधा थी। हमारी जमीन और जायजाद को एक व्यक्ति ने ग्रहण कर लिया था और वह बहुत ही प्रबल था क्योंकि दो बार वह गांव का प्रधान रह चुका था। मैं यहां पर आपको साधना के दौरान हुए अनुभव नहीं बता रहा हूं क्योंकि ऐसा करने से मेरी स्थिति पर प्रभाव पड़ सकता है। लेकिन प्रयोगों को मैं यहां पर बता रहा हूं कि उससे कितना अधिक फायदा मुझे हुआ, तो गुरु जी घर आकर घर वालों ने यही कहा, तुम बस दिन भर बैठ कर यह मंत्र जाप किया करो और वह भी शमशान में जाते हो। क्या हासिल होता है? भूत प्रेतों की पूजा करके पर उन सभी मूर्खों को क्या मालूम कि मैं माता श्मशान काली की सिद्धि कर रहा था? उनकी सिद्धि में बहुत भयंकर अनुभव हुए थे, लेकिन मैं किसी प्रकार टिक गया। शायद आपके गुरु मंत्र की कृपा के कारण ही ऐसा हो पाया था। फिर नींबू और सिंदूर वाले प्रयोग को किया। उस शत्रु से निकलने के लिए और देखते ही देखते चौथे दिन उस व्यक्ति में अचानक से बदलाव आ गया। वह काफी हद तक सुधर गया। और उन्हीं के घर में दो लोग बड़े ही जबरदस्त ढंग से बीमार पड़ गए थे। और जब मुझे पता चला तो वास्तव में मैंने जो सोचा वह नहीं बल्कि जो लोग असली उस बात के लिए जिम्मेदार थे, समस्या उन्हें ही आई थी। अब इसे मैं माता की कृपा ही समझूंगा कि उन्होंने मेरे शत्रु जिसका मैंने प्रयोग किया था, उसे दंड ना देखकर उन लोगों को दंड दिया जो वास्तव में इस बात के लिए जिम्मेदार थे। इस प्रकार जमीन और जायजाद वाला मुकदमा हम लोग जल्दी ही जीत गए और हमें वापस अपनी जमीने मिल गई। इस प्रकार घर वाले बहुत खुश थे। घर में सभी समझने लगे कि मैं एक तांत्रिक बन चुका हूं। अब मेरे पास दूसरा एक प्रयोग जो मैंने किया हालांकि ऐसा नहीं करना चाहिए था। फिर भी मेरे हृदय में ऐसी भावना आ ही गई। मेरे गांव में एक लड़की जो कि अपने चरित्र में बहुत ही अच्छी थी और दिखने में बहुत ज्यादा सुंदर थी। उस पर मेरा मन आ गया था। इसीलिए मन ही मन में उसे चाहने लगा। लेकिन वह किसी भी लड़के पर आकर्षित ही नहीं कि इसी कारण से मेरे मन में यह बात आई कि मुझे इसे अपने वशीकरण में लेना है। तो मैंने सिंदूर और भस्म के साथ पंचमेवा वाला प्रयोग भी किया जो कि आपके पीडीएफ में बताया गया है। फिर मैंने इस प्रयोग को बड़ी ही सावधानी के साथ किया। मैं यहां पर पूरी तरह उस बात को नहीं बता रहा हूं क्योंकि गुरु जी आपने ही मना किया है। फिर जब मैंने उसकी सहेली से बात की और कहा कि मेरी बात उससे करवा दो तो वह कहने लगी। पता नहीं। अभी तक तो किसी लड़के का उस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। और वह किसी से भी जल्दी बात नहीं करती है। इसलिए यह कार्य बहुत कठिन होगा पर मैंने उसकी सहेली को भी हल्का सा वशीकरण किया था। इसीलिए वह मेरी बात पूरी तरह मान रही थी। उसने कहा ठीक है। मैं उसे लेकर गांव के मंदिर में आ जाऊंगी। तुम वही खड़े रहना मैं कोशिश करूंगी कि तुम दोनों की बातचीत हो जाए। फिर मैं भी बड़े ही अच्छी तरह तैयार होकर नए कपड़े पहन कर सेंट खरीद कर और उसे अपने शरीर पर लगाकर वहां पहुंच गया। फिर मेरे मन में न जाने क्या आया कि उसे आकर्षित करने के लिए मैंने तुरंत ही वहां पर छोटा सा हवन कुंड बनाकर हवन करना शुरू कर दिया ताकि वह आए और मुझे देखें। और तभी वहां पर एक स्त्री आ गई और वह कहने लगी। भैया क्या आप लोगों की मदद करते हैं, मेरे घर में समस्या है तो मैंने उसे हवन की राख उठा कर दे दी। और? उसके बाद अचानक से ही उसका कल्याण खुद ही हो गया था। यह सब माता की कृपा है और उनकी सिद्धि का वास्तविक प्रभाव है। अब वह लड़की जब आई और उसने मुझे पूजा करते देखा तो मैं फटाफट पूजा निपटा कर उठ खड़ा हुआ उसकी सहेली उसके साथ ही खड़ी थी। उसने कहा, यह आपसे बात करना चाहती है तो मैंने उसे अपने पास बुला कर कहा कि आपको कोई समस्या है क्या ? तो वह कहने लगी। हां मुझे रात को नींद नहीं आती है। और परेशान रहती हूं। यह समस्या अगर हल हो जाए तो बहुत ही कृपा होगी आपकी मैंने फिर उसी मंत्रों से अभिमंत्रित करके एक पुड़िया बनाकर उसे दे दी और कहा, आप इतने खा लीजिएगा और कल दोबारा यहां आइएगा। इस प्रकार! अगले दिन जब आई तो कहने लगी, सच में आप की पुड़िया तो काम कर गई। मुझे कल रात बहुत अच्छी नींद आई और सपने में आप ही मुझे दिखाई दे रहे थे। इस प्रकार व हर रोज मंदिर के बहाने उसकी सहेली के साथ आती रही और मेरा भी उससे मिलना जुलना पूरी तरह से बढ़ गया था। एक दिन मैंने उसे अपने दिल की बात बता दी और वह भी उस बात को सुनकर बहुत खुश हो गई। उसने कहा, अपने मां-बाप को हमारे घर भेज दीजिए क्योंकि वह मेरी ही कास्ट की थी, इसलिए ज्यादा परेशानी नहीं हुई और आखिरकार हम दोनों की शादी हो गई। और फिर मैंने आपको यह भी बताया था और आपको बुलाया भी था। शादी में आमंत्रण के लिए पर गुरु जी आप कहां आने वाले हैं? इस प्रकार गुरुजी इन प्रयोगों से मेरी जिंदगी में असाधारण बदलाव आया। आज खेती-बाड़ी में भी फायदा होता है। सारे काम होते हैं। मेरी मनोवांछित पत्नी मुझे मिली और गुरु मंत्र का अनुष्ठान भी मैंने पूरा कर लिया था जैसा कि आपने कहा था नवलाख जाप, दशांश, हवन, अर्पण, तर्पण, मार्जन और कन्या भोज इत्यादि सब कुछ किया था। उसी के बाद मैंने श्मशान काली सिद्धि पूरी की, अनुभव बहुत खतरनाक है। कभी अगर आप आज्ञा देंगे तो मैं उन्हें भी लिखकर भेजूंगा। कहते हैं अपने अनुभव किसी को नहीं बतानी चाहिए। इसीलिए अपने गांव और बाकी सारी जानकारी छुपा कर ही आप को पत्र लिख रहा हूं गुरु जी मैं यह जानना चाहता हूं कि इस साधना में माता की साक्षात सिद्धि कैसे प्राप्त की जाए क्योंकि छोटे प्रयोग तो मैं बड़े आराम से कर लेता हूं और विभिन्न प्रकार के तांत्रिक प्रयोगों में पूरी तरह सफल भी हो रहा हूं। ऐसा कोई कार्य नहीं है जो उसे तंत्र के माध्यम से मै नही कर सकता और सभी प्रकार के कर्मों को करने में सक्षम हूं, लेकिन मन में एक इच्छा है कि माता के साक्षात दर्शन हो। कृपया इस पर भी मुझे कोई राय दीजिएगा आपका आज्ञाकारी शिष्य! तो देखिए यहां पर इन्होंने माता श्मशान काली की सिद्धि बहुत ही कठिन तरीके से महीनों की साधना के बाद सिद्ध की और उसमें इन्हें सफलता भी मिली। इनकी जमीन जायदाद इन्हें वापस मिली और एक सुयोग्य मनोवांछित पत्नी की प्राप्ति भी हुई। प्रत्येक साधक इसे कर सकता है और यह आपको मेरी इंस्टामोजो अकाउंट में मिल जाएगा। वहां से खरीद सकते हैं। लेकिन वही! करें जो गुरु मंत्र साधना पूरी तरह से समापन कर चुके हैं क्योंकि श्मशान काली साधना एक खतरनाक साधना भी मानी जाती है। इसलिए आप सावधानीपूर्वक ही इस साधना को करें। इसका लिंक मैंने नीचे डिस्क्रिप्शन बॉक्स में दे दिया है। रही बात माता की संपूर्ण सिद्धि और प्रत्यक्ष दर्शन की तो आप इनकी साधना लगातार करते रहे। माता की कृपा अवश्य ही किसी दिन होगी और उन के साक्षात दर्शन भी मिलेंगे। आप लोगों का इसी प्रकार कल्याण करते रहे और माता की सेवा करते रहें। तो निश्चित रूप से मां किसी ना किसी दिन प्रसन्न होकर आपको भी अपनी कृपा का पात्र पूरी तरह बनाकर साक्षात दर्शन देंगी तो यह था आज का यह वीडियो अगर आपको पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद। |
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